पहले टेस्ट में बुरी तरह हारने के बाद भारतीय टीम में खलबली मची हुई है। अपनी ही धरती पर, अपनी मनमुताबिक पिच पर, अपने दर्शकों के सामने, विश्वस्तरीय गेंदबाज, सितारों से सजी बल्लेबाजी। इतना कुछ होने के बाद भी मेहमान टीम के हाथों शिकस्त झेलना किसी बुरे सपने जैसा है। पुणे टेस्ट से पहले भारतीय टीम लगातार जीत रही थी और अजेय चली आ रही थी। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के सामने पहले ही टेस्ट में भारत को मुंह की खानी पड़ी। जैसा कि प्रचलन है, पहले टेस्ट में हार के बाद भारतीय टीम की आलोचना भी शुरू हो गई है और कई खिलाड़ियों को टीम से बाहर किए जाने की बात हो रही है। पहले टेस्ट में मिली हार से निराश भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा कि दूसरे टेस्ट से पहले भारतीय टीम में बदलाव की जरूरत है और टीम से ईशांत शर्मा और जयंत यादव को बाहर कर देना चाहिए। अजहरुद्दीन ने तो सिर्फ दो ही खिलाड़ियों को बाहर करने की वकालत की है। लेकिन इस सूची में अगर अजिंक्य रहाणे को भी जोड़ दिया जाए तो कुछ गलत नहीं होगा। रहाणे पिछले कुछ समय से लगातार खराब खेल रहे हैं और रनों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ शामिल किए गए बल्लेबाज करुण नायर को भी रहाणे के वापस आने से टीम से बाहर होना पड़ा है। ऐसे में आइए नजर डालते हैं कि दूसरे टेस्ट में किन खिलाड़ियों पर गिर सकती है गाज और कौन हो सकते हैं उनके विकल्प।
ईशांत शर्मा(विकल्प- भुवनेश्वर कुमार): कभी टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी का भविष्य माने जाने वाले ईशांत शर्मा आज कल टीम पर बोझ से नजर आने लगे हैं। ईशांत शर्मा को लगातार मौके दिए जा रहे हैं, लेकिन वह हर बार विफल साबित हो रहे हैं। ईशांत शर्मा ने साल 2007 में भारतीय टीम में अपना पदार्पण किया था। शुरुआत में उनकी गति ने सभी को बहुत प्रभावित भी किया और ऑस्ट्रेलिया में किए गए उनके प्रदर्शन ने सभी का दिल जीत लिया। लेकिन समय के साथ वह अपनी गेंदबाजी का स्तर उठा नहीं सके। पहले उनकी गेंदबाजी में वह गति नहीं रही और फिर वह अपनी धार खोते रहे। उनके प्रदर्शन में भी गिरावट साफ देखने को मिली। साल 2015 से अब तक उन्होंने 14 मैचों में कुल 28 ही विकेट अपने नाम किए हैं। इस दौरान उन्होंने 5 विकेट सिर्फ एक ही बार झटका है। वहीं पिछले 2 टेस्ट में उन्हें केवल 3 ही विकेट हासिल हुए हैं। साल 2017 में बांग्लादेश जैसी कमजोर टीम के खिलाफ खेले गए एकमात्र टेस्ट में भी उन्होंने सिर्फ 3 ही विकेट हासिल किए थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट में तो उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। ये भी पढ़ें: टीम इंडिया को हराने में इस भारतीय ने दिया ऑस्ट्रेलिया का साथ
साफ है ईशांत शर्मा का प्रदर्शन लगातार गिर रहा है और उन्होंने हाल फिलहाल ऐसा कोई काम नहीं किया है जिससे उन्हें टीम में शामिल किया जाए। ईशांत शर्मा की जगह दूसरे टेस्ट में भुवनेश्वर कुमार को मौका दिया जा सकता है। भुवनेश्वर जरूरत के वक्त टीम को विकेट निकाल कर देते हैं। और उनकी स्विंग गेंदबाजी से भारत को शुरुआत में विकेट प्राप्त हो सकते हैं। भुवनेश्वर ने साल 2016 में 4 मैचों में कुल 13 विकेट झटके थे। ऐसे में दूसरे टेस्ट में ईशांत की जगह भुवनेश्वर कुमार एक अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं।
