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तेज गेंदबाजी 'चौकड़ी' ने टूर्नामेंट में टीम इंडिया का दावा किया सबसे मजबूत

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय चयनकर्ताओं ने चार स्पेशलिस्ट तेज गेंदबाज भेजें हैं। ये चारों ही गजब का प्रदर्शन कर रहे हैं।

भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण  © Getty Images, © AFP
भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण © Getty Images, © AFP

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया सबसे ज्यादा संतुलित टीम नजर आ रही है। खासतौर पर न्यूजीलैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में चारों तेज गेंदबाजों के जानदार प्रदर्शन के बाद। टीम इंडिया के चारों प्रीमियर तेज गेंदबाजों मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और जसप्रीत बुमराह ने रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ धारदार प्रदर्शन किया और निश्चित अंतराल में विकेट निकालते हुए न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी को पंगु साबित कर दिया। गौर करने वाली बात है कि मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने चैंपिंयंस ट्रॉफी के लिए चार तेज गेंदबाजों का चुनाव इसलिए किया था ताकि विराट कोहली के पास ज्यादा विकल्प रहें। लेकिन अच्छी बात ये है कि इंग्लैंड की पिचों पर ये चारों एक से बढ़कर एक साबित हो रहे हैं।

हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में पूर्व भारतीय क्रिकेटर कपिल देव ने कहा था, “अगर आप पिछले दौरे को देखें, तो टीम इंडिया विपक्षी टीम को चुनौती देने के लिए ज्यादातर अपने बल्लेबाजों पर निर्भर थी। यह पहला मौका है जब हम टीम को मजबूती देने के लिए चार बेहतरीन तेज गेंदबाजों पर निर्भर हैं।” वर्षाबाधित मैच में कोहली को इन गेंदबाजों ने यह भरोसा जरूर दिला दिया कि अगर उनका दिन हुआ तो वे किसी भी बल्लेबाजी आक्रमण को ढहाने का माद्दा रखते हैं।

इन चारों में मोहम्मद शमी गजब अंदाज में गेंद को स्विंग कराते हैं। इंग्लैंड की परिस्थितियों में तेज रफ्तार से स्विंग गेंद फेंकना खासा रंग लाने वाला है। जिस तरह से शमी दोनों ओर गेंद के स्विंग कराते हैं। उसे देखते हुए वह टीम इंडिया में सबसे सशक्त तेज गेंदबाज नजर आते हैं और ऐसे में उनपर तेज गेंदबाजी विभाग की अगुआई करने का दारोमदार होगा। हालांकि, एक बात थोड़ा परेशान करने वाली ये है कि वह चोटों के कारण साल 2015 विश्व कप के बाद लगातार बाहर होते रहे हैं। ऐसे में वह करीब दो सालों के बाद पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच सीधे चैंपियंस ट्रॉफी में खेलेंगे। हालांकि, न्यूजीलैंड के खिलाफ 47 रन पर तीन विकेट झटकने के बाद उन्होंने जता दिया है कि वह अच्छे टच में हैं। उन्होंने जिस तरह से एक ओवर में दो विकेट लिए उससे न्यूजीलैंड अंत तक उबर नहीं पाया। जाहिर है कि इसी रणनीति के साथ आगे के मैचों में भी टीम इंडिया उतरना चाहेगी। ये भी पढ़ें-आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी, भारत बनाम न्यूजीलैंड वॉर्मअप मैच का स्कोरकार्ड

शमी के साथ नई गेंद से भुवनेश्वर गेंदबाजी की शुरुआत कर सकते हैं। आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने के बाद भुवनेश्वर इंग्लिश परिस्थितियों में एक अहम भूमिका निभा सकते हैं। उनका इंग्लैंड में रिकॉर्ड भी खासा अच्छा है। 9 मैच जो अबतक भुवनेश्वर कुमार ने खेले हैं उन्होंने 11 विकेट लिए हैं। इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 4.10 का रहा है जो बेहतरीन है।

अगर विराट कोहली तीन तेज गेंदबाजों को अंतिम एकादश में शामिल करते हैं तो तीसरे तेज गेंदबाज के लिए उमेश यादव और जसप्रीत बुमराह के बीच टक्कर होगी। बुमराह एक चीज में उमेश से आगे नजर आते हैं और वह है तेज तर्रार रफ्तार के साथ यॉर्कर डालने में। डेथ ओवरों में वह कोहली की पहली पसंद रहेंगे क्योंकि इन ओवरों में रनों पर अंकुश लगाने में वह हमेशा कारगर साबित हुए हैं। एक ऐसी पिच में जहां खूब रन बनते हैं वहां आखिरी ओवरों में बुमराह अहम भूमिका निभा सकते हैं।

बहरहाल, उमेश यादव के पास भी अच्छी गति है और वह जल्दी विकेट निकालने में भी अक्सर कामयाब होते हैं। यही एक बात है जिसके चलते टीम मैंनेजमेंट उनपर भरोसा जता सकता है। इसके अलावा पिछले एक से डेढ़ सीजन में जिस तरह से उनकी गेंदबाजी में सुधार देखने को मिला है वह गजब है। यादव का बतौर तेज गेंदबाज सबसे बड़ा हथियार तेज तर्रार रफ्तार के साथ गेंद को स्विंग कराना है। वह पिच में गेंद को तेजी से पटकते हैं और बल्लेबाज की लाइन में ऐसी बाउंसर फेंकते हैं कि उसे अक्सर परेशानी होती है। अब विराट कोहली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए किस संयोजन को चुनते हैं यह देखना दिलचस्प होगा।

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