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चैंपियंस ट्रॉफी 2017, टीम प्रिव्यू:19 साल बाद आईसीसी टूर्नामेंट जीत पाएगी द.अफ्रीका की टीम?

द.अफ्रीका ने 1998 में जीता था आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट

द.अफ्रीकी टीम © AFP
द.अफ्रीकी टीम © AFP

बेमिसाल बल्लेबाज, आग उगलते गेंदबाज और फील्डरों के अंदर चीते सी फुर्ती लेकिन दबाव भरे लम्हों में पूरी तरह ढेर! जी हां यहां बात हो रही है दक्षिण अफ्रीकी टीम की जिसके पास एक से बढ़कर एक मैच विनर हैं लेकिन बड़े मुकाबलों में सब के सब नाकाम रहते हैं। इंग्लैंड में 1 जून से होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में कप्तान ए बी डीविलियर्स की अगुवाई में प्रोटियाज का एक ही लक्ष्य होगा, जीत, जीत और सिर्फ जीत। आइए एक नजर डालते हैं द.अफ्रीकी टीम पर, उसकी ताकत पर कमजोरियों पर और साथ-साथ मौजूदा फॉर्म पर और जानते हैं कि क्या इस टीम में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का दम है?

दक्षिण अफ्रीका की ताकत: ये टीम बल्लेबाजों की ऐसी फौज है जो कि अपने दिन पर विरोधी के मुंह से जीत छीनकर ला सकते हैं। इस टीम के कप्तान ए बी डीविलियर्स हैं जिन्हें मौजूदा दौर का सबसे खतरनाक बल्लेबाज माना जाता है। वो इस वक्त वनडे रैंकिंग के नंबर एक बल्लेबाज भी हैं। साथ ही द.अफ्रीका में विकेटकीपर क्विंटन डी कॉक,हाशिम आमला और फाफ ड्युप्लेसी जैसे बड़े बल्लेबाज भी हैं जो कि किसी भी गेंदबाजी अटैक का दम निकाल सकते हैं।

गेंदबाजी की बात करें तो कगीसो रबाडा, क्रिस मॉरिस, वेल पार्नेल जैसे तेज गेंदबाज अपनी रफ्तार से मैच जिताने का दमखम रखते हैं। द.अफ्रीकी टीम में दुनिया के नंबर वन गेंदबाज इमरान ताहिर भी हैं जो कि विकेट हासिल करने में माहिर हैं। ये टीम युवा जोश और अनुभव से पूरी तरह लबरेज है और इसीलिए द.अफ्रीकी टीम दुनिया की नंबर एक वनडे टीम है। पिछले एक साल के रिकॉर्ड की बात करें तो द.अफ्रीका ने 23 में से 16 वनडे मैच जीते हैं और सिर्फ 6 में उसे हार का सामना करना पड़ा है।

द.अफ्रीका की कमजोरी: इस टीम की एकमात्र कमजोरी दबाव में बिखरना है। द.अफ्रीकी टीम का इतिहास रहा है कि वो हर बड़े टूर्नामेंट के लीग मुकाबलों में गजब का प्रदर्शन करती है लेकिन निर्णायक मैचों में उसका प्रदर्शन अकसर गिर जाता है जिससे उसे हार का सामना करना पड़ता है। 2015 वर्ल्ड कप में द.अफ्रीकी टीम ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया लेकिन पहले सेमीफाइनल में उसे न्यूजीलैंड से 4 विकेट से हार झेलनी पड़ी। 2016 में हुए वर्ल्ड टी20 में तो ये टीम सेमीफाइनल में ही जगह नहीं बना सकी।

किन खिलाड़ियों पर रहेंगी नजरें: बल्लेबाजों में मौजूदा फॉर्म की बात करें तो इस टीम में फाफ ड्युप्लेसी गजब का खेल दिखा रहे हैं। आईपीएल में उन्हें पुणे सुपरजायंट की ओर से कुछ खास मौके नहीं मिले लेकिन वनडे में उनका प्रदर्शन लाजवाब है। पिछले एक साल में ड्युप्लेसी 11 मैच में 72.88 के औसत से 656 रन बना चुके हैं जिसमें 2 शतक और 4 अर्धशतक भी शामिल हैं। कप्तान ए बी डीविलियर्स ने भी 11 मैच में 68.28 के औसत से 478 रन बनाए हैं। वहीं हाशिम आमला 434 और क्विटंन डी कॉक 428 रन बना चुके हैं।

द.अफ्रीका के गेंदबाजों की बात करें तो विकेट लेने में सबसे आगे इमरान ताहिर हैं। इस लेग स्पिनर ने पिछले एक साल में 11 मुकाबलों में 16 विकेट अपने नाम किए हैं। वेन पार्नेल, कागीसो रबाडा, क्रिस मॉरिस ने 15-15 विकेट अपने नाम किए हैं। मतलब चैंपियंस ट्रॉफी में द.अफ्रीकी अटैक में आपको यही 4 गेंदबाज दिखाई देंगे।

चैंपियंस ट्रॉफी में प्रदर्शन: द.अफ्रीका ने इस टूर्नामेंट पर 1998 में कब्जा किया था उस वक्त इसे आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी के नाम से जाना जाता था। इसके बाद हुए 5 टूर्नामेंट में द.अफ्रीकी टीम कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सकी। चैंपियंस ट्रॉफी में द.अफ्रीकी टीम ने अबतक 21 मुकाबले खेले हैं जिसमें से उसे 11 में जीत 9 में हार मिली है जबकि एक मैच बेनतीजा रहा है।

चैंपियंस ट्रॉफी में कार्यक्रम: टूर्नामेंट में द.अफ्रीकी टीम का पहला मुकाबला 3 जून को श्रीलंका से होगा। इसके बाद अफ्रीकी टीम 7 जून को पाकिस्तान और आखिर में 11 जून को टीम इंडिया से भिड़ेगी। ये भी पढ़ें-चैंपियंस ट्रॉफी: अपने घर पर चैंपियन बनेगी इंग्लैंड?

चैंपियंस ट्रॉफी में द.अफ्रीका की टीम: ए बी डीविलियर्स(कप्तान), हाशिम आमला, फरहान बेहारदीन, जे पी ड्यूमिनी, क्विंटन डी कॉक, फाफ डू प्लेसी, केशव महाराज, डेविड मिलर, मॉर्ने मॉर्कल, क्रिस मॉरिस, वेन पार्नेल, एंडिल, फेलुकवायो, ड्वेन प्रीटोरियस, कागिसो रबाडा, इमरान ताहिर।

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