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चैंपियंस ट्रॉफी: टीम इंडिया दोबारा बनेगी चैंपियन?

टीम इंडिया 24 मई को इंग्लैंड के लिए रवाना होगी।

टीम इंडिया 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीत चुकी है © IANS
टीम इंडिया 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीत चुकी है © IANS

1 जून से इंग्लैंड में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो ही गया। आईसीसी से लंबे विवाद के बाद आखिरकार बीसीसीआई ने विराट कोहली की अगुवाई में टीम का ऐलान कर ही दिया। 15 सदस्यीय टीम में कोई चौंकाने वाला नाम सामने नहीं आया। सेलेक्टर्स ने उन्हीं खिलाड़ियों पर भरोसा जताया जो पिछले कुछ समय से टीम में बने हुए हैं।

टीम इंडिया में विराट कोहली, शिखर धवन, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, एमएस धोनी(विकेटकीपर), युवराज सिंह, केदार जाधव, मनीष पांडे जैसे बल्लेबाजों को जगह दी गई तो वहीं हार्दिक पांड्या, रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी भी टीम में हैं जो गेंद और बल्ले दोनों से अच्छा प्रदर्शन करने का दम रखते हैं। वहीं तेज गेंदबाजों की बात करें तो मोहम्मद शमी, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह को मौका दिया गया। आइए एक नजर डालते हैं इन खिलाड़ियों की फॉर्म और इनके हालिया प्रदर्शन पर। देखते हैं कि क्या चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया में चुने गए खिलाड़ी टीम इंडिया को फिर से चैंपियन बना सकते हैं?

1. विराट कोहली- चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया की कमान विराट कोहली के हाथ में है। भले ही मौजूदा दौर में उनकी कप्तानी में आईपीएल 10 के दौरान रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया हो लेकिन अगर टीम इंडिया के कप्तान और एक बल्लेबाज के तौर पर उनका रिकॉर्ड देखें तो वो बेहद ही शानदार है। विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने लगातार 7 टेस्ट सीरीज जीती वहीं इंग्लैंड के खिलाफ फुल टाइम कप्तान के तौर पर खेली अपनी पहली वनडे सीरीज और टी-20 सीरीज को भी विराट कोहली ने जीता। बल्लेबाजी के मोर्चे पर भी विराट ने पिछले एक साल में खासे रन बनाए हैं, उनके नाम 8 वनडे में 90.50 के औसत से 543 रन हैं जिसमें 2 शतक और 3 अर्धशतक शामिल हैं। वैसे इंग्लैंड की धरती पर विराट का औसत इतना अच्छा नहीं है। इंग्लैंड में खेले 14 वनडे मुकाबलों में विराट ने 38.54 के औसत से 424 रन बनाए हैं।

2. शिखर धवन-शिखर धवन को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम में जगह मिलने से कई लोग हैरान हैं। दरअसल शिखर धवन पिछले काफी समय से रंग में नहीं हैं उन्होंने बल्ले से कुछ खास प्रदर्शन भी नहीं किया है बावजूद इसके सेलेक्टर्स ने शिखर धवन पर भरोसा जताया है। 2017 में शिखर धवन सिर्फ 2 वनडे खेले जिसमें उन्होंने 6 की औसत से महज 12 रन बनाए। इंडियन प्रीमियर लीग में शिखर धवन जरूर कुछ अच्छी पारियां खेलने में कामयाब रहे हैं और साथ ही इंग्लैंड के मैदानों पर उनका रिकॉर्ड बेहद ही शानदार रहा है। धवन ने इंग्लैंड में 9 मुकाबलों में 74 के धमाकेदार औसत से 518 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं।

3. रोहित शर्मा-चैंपियंस ट्रॉफी के लिए रोहित शर्मा की टीम में वापसी हुई है वो चोट के चलते टीम इंडिया से बाहर थे। पिछले एक साल में रोहित शर्मा ने 5 वनडे में महज 24.60 के औसत से 123 रन बनाए जिसमें वो एक ही अर्धशतक लगा सके। वैसे चोट के बाद रोहित शर्मा आईपीएल में भी शुरुआती मुकाबलों में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके लेकिन पिछले कुछ मुकाबलों में उन्होंने कुछ गजब की पारियां खेली हैं और अपनी टीम मुंबई इंडियंस को मैच जिताए हैं। इंग्लैंड में रोहित शर्मा 38.16 के औसत से 229 रन बना चुके हैं और उनके नाम 3 अर्धशतक हैं।

