×

वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों में 9 ऐसे खिलाड़ी जिनका व्यक्तिगत स्कोर पूरी टीम पर पड़ गया भारी

डेविड वॉर्नर और विवियन रिचर्ड्स ने ऐसा कारनामा दो-दो बार किया है

डेविड वॉर्नर © Getty Images
डेविड वॉर्नर © Getty Images

ऐसा बहुत ही कम मौकों पर देखने को मिलता है जब किसी अंतरराष्ट्रीय वनडे में कोई बल्लेबाज विरोधी टीम के पूरे स्कोर से भी ज्यादा रन बना देता है। लेकिन डेविड वॉर्नर के साथ ऐसा एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार हो चुका है। न्यूजीलैंड के खिलाफ चैपल-हैडली सीरीज के तीसरे वनडे मैच में डेविड वॉर्नर ने 128 गेंदों में 156 रनों की पारी खेली। वॉर्नर ने इस दौरान अपनी पारी में 13 चौके और 4 शानदार छक्के लगाए। वॉर्नर के 156 रनों की पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवरों में कुल 264 रन बनाए। वॉर्नर के अलावा टीम का अन्य बल्लेाज 40 रनों के योग को भी नहीं छू पाया। आज हम आपको बताएंगे ऐसे ही 9 बल्लेबाजों के बारे में जिनका व्यक्तिगत स्कोर पूरी विरोधी टीम पर भारी पड़ा या जब अकेले एक ही खिलाड़ी से हार गई पूरी टीम।

9. कैलम मैकलिउड 175: स्कॉलैंड 171: साल 2014 में आईसीसी विश्वकप क्वालीफायर मैच में स्कॉटलैंड का सामना कनाडा से था। मैच में कनाडा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। स्कॉटलैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पहला विकेट जल्दी ही गिर गया। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए कैलम। कैलम ने आते ही आक्रामक शॉट खेलने शुरू कर दिए। कैलम ने मैदान के चारों तरफ जबर्दस्त शॉट खेले। कैलम ने कनाडा के गेंदबाजों पर कोई रहम नहीं बख्शा और 141 गेंदों में 175 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेल डाली। कैलम ने अपनी पारी में 14 चौके और 5 छक्के जड़े। जवाब में स्कॉटलैंड के गेंदबाजों ने कनाडा की पूरी टीम को मात्र 171 रनों पर ढेर कर दिया। कनाडा की पूरी टीम कैलम के 175 रनों के स्कोर से 4 रन कम थी। भारत बनाम इंग्लैंड चौथे टेस्ट के तीसरे दिन का लाइव ब्लॉग पढ़ने के लिए क्लिक करें

8. विवियन रिचर्ड्स 181: श्रीलंका 169: 1987 के रिलाइंस विश्वकप के ग्रुप बी के मुकाबले में वेस्टइंडीज और श्रीलंका की टीमें आमने-सामने थीं। मुकाबले में श्रीलंका ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाजी ने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। लेकिन श्रीलंका ने 45 रनों पर ही वेस्टइंडीज को दो झटके देकर मैच में वपसी कर ली। लेकिन चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे विवियन रिचर्ड्स उस दिन कुछ और ही सोच कर मैदान पर उतरे थे। रिचर्ड्स ने हेन्स के साथ मिलकर श्रीलंका के गेंदबाजों की बखिया उधेड़ कर रख दी। दोनों ही बल्लेबाजों ने श्रीलंका के किसी भी गेंदबाजों को मौका नहीं दिया और लगातार रन बनाते चले गए। हेन्स 124 गेंदों में 105 रन बनाकर आउट हुए लेकिन रिचर्ड्स मैदान पर डटे रहे और श्रीलंका के गेंदबाजों पर कहर बनकर टूटते रहे। रिचर्ड्स ने अंत में 125 गेंदों में 181 रनों की बेहतरीन पारी खेली। रिचर्ड्स ने अपनी पारी में 16 चौके और 7 छक्के लगाए। वेस्टइंडीज ने 50 ओवरों में कुल 360 रन बनाए। जवाब में श्रीलंका की पूरी टीम को वेस्टइंडीज ने सिर्फ 169 रनों पर ढेर कर दिया और विशाल जीत हासिल कर ली। श्रीलंका की पूरी टीम का स्कोर रिचर्ड्स के 181 के स्कोर से 12 रन कम था।

