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भारत बनाम इंग्लैंड वनडे सीरीज में टीम इंडिया का रिपोर्ट कार्ड

इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा और आखिरी वनडे हारने के बाद भी टीम इंडिया ने 2-1 से सीरीज पर कब्जा कर लिया है।

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भारत बनाम इंग्लैंड वनडे सीरीज भारत ने 2-1 से जीत ली है। भारत ने पुणे और कटक में खेले गए मैच जीत लिए लेकिन कोलकाता में खेला गया आखिरी मैच भारत 5 रनों से हार गया। अगर कोलकाता वनडे की बात करें तो भारत और इंग्लैंड दोनों टीमों का प्रदर्शन बढ़िया रहा लेकिन इंग्लैंड ने थोड़ा बेहतर प्रदर्शन दिखा कर मैच अपने नाम कर लिया। हालांकि कोलकाता वनडे हारकर भी टीम इंडिया ने सीरीज जीत ली। अगर पूरी सीरीज में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन को आंका जाए तो टीम ने अब भी कई कमियां हैं जैसे सलामी बल्लेबाजी का लगातार फेल होना। यहां हम इस सीरीज के आधार पर भारतीय खिलाड़ियों को 10 में से अंक देने जा रहे हैं। आप भी देखें कि आपके पसंदीदा खिलाड़ी को कितने अंक मिले। ये भी पढ़ें: केदार जाधव ने अपनी बल्लेबाजी के लिए महेंद्र सिंह धोनी को दिया श्रेय

केदार जाधव, 9/10: साल 2015 में जिम्बांबे के खिलाफ बनाया केदार जाधव का शानदार शतक शायद ही किसी को याद होगा। जाधव ने टीम इंडिया में अपनी जगह बतौर फिनिशर पक्की कर महेंद्र सिंग धोनी का बोझ कम कर दिया है। जाधव ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन सभी को दिखाया।
पुणे में रनों का पीछा करते हुए उन्होंने अपने घरेलू मैदान पर शतक जड़ा। वहीं कटक वनडे में भी जाधव ने ताबड़तोड़ 22 रन बनाए। साथ ही कोलकाता के मैदान पर जाधव की 90 रनों की पारी की बदौलत भारत लगभग जीत गया था। बल्लेबाजी के अलावा जाधव गेंद से भी टीम में योगदान देते हैं। ये भी पढ़ें: भारतीय क्रिकेट की नई खोज हैं केदार जाधव : विराट कोहली

मैच: 3। रन: 232। औसत: 77.33। सर्वाधिक स्कोर: 120। स्ट्राइक रेट: 144.1। शतक: 1। अर्धशतक: 1।

हार्दिक पांड्या, 8.5/10: अपने डेब्यू वनडे में मैन ऑफ द मैच बनने से लेकर हार्दिक पांड्या केवल बेहतर हुए हैं। अगर भारत कोलकाता वनडे जीत जाता उन्हें एक और मैन ऑफ मैच अवार्ड मिल सकता था। उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से बढ़िया प्रदर्शन किया।
पुणे में उन्होंने 40 रनों की पारी खेलकर टीम को मैच जिताया। वहीं कटक में आखिरी ओवरों में 19 रन बनाकर पांड्या स्कोर को 400 के पार ले गए। वहीं कोलकाता वनडे में पहले उन्होंने गेंदबाजी करते हुए 49 रन देकर 3 अहम विकेट चटकाए। वहीं बाद में बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतक भी जड़ा।

मैच: 3। रन: 115। औसत: 115। सर्वाधिक स्कोर: 56। स्ट्राइक रेट: 129.2।अर्धशतक: 1। विकेट: 5। औसत: 31। इकोनॉमी: 6.20। कैच: 1।

युवराज सिंह, 8/10: इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भारतीय फैंस के लिए जो सबसे बड़ी खुशखबरी रही वह है सिक्सर किंग युवराज सिंह का फॉर्म में वापस आना। युवराज ने पहले वनडे में शुरुआत की थी लेकिन वह इसे आगे नहीं बढ़ा सके। लेकिन कटक में युवराज ने बताया किस फॉर्म अस्थाई होती है लेकिन क्लास स्थाई होता है।
कटक वनडे में उन्होंने 150 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली और भारत का स्कोर 381 तक पहुंचाया। युवराज ने हर वह शॉट खेला जो वह पहले खेलते थे। हालांकि कोलकाता में 45 रन बनाने के बाद वह कैच आउट हो गए। युवराज का प्रदर्शन पूरी सीरीज में अच्छा रहा लेकिन कुछ बातें जिन पर उन्हें काम करने की जरूरत है। पुराना बल्लेबाज युवराज तो वापस आ गया है लेकिन पुराना फील्डर यूवी मैदान पर नहीं दिख रहे हैं। इसके लिए उनका एक अंक कटता है। ये भी पढ़ें: इतिहास के पन्नों से: जब 414 रन बनाकर भी केवल तीन रन से जीती थी टीम इंडिया