4. अजिंक्य रहाणे-पिछले एक साल में अजिंक्य रहाणे ने टेस्ट फॉर्मेट में तो गजब का प्रदर्शन किया है लेकिन जहां बात वनडे क्रिकेट की आती है तो उनके आंकड़े थोड़े कमजोर दिखते हैं। रहाणे ने पिछले एक साल में 6 वनडे में 24 के औसत से 144 रन बनाए हैं। आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। वैसे अजिंक्य रहाणे को टीम इंडिया में जगह देने की असली वजह उनका इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन है। रहाणे इंग्लैंड में 38.88 के औसत से 350 रन बना चुके हैं जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक भी शामिल है। रहाणे को टीम इंडिया एक बैकअप ओपनर के तौर पर इस्तेमाल कर सकती है। इंग्लैंड में गेंद स्विंग होगी और साथ ही पिच में उछाल भी रहेगा ऐसे में वो टीम इंडिया के लिए अच्छा विकल्प हो सकते हैं।

5. युवराज सिंह– सिक्सर किंग युवराज सिंह को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम में उनके शानदार प्रदर्शन के दम पर ही चुना गया है। इंग्लैंड के खिलाफ पिछली वनडे सीरीज में युवराज सिंह ने गजब का प्रदर्शन किया था। युवराज ने 3 मैचों में 70 के औसत से 210 रन बनाए थे। युवराज ने इस सीरीज में अपने वनडे करियर की सर्वश्रेष्ठ 150 रनों की पारी भी खेली थी। साथ ही युवराज सिंह को इंग्लैंड में 19 वनडे मैच खेलने का अनुभव भी है, जिसमें वो 34.29 के औसत से 583 रन बना चुके हैं।

6. एम एस धोनी– पूर्व कप्तान और विकेटकीपर एम एस धोनी भी बल्ले से अच्छी फॉर्म में नजर आ रहे हैं। आईपीएल 10 और इंग्लैंड के खिलाफ हुई पिछली वनडे सीरीज में धोनी ने अच्छी पारियां खेली। इंग्लैंड के खिलाफ धोनी ने 3 मैच में 55 के औसत से 165 रन बनाए। इंग्लैंड में खेले 21 मैचों की 16 पारियों में धोनी ने 37.07 के औसत से 519 रन बनाए हैं और उनके बल्ले से 5 अर्धशतक भी निकले हैं। [ये भी पढ़ें: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया घोषित, रोहित और रहाणे टीम में शामिल]

7. केदार जाधव- टीम इंडिया का ये मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज बेहद कम समय में सभी क्रिकेट फैंस के दिलों में जगह बना चुका है। केदार जाधव अपनी बेखौफ बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। पिछले एक साल में केदार जाधव 11 वनडे में कुल 64.40 के औसत से 322 रन बना चुके हैं और उनका स्ट्राइक रेट रहा है 129.83। केदार जाधव भले ही इंग्लैंड में अबतक एक भी मैच नहीं खेले हैं लेकिन उनके अंदर किसी भी जगह, किसी भी पिच पर रन बनाने की कुव्वत है।

8. मनीष पांडे-ऑस्ट्रेलियाई धरती पर धमाकेदार बल्लेबाजी करने वाले मनीष पांडे पिछली सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ नहीं खेल पाए थे। मनीष पांडे को न्यूजीलैंड सीरीज में मौका जरूर मिला था लेकिन वो फेल रहे थे। उनके बल्ले से 5 मैच में महज 19 की औसत से 76 रन ही निकले थे। आईपीएल में मनीष पांडे रंग में दिख रहे हैं उन्होंने अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए कुछ अच्छी पारियां खेली हैं। मनीष पांडे में टैलेंट की कोई कमी नहीं इसीलिए सेलेक्टर्स उन्हें इंग्लैंड में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चुना है।

9. रवींद्र जडेजा– चैंपियंस ट्रॉफी में एक ऑलराउंडर के तौर पर रवींद्र जडेजा टीम इंडिया के लिए बेहद ही अहम साबित हो सकते हैं। जडेजा गेंदबाजी में अपनी सटीक लाइन लेंथ और बल्लेबाजी में तेजी से रन बनाकर मैच का रुख पलटने का दमखम रखते हैं। इंग्लैंड की पिचों पर रवींद्र जडेजा का रिकॉर्ड शानदार है। जडेजा 88.66 के औसत से 266 रन बना चुके हैं और साथ ही उनके नाम 23 विकेट भी हैं। 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया को चैंपियन बनाने में जडेजा की बड़ी भूमिका रही थी। जडेजा ने 5 मैचों में कुल 12 विकेट अपने नाम किए थे।

