भारत बनाम इंग्लैंड सीरीज का चौथा टेस्ट आज मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाने वाला है। भारतीय टीम 2-0 से टेस्ट सीरीज में बढ़त बनाए हुए है वहीं इंग्लैंड सीरीज में वापसी के लिए कोशिश कर रही है। वानखेड़े में खेला जाने वाला टेस्ट दोनों ही टीमों के लिए अहम हैं। जहां एक तरफ मेहमान टीम इस मैच में जीत दर्ज कर क्लीन स्वीप के खतरे को टालना चाहेगी वहीं भारतीय टीम वानखेड़े में जीत हासिल कर 2012 के टेस्ट में मिली हार का बदला ले सकती है। 2012 में इंग्लैंड के भारत दौरे पर हुई चार मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट वानखेड़े में खेला गया था और भारत वह टेस्ट दस विकेट से हार गया था। चेतेश्वर पुजारा और रविचंद्रन अश्विन के अलावा कोई भी बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका था। ये भी पढ़ें: चौथे टेस्ट मैच से पहले चोटिल हुए अजिंक्य रहाणे, मनीष पांडे टीम में शामिल
भारत उस सीरीज पर पहला टेस्ट जीत चुका था और दूसरे टेस्ट में भी कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को जीत की उम्मीद थी लेकिन इस बार एलियेस्टर कुक का पलड़ा भारी रहा। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग सस्ते में निपट गए और बाकी खिलाड़ियों ने भी उनका अनुसरण किया। पुजारा ने शानदार शतक लगाया तो वहीं अश्विन ने भी अर्धशतक जड़ा लेकिन यह भारत की जीत के लिए काफी नहीं था। कप्तान कुक और केविन पीटरसन ने शतकीय पारियां खेली और इंग्लैंड ने 413 रन बनाकर 86 रन की बढ़त हासिल कर ली। जवाब में भारतीय टीम की दूसरी पारी 142 पर सिमट गई और इंग्लैड ने बिना कोई विकेट खोए 58 रन बनाकर जीत हासिल कर ली। इस मैच में स्पिनर्स ने कमाल का प्रदर्शन किया था। इंग्लैंड के ग्रीम स्वॉन और मोंटी पनेसर की जोड़ी ने मिलकर कुल 19 विकेट चटकाए वहीं भारत की ओर से अश्विन, प्रज्ञान ओझा और हरभजन सिंह ने मिलकर नौ विकेट लिए थे। इस बार हालात काफी अलग हैं, भारत के पास अश्विन-जडेजा की स्पिन जोड़ी के साथ जयंत यादव जैसा गेंदबाज भी टीम में मौजूद है। भारत की बल्लेबाजी भी पिछली बार से कहीं ज्यादा मजबूत है। कप्तान विराट कोहली तो बेहतरीन फॉर्म में हैं ही उनके साथ-साथ पुजारा, अश्विन और मुरली विजय भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि मुंबई टेस्ट के लिए किन 11 खिलाड़ियों को कोहली टीम में जगह देंगे। हम यहां पर अंदाजा लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि अंतिम एकादश में कौन कौन से खिलाड़ी होंगे। ये भी पढ़ें: भारत बनाम इंग्लैंड चौथे टेस्ट से पहले चोटिल हुए तेज गेंदबाज शमी
शीर्ष क्रम: भारतीय टीम में अब तक जो सबसे बड़ी परेशानी है वह है सलामी बल्लेबाजी। न्यूजीलैंड के साथ सीरीज से लेकर अब तक भारत कई अलग-अलग जोड़ियों को परख चुकी है। ताज्जुब की बात यह है कि मुरली विजय तो अपनी जगह पर स्थाई हैं लेकिन उनके जोड़ीदार बल्लेबाज लगातार चोटिल हो रहे हैं। मोहाली टेस्ट में पार्थिव पटेल ने सलामी बल्लेबाजी की थी और दोनों पारियों में रन बनाए थे। हालांकि अब यह बात साफ हो चुकी है कि विजय के पूर्व जोड़ीदार लोकेश राहुल फिट हो गए हैं इसलिए वह मुंबई टेस्ट में खेलेंगे। वहीं तीसरे स्थान पर भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ यानि कि चेतेश्वर पुजारा तो रहेंगे ही।