मैच: 3। रन: 210। औसत: 70। सर्वाधिक स्कोर: 150। स्ट्राइक रेट: 107.1। शतक: 1।

विराट कोहली, 7.5/10: कोहली ने बतौर स्थाई कप्तान अपनी पहली सीरीज जीत ली है और वह सबसे तेल 1,000 वनडे रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। साथ ही पुणे में उन्होंने अपने करियर का 27वां वनडे शतक जड़ा। मौजूदा समय में वह विश्व के सफल बल्लेबाजों में से एक हैं। हालांकि कोलकाता में वह अपने शतक से चूक गए। उन्होंने अर्धशतक लगाया लेकिन उसे अंजाम तक नहीं ले जा सके।

मैच: 3। रन: 185। औसत: 61.67। सर्वाधिक स्कोर: 122। स्ट्राइक रेट: 106.9। शतक: 1। अर्धशतक: 1। कैच: 1।

महेंद्र सिंह धोनी, 7/10: कप्तानी से हटने के बाद पहली वनडे सीरीज में धोनी कप्तानी छोड़ नहीं पाए। कई ऐसे पल कैमरे में कैद हुए थे जब धोनी कप्तान की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। कटक वनडे में निडर युवराज के साथ आक्रामक धोनी की झलक भी देखने को मिली। धोनी ने दूसरे वनडे में 134 रनों की धमाकेदार पारी खेली और युवराज के साथ 256 रनों की शानदार साझेदारी बनाई। तीन साल बाद धोनी ने अपना 10वां वनडे शतक जड़ा। साथ ही धोनी ने विकेट के पीछे भी बढ़िया प्रदर्शन किया।

मैच: 3। रन: 165। औसत: 55। सर्वाधिक स्कोर: 134। स्ट्राइक रेट: 100.6। शतक: 1। डिसमिसल: 4।

रवींद्र जडेजा, 7/10: रवींद्र जडेजा का प्रदर्शन इस सीरीज में ठीक रहा। इंग्लैंड ने इस सीरीज में 6.91 की रन रेट से रन बनाए। वहीं जडेजा के तीनों वनडे में 5.23 की रेट से 10 ओवर डाले। साथ ही सर जडेजा ने तीनों मैचों में इंग्लैंड के खतरनाक सलामी बल्लेबाज जेसन रॉय को आउट किया। वहीं कोलकाता में उन्होंने अपने 150 वनडे विकेट पूरे किए। इसी के साथ वह कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, मनोज प्रभाकर और इरफान पठान के बाद पांचवें भारतीय खिलाड़ी बन गए जिसने वनडे में 1,500 रन बनाने के साथ 150 विकेट भी लिए। साथ ही जडेजा की फील्डिंग हमेशा की तरह बेहतरीन थी लेकिन पुणे और कटक में उन्होंने रन आउट और कैच के दो मौके गंवाए जिसके लिए उनके कुछ अंक तो कटेंगे ही।

मैच: 3। रन: 39। औसत: 19.50। सर्वाधिक स्कोर: 16। स्ट्राइक रेट: 134.5। विकेट: 4। औसत: 39.25। इकोनॉमी रेट 5.23। कैच: 2।

भुवनेश्वर कुमार , 6.5/10: उमेश यादव की जगह दूसरे वनडे में भुवनेश्वर को टीम में जगह दी गई और उन्होंने इस मौके का पूरा फायदा उठाया। तीनों ही वनडे मैचों में 300 के अधिक के स्कोर बने जिससे गेंदबाजों का काम काफी बढ़ गया। भुवी को पावरप्ले के साथ डेथ ओवरों में भी गेंदबाजी करनी पड़ी। हालांकि उन्होंने निराश नहीं किया, भुवी ने हाल ही में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए शानदार गेंदबाजी की थी जिसकी बदौलत टीम ने खिताबी जीत हासिल की। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भुवी ने शुरुआती ओवरों में सलामी बल्लेबाजों का काफी तंग किया। साथ ही आखिरी ओवरों में उनकी कसी गेंदबाजी के कारण इंग्लैंड के स्कोर में 30-40 रनों का फर्क आया।

मैच: 2। विकेट: 1। औसत: 119। इकोनॉमी रेट: 6.61।

रविचंद्रन अश्विन, 5.5/10: टीम इंडिया के सबसे सफल स्पिनर को इतने कम अंक क्यों मिले, इस सवाल के जवाब कई हैं। अश्विन ने शुरुआती ओवरों में बल्लेबाजों को परेशान जरूर किया लेकिन आखिरी ओवरों में उन्होंने काफी रन लुटाए। हालांकि कटक में 65/3 का उनका स्पेल जीत में बड़ी भूमिका रखता है। लेकिन इस सीरीज पर जडेजा उनसे बेहतर साबित हुए हैं। वहीं