7. विवियन रिचर्ड्स 189: इंग्लैंड 168: टेक्सको कप के पहले मैच में वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। वेस्टइंडीज की शुरुआत बेहद ही खराब रही और वेस्टइंजीड के तीन विकेट सिर्फ 43 रनों पर गिर गए। चौथे नंबर पर खेलने उतरे रिचर्ड्स ने क्रीज पर आते ही इंग्लैंड के गेंदबाजों के पसीने छुड़ा दिए। एक तरफ वेस्टइंडीज के विकेट लगातार गिरते जा रहे थे तो दूसरी तरफ रिचर्ड्स अकेले दम पर इंग्लैंड के गेंदबाजों का सामना कर रहे थे। वेस्टइंडीज के सात विकेट 102 रनों पर गिर चुके थे। लेकिन रिचर्ड्स अपने शॉट खेलते रहे। रिचर्ड्स के अलावा कोई अन्य बल्लेबाज इंग्लैंड के गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पा रहा था और वेस्टइंडीज के 9 विकेट सिर्फ 166 रनों पर गिर चुके थे। हालांकि रिचर्ड्स ने हिम्मत नहीं हारी और आखिरी विकेट के साथ मिलकर बाउंड्री जड़ते रहे। अंत में वेस्टइंडीज की पूरी पारी 272 रनों पर ऑलआउट हो गई। लेकिन रिचर्ड्स 189 पर नाबाद रहे। रिचर्ड्स ने अपनी पारी में 21 चौके और 5 छक्के लगाए। जवाब में वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने इंग्लैंड की पूरी टीम को मात्र 168 रनों पर समेट दिया। इंग्लैंड का स्कोर रिचर्ड्स के स्कोर से 21 रन कम था।

6. गैरी कर्स्टन 188: यूएई 152: 1996 के विल्श विश्वकप के ग्रुप बी के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के सामने थी संयुक्त अरब अमीरात की टीम। यूएई ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। दक्षिण अफ्रीका ने मैदान पर आते ही आक्रामक क्रिकेट खेलनी शुरू कर दी। कर्स्टन ने शुरू से ही विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी शुरू कर दी और यूएई के अनुभवहीन गेंदबाजों के खिलाफ तेजी से रन बनाने लगे। कर्स्टन के सामने हर गेंदबाज बौना नजर आ रहा था। कर्स्टन अंत तक आउट नहीं हुए और उन्होंने 159 गेंदों में नाबाद 188 रन बनाए। कर्स्टन ने अपनी पारी में 13 चौके और 4 छक्के जड़े। जवाब में बल्लेबाजी के लिए उतरी यूएई की टीम 152 रनों पर ढेर हो गई। यूएई का कुल स्कोर कर्स्टन के स्कोर से 36 रन कम था।

5. कुमार संगकारा 169: दक्षिण अफ्रीका 140: साल 2013 में खेले गए इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। श्रीलंका का पहला विकेट जल्दी गिर गया और तीसरे नंबर पर खेलने उतरे उनके सबसे बेहतरीन बल्लेबाज कुमार संगकारा। संगकारा क्रीज पर आते ही अपने चिरपरिचित अंदाज में खेलने लगे और लगातार बाउंड्री लगाने लगे। संगकारा दक्षिण अफ्रीका के हर गेंदबाज के खिलाफ निरंतर रन बनाते जा रहे थे। कोई भी गेंदबाज उनपर असर छोड़ने में नाकाम साबित हो रहा था। संगकारा ने अपनी बेहतरीन तकनीक के दम पर हर गेंदबाज को नाको चने चबवा दिए। अंत में संगकारा ने 137 गेंदों में 169 रनों की पारी खेली। संगकारा ने अपनी पारी में 18 चौके और 6 छक्के लगाए। जवाब में 320 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम कुल 140 रनों पर ही सिमट गई। दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम का कुल स्कोर संगकारा के स्कोर से 29 रन कम था।