10. हार्दिक पांड्या-गेंद में रफ्तार और बल्ले की भी तेज धार ये है हार्दिक पांड्या की पहचान। चैंपियंस ट्रॉफी में अगर कोई खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकता है तो वो हैं हार्दिक पांड्या। पांड्या 140 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं और साथ ही वो लंबे-लंबे छक्के लगाने का भी दम रखते हैं। हार्दिक पांड्या अबतक खेले 7 वनडे मैचों में 53.33 के औसत से 160 रन बना चुके हैं और साथ ही उनके नाम 9 विकेट भी हैं।

11. आर अश्विन– भले ही टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर आर अश्विन पिछले एक साल में 3 ही वनडे मैच खेले हों लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी में वो टीम इंडिया की जीत में बड़ा किरदार निभा सकते हैं। अश्विन अपनी चालाकी से रन रोकने और विकेट झटकने में माहिर हैं। वैसे तो पिछली सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ वो 3 ही विकेट ले पाए थे लेकिन इंग्लैंड की सरजमीं पर वो 14 मैच में 21 विकेट ले चुके हैं और उनका इकॉनमी रेट सिर्फ 4.67 रहा है।

12. भुवनेश्वर कुमार-इंग्लैंड के हालात में अगर विरोधी टीमों के लिए कोई सबसे बड़ा खतरा होगा तो वो हैं भुवनेश्वर कुमार। टीम इंडिया के इस गेंदबाज की रफ्तार और धार ने इंडियन प्रीमियर लीग में सभी बल्लेबाजों की नाक में दम किया हुआ है। भुवनेश्वर इंडियन प्रीमियर लीग में अबतक सबसे ज्यादा 21 विकेट झटक चुके हैं। वैसे पिछले एक साल से वो टीम इंडिया की वनडे टीम में नियमित तौर पर नहीं खेल रहे हैं लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी में वो टीम को बड़ी कामयाबी दिला सकते हैं। भुवनेश्वर इंग्लैंड में 9 वनडे में 11 विकेट झटक चुके हैं और इकॉनमी रेट महज 4.10 का है।

13. उमेश यादव– उमेश यादव की रफ्तार चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया को मैच जिता सकती है। मौजूदा दौर में उमेश यादव की लाइन लेंथ में खासा सुधार हुआ है जिससे वो विरोधियों के लिए और बड़ा खतरा बन चुके हैं। पिछले एक साल में उमेश ने 6 वनडे में 9 विकेट झटके हैं। वैसे इंग्लैंड में उनका प्रदर्शन अबतक कुछ खास नहीं रहा है उन्होंने वहां 6 मैच में कुल 5 विकेट लिए हैं।

14. जसप्रीत बुमराह– अपने खास एक्शन की वजह से जसप्रीत बुमराह अब भी कई विरोधी बल्लेबाजों के लिए मुश्किल पहेली से बने हुए हैं। बुमराह की गजब की यॉर्कर और स्लोअर गेंद मैच का रुख पलटने का दमखम रखती है। आईपीएल 10 हो या फिर वनडे क्रिकेट जसप्रीत बुमराह ने खुद को साबित भी किया है। बुमराह 11 वनडे में कुल 22 विकेट ले चुके हैं और उनका इकॉनमी रेट सिर्फ 4.89 रहा है।

15. मोहम्मद शमी– अकसर चोट से परेशान रहने वाले मोहम्मद शमी अब फिट हैं और इसीलिए टीम इंडिया के सेलेक्टर्स ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए मौका दिया है। मोहम्मद शमी को जब भी मौका मिला उन्होंने गेंद से शानदार प्रदर्शन किया। वैसे शमी पिछले दो सालों से टीम इंडिया की वनडे टीम का हिस्सा नहीं रहे लेकिन अपने वनडे करियर में वो 47 मुकाबलों में 87 विकेट झटक चुके हैं। इंग्लैंड में खेले मुकाबलों में भी वो 4 मैच में 8 विकेट ले चुके हैं।

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