नॉटिंघम टेस्ट के शुरू होने से पहले टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या पर लगातार सवाल उठाए जा रहे थे। पांड्या ने पहली पारी में इंग्लैंड के पांच बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा तो दूसरी पारी में शानदार अर्धशतक जमाया।
हार्दिक पांड्या ने तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में 6 ओवर की गेंदबाजी कर 5 विकेट निकाले थे। इन पांच विकेट में इंग्लैंड के कप्तान जो रूट, विकेटकीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो और क्रिस वोक्स का अहम विकट भी शामिल था। पांड्या के इन पांच विकेट की बदौलत भारतीय टीम इंग्लैंड को 161 रन पर समेटने में कामयाब रही। टीम को पहली पारी में 168 रन की अहम बढ़त हासिल हुई थी।
दूसरी पारी में पांड्या ने बल्लेबाजी करते हुए 52 गेंद पर 52 रन की पारी खेली। भारत ने दूसरी पारी में 352 रन बनाए थे जिसमें 52 रन पांड्या के बल्ले से निकले थे। पांड्या की अर्धशतकीय पारी की बदौलत ही भारतीय टीम इंग्लैंड के सामने 520 रन का लक्ष्य रखा।
आलोचकों ने हार्दिक पांड्या के टीम में रहने पर सवाल खड़ा किया था। कई दिग्गजों ने तो यहां तक कहा की पांड्या ऑलराउंडर कहलाने के लायक ही नहीं हैं। इस लिस्ट में भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह का नाम भी शामिल है। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर भी पांड्या की तुलना कपिल देव से किए जाने पर भड़क गए थे। वहीं वेस्टइंडीज दिग्गज माइकल होल्डिंग ने भी पांड्या को ऑलराउंडर ना बुलाने की बात कही थी।