4. एबी डिविलियर्स 162: वेस्टइंडीज 151: 2015 के विश्वकप में पूल बी के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। दक्षिण अफ्रीका का पहला विकेट जल्दी गिर गया। लेकिन इसके बाद अमला, डुप्लेसी और रोसो ने 65, 62 और 61 रन बनाए। वहीं असली शो तो अभी बाकी था। पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे डिविलियर्स से किसी ने भी ये उम्मीद नहीं की होगी कि वह इस तरह की धमाकेदार बल्लेबाजी करेंगे। डिविलियर्स ने मैदान पर आते ही वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के धुएं छुड़ा दिए। डिविलियर्स मैदान के चारों तरफ शॉट खेलने लगे। उनकी बल्लेबाजी का लुत्फ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर हर एक दर्शक उठा रहा था। डिविलियर्स ने केवल 66 गेंदों में ही 162 रन ठोक डाले । डिविलियर्स ने अपनी पारी में 17 चौके और 8 छक्के लगाए थे। डिविलियर्स की पारी की दम पर दक्षिण अफ्रीका ने 408 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की पूरी टीम केवल 151 रन ही बना सकी। वेस्टइंडीज की पूरी टीम का कुल योग भी डिविलियर्स की पारी से 11 रन कम था।

3. डेविड वॉर्नर 178: अफगानिस्तान 142: विश्वकप 2015 में पूल ए के मुकाबले में अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। डेविड वॉर्नर ने आते ही ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी शुरू कर दी और अफगानिस्तान के गेंदबाजों को छठी का दूध याद दिला दिया। वॉर्नर जिस तरह से खेल रहे थे उनके सामने कोई भी अफगान गेंदबाज अपनी छाप नहीं छोड़ पा रहा था। वॉर्नर ने अंत में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 133 गेंदों में शानदार 178 रनों की पारी खेली। वॉर्नर की पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान के सामने जीत के लिए 418 रनों का लक्ष्य रखा। जवाब में अफगानिस्तान की टीम सिर्फ 142 रनों पर ही सिमट गई।

2. रोहित शर्मा 264: श्रीलंका 251: कोलकाता में खेले गए इस मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। रोहित ने क्रीज पर आते ही अपने चिर-परिचित अंदाज में बल्लेबाजी शुरू कर दी और श्रीलंका के गेंदबाजों पर कहर बनकर टूटने लगे। रोहित लगातार तेज गति से रन बना रहे थे। रोहित की बल्लेबाजी का लुत्फ ईडेन गार्डन पर मौजूद हर एक दर्शक उठा रहा था। रोहित ने गजब की बल्लेबाजी करते हुए अपनी पारी में 33 चौके और 9 गगनचुंबी छक्कों की मदद से 264 रनों का स्कोर बना डाला। जवाब में 405 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की पूरी टीम कुल 251 रनों पर ढेर हो गई जो रोहित के स्कोर से भी कम था।

1. डेविड वॉर्नर 156: न्यूजीलैंड 147: न्यूजीलैंड के खिलाफ चैपल-हैडली सीरीज के तीसरे वनडे मैच में डेविड वॉर्नर ने 128 गेंदों में 156 रनों की पारी खेली। वॉर्नर ने इस दौरान अपनी पारी में 13 चौके और 4 शानदार छक्के लगाए। वॉर्नर के 156 रनों की पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवरों में कुल 264 रन बनाए। वॉर्नर के अलावा टीम का अन्य बल्लेाज 40 रनों के योग को भी नहीं छू पाया। 265 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कीवी टीम सिर्फ 147 रन ही बना सकी और वॉर्नर ने अकेले ही पूरी टीम को हरा दिया।

trending this week