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धर्मशाला में धमाकेदार जीत के बाद ऐसे गरजी टीम इंडिया

टीम इंडिया ने लगातार 7वीं टेस्ट सीरीज जीती

बॉर्डर-गावस्कर जीत के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ी जश्न मनाते हुए © PTI
बॉर्डर-गावस्कर जीत के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ी जश्न मनाते हुए © PTI

धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से पटखनी देने के बाद टीम इंडिया ने एक बार फिर बॉर्डर-गावस्कर सीरीज पर कब्जा किया। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया। विराट कोहली लगातार 7 सीरीज जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बने, साथ ही टीम इंडिया द.अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बाद तीसरी ऐसी टीम बन गई जिसने सभी टेस्ट खेलने वाले देशों के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीती हो। शायद यही वजह है कि टीम इंडिया के खिलाड़ियों से लेकर कोच अनिल कुंबले ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली जीत को भारत की सबसे बड़ी जीत में से एक बताया। आइए डालते हैं एक नजर कि आखिर टीम इंडिया ने धर्मशाला में मिली जीत के बाद क्या बयान दिए।

 

विराट कोहली: सबसे बड़ी सीरीज जीत- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज जीत को विराट ने सबसे बड़ी सीरीज जीत बताया। जीत के बाद विराट बोले ‘ये हमारी सबसे बड़ी सीरीज जीत है, मुझे लगा था कि इंग्लैंड हमें कड़ी टक्कर देगा लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने जिस तरह का खेल दिखाया वो काबिलेतारीफ है। हमारी टीम ने भी पहला टेस्ट गंवाने के बाद पलटवार किया, सभी ने जीत का जज्बा और परिपक्वता दिखाई। अजिंक्य रहाणे ने गजब की कप्तानी की। हमने अपने फिटनेस प्रोग्राम में जो बदलाव किए उससे काफी फायदा मिला। खिलाड़ियों ने पूरे सीजन में शानदार प्रदर्शन किया। सीजन में एक-दो खिलाड़ियों ने नहीं बल्कि पूरी टीम ने प्रदर्शन किया। इन पांच कारणों से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चटाई सीरीज में धूल

अजिंक्य रहाणे: बेखौफ क्रिकेट खेली- धर्मशाला टेस्ट में विराट के चोटिल होने पर टीम की कमान संभालने वाले अजिंक्य रहाणे ने जीत के बाद कहा ‘इस जीत की हकदार पूरी टीम है। इस सीरीज में ही नहीं बल्कि पूरे सीजन में टीम इंडिया ने गजब का प्रदर्शन किया। कप्तान के तौर पर मिली सफलता से बेहद खुश हूं। हमारे गेंदबाजों, बल्लेबाजों और फील्डर्स ने गजब का खेल दिखाया। धर्मशाला टेस्ट के पहले दिन लंच के दौरान हमने तय कर लिया था कि अगर हम रनरेट रोकेंगे तो हमें विकेट जरूर मिलेंगे क्योंकि सिर्फ वॉर्नर और स्मिथ ही रन बना रहे थे। दूसरे सेशन में जिस तरह की गेंदबाजी कुलदीप यादव ने की वो नायाब थी। उमेश यादव,भुवनेश्वर कुमार ने भी अच्छी गेंदबाजी की।’ [ये भी पढ़ें: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया धर्मशाला टेस्ट का पूरा स्कोरकार्ड यहां देखें]

रविंद्र जडेजा: मैथ्यू वेड से हुई लड़ाई से प्रेरणा मिली-ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज बनने वाले और धर्मशाला टेस्ट में मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतने वाले ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने खुलासा किया कि उन्हें मैथ्यू वेड से हुई लड़ाई के बाद अच्छे प्रदर्शन की प्रेरणा मिली। जडेजा ने कहा ‘नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज बनना और चैंपियन टीम का खिलाड़ी होना शानदार है। मैं बल्लेबाजी के दौरान अपना समय लेकर बल्लेबाजी कर रहा था लेकिन तभी पीछे से मैथ्यू वेड ने मुझसे लड़ाई, शुरू कर दी जिसने मुझे अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। मुझमें एक खिलाड़ी के तौर पर काफी सुधार हुआ है। कुछ समय पहले तक लोग मुझे टेस्ट गेंदबाज नहीं मानते थे लेकिन ये सीजन उन लोगों को जवाब है।’

चेतेश्वर पुजारा: 3-1 से जीतना चाहते थे सीरीज- धर्मशाला टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा ने भी जीत में अहम भूमिका अदा की। पहली पारी में अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा ‘पुणे में पहला टेस्ट गंवाने के बाद हम 3-1 से सीरीज जीतना चाहते थे लेकिन हम 2-1 से जीत हासिल कर भी खुश हैं। दूसरी पारी में जिस तरह से हमारे गेंदबाजों ने गेंदबाजी की वो काबिलेतारीफ है। हमारे बीच अच्छी साझेदारियां हुई। मैंने पहले सेशन में यही कहा कि हमें विकेट नहीं गंवाने हैं। हम जानते थे कि हम अगर विकेट नहीं गंवाएंगे तो हम बड़ा स्कोर खड़ा करेंगे। टीम ने घरेलू सीजन में अच्छा प्रदर्शन किया अगले सीजन में यही प्रदर्शन जारी रखने की कोशिश करेंगे।’

के एल राहुल: बड़ी पारी नहीं खेल पाने का मलाल- सीरीज में 6 अर्धशतक लगाने वाले ओपनर के एल राहुल ने एक भी मैच में शतक ना लगाने पर अफसोस जताया। मैच के बाद के एल राहुल ने इसका इजहार भी किया। ‘पुणे में चोट लगने के बाद मुझे पता था कि मैं वो शॉट्स नहीं खेल सकता जो मुझे पसंद हैं ये बड़ी बंदिश थी। मैं अपने शॉट खेलना पसंद करता हूं, स्पिनर्स के खिलाफ आक्रामकता मुझे पसंद है लेकिन मुझे धर्मशाला में अपना खेल बदलना पड़ा। मुझे काफी निराशा है कि मैं अपने अर्धशतकों को बड़ी पारी में नहीं बदल सका। लेकिन अब जीत के बाद कुछ मायने नहीं रखता।’

उमेश यादव: जीत के लिए कड़ी मेहनत की- उमेश यादव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 17 विकेट झटके और टीम इंडिया की जीत में बड़ी भूमिका अदा की। उमेश ने कहा ‘मैंने आखिरी टेस्ट से पहले खुद से कहा कि ये सीजन का आखिरी टेस्ट है और मुझे अपना बेस्ट प्रदर्शन करना है। मैं अपनी टीम के लिए शानदार प्रदर्शन करना चाहता था और मैंने कर दिखाया। धर्मशाला में फेंके गए स्पेल मेरे लिए स्पेशल हैं’।

अनिल कुंबले: अब विदेश में जीत की बारी- टीम इंडिया के कोच अनिल कुंबले भारत की जीत के बाद खासे उत्साहित दिखे, कुंबले ने कहा, ‘0-1 से पिछड़ने के बाद पलटवार करना शानदार रहा। तेज गेंदबाजों ने पूरे सीजन में अच्छा प्रदर्शन किया। सभी खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी निभाई। हमें बस फील्डिंग में थोड़ा ध्यान देना होगा। जडेजा ने पूरे सीजन में गेंद और बल्ले से कमाल दिखाया। मुझे लगता है ये टीम विदेश में भी जीत सकती है।’

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