जयंत यादव(विकल्प- कुलदीप यादव):जयंत यादव को भारतीय टीम में बतौर ऑलराउंडर चुना गया है। उन्हें साझेदारी तोड़ने के लिए भी जाना जाता है। लेकिन कुछ समय से ना तो वह गेंद से कुछ खास कर पा रहे हैं और ना ही बल्ले से योगदान देने में सफल रहे हैं। जयंत यादव ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में बुरी तरह फ्लॉप रहे और दोनों पारियों में कुल 7 रन ही बना सके। इस दौरान उनका सर्वोच्च 5 रन रहा। गेंदबाजी में भी उन्होंने दोनों पारियों में मिलाकर 2 ही विकेट हासिल किए। इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ भी कुछ पारियों को छोड़ दिया जाए तो उनका प्रदर्शन उस स्तर का नहीं रहा।
ऐसे में दूसरे टेस्ट में उनके स्थान पर युवा कुलदीप यादव को दिया जा सकता है। कुलदीप यादव को अभी तक अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलने का अनुभव नहीं है। लेकिन उन्होंने घरेलू मैचों में गजब का प्रदर्श किया है। वह बाएं हाथ के चाइनामैन गेंदबाज हैं और जरूरत के समय बल्ले से भी काफी उपयोयगी साबित हो सकते हैं। घरेलू क्रिकेट में उनके आंकड़ों पर गौर करें तो, उन्होंने प्रथम श्रेणी के 22 मैचों में 81 विकेट झटके हैं। इसके अलावा प्रथम श्रेणी के 22 मैचों में उन्होंने 28.92 की औसत के साथ 723 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वोच्च 117 रन रहा है। ऐसे में दूसरे टेस्ट में जयंत के स्थान पर कुलदीप यादव को आजमाया जा सकता है।
अजिंक्य रहाणे(विकल्प- करुण नायर): भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे के दिन कुछ खास नहीं चल रहे। उनकी मौजूदा फॉर्म उनका साथ नहीं दे रही और वह लगातार फ्लॉप साबित हो रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ चोटिल होने के बाद रहाणे ने बांग्लादेश के विरुद्ध टीम में वापसी की और अर्धशतक जड़ा था। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में एक बार फिर से वह रन बनाने के लिए संघर्ष करते नजर आए और दोनों पारियों में 13, 18 रन बनाकर आउट हो गए। ऐसा नहीं कि रहाणे सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही फ्लॉप हुए हैं। बल्कि बांग्लादेश के खिलाफ अर्धशतकीय पारी को छोड़ दिया जाए तो पूरी इंग्लैंड सीरीज में वह लगातार रनों के अभाव से गुजर रहे थे। हालांकि तीन टेस्ट के बाद वह चोटिल हो कर टीम से बाहर हो गए थे। ये भी पढ़ें: मोहम्मद शमी को क्रिकेट के मैदान में जल्दी वापसी की उम्मीद
लेकिन तीन टेस्ट मैचों में रहाणे ने 13, 1, 23, 26, 0 और एक मैच में उन्हें बल्लेबाजी का मौकी नहीं मिला था। साफ है भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान रहाणे का फिलहाल बल्ले से कुछ खास प्रदर्शन नहीं रहा है और उनके कारण तिहरा शतक लगा चुके करुण नायर को बाहर बैठना पड़ रहा है। करुण नायर की बात करें तो उन्होंने इंग्लैंडे के खिलाफ 3 मैचों में खिलाया गया। जिसमें उन्हें एक बार बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला, तो वहीं उन्होंने आखिरी टेस्ट में तिहरा शतक जड़ दर्शा दिया था कि मौका मिलने पर वह खतरनाक बल्लेबाज हैं। ऐसे में अच्छी बल्लेबाजी के बाद भी टीम में जगह ना मिल पाने से इस युवा खिलाड़ी के विश्वास में गिरावट आ सकती है। भारतीय टीम मैनेजमेंट को इस तरफ ध्यान देना होगा और जो खिलाड़ी खराब दौर से गुजर रहे हैं उनके स्थान पर अच्छे खिलाड़ियों को मौका देना होगा।
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