मध्य क्रम: भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली के रहने से भारत का मध्य क्रम एकदम मजबूत है। वहीं अजिंक्य रहाणे के नेट में अभ्यास करते समय चोटिल होने के बाद मनीष पांडे को उनकी जगह टीम में लाया गया है और मुंबई टेस्ट में वह पांचवे स्थान पर खेलते दिखेंगे। वहीं युवा बल्लेबाज करूण नायर को भी मोहाली टेस्ट में छह नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया था लेकिन वह चार रन पर रन आउट हो गए थे। मुंबई में उन्हें एक और बार मौका दिया जा सकता है, छह नंबर पर नायर के खेलनी की संभावना पांडे से ज्यादा है। मुंबई टेस्ट में रिद्धिमान साहा की गैर मौजूदगी में पार्थिव पटेल का टीम में रहना जरूरी है इसलिए वह छह नंबर पर बल्लेबाजी करते दिखेंगे क्योंकि ओपनिंग के लिए लोकेश राहुल अब फिट हैं।
निचला क्रम: भारतीय टीम की बल्लेबाजी के निचले क्रम का नाम बदलकर नायक क्रम रख देना चाहिए क्योंकि इस सीरीज की शुरूआत से ही पुछल्ले बल्लेबाज ही गेंद और बल्ले दोनों से टीम को जीत दिला रहे हैं। रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और जयंत यादव मिलकर भारत के बल्लेबाजी क्रम को हर विपरीत परिस्थितियों में संभाल लेंगे। जडेजा ने मोहाली टेस्ट में शानदार 90 रन बनाए थे और मैन ऑफ द मैच रहे थे।
स्पिन गेंदबाजी: भारत का निचला बल्लेबाजी क्रम ही भारत का स्पिन मोर्चा भी है। रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और जयंत यादव वानखेड़े टेस्ट में इंग्लैंड टीम के बल्लेबाजी क्रम को बिखेर कर रख देंगे। इन तीनों खिलाड़ियों के रूप में भारत को मैच विनर ऑलराउंडर मिल गए हैं। जैसा कि सभी पहले से जानते हैं वानखेड़े पिच पर स्पिन विनिंग फैक्टर साबित हो सकता है, ऐसे में भारत के लिए यह तीनों अहम भूमिका निभा सकते हैं।
तेज गेंदबाजी: भारत की ओर से इस सीरीज में उमेश यादव और मोहम्मद शमी ने खूबसूरत तेज गेंदबाजी का प्रदर्शन किया है। भारत के लिए परेशानी की बात यह है कि शमी को पैर में हैमस्ट्रैंग की शिकायत है जिस वजह से यह कहा गया था कि वह अगले दोनों टेस्ट में से एक मैच में बाहर रहेंगे। वहीं कप्तान विराट कोहली यह नहीं चाहते कि शमी की परेशानी और बढ़े इसलिए शरदुल ठाकुर को शामिल किया गया है और शमी के मुंबई टेस्ट में खेलने या न खेलने का फैसला शमी मैच से पहले ही लिया जाएगा। अगर शमी वानखेड़े टेस्ट मिस करते हैं तो उनकी जगह भुवनेश्वर कुमार ही सबसे बेहतर विकल्प है क्योंकि हार्दिक पंड्या चोट के कारण बाहर हैं वहीं ईशांत शर्मा की शादी की वजह से उन्हें टीम से रिलीज कर दिया गया था।
अंतिम एकादश कुछ इस प्रकार हो सकते हैं:
मुरली विजय, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), मनीष पांडे/ करूण नायर, पार्थिव पटेल (विकेटकीपर), रविंचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, जयंत यादव, मोहम्मद शमी/भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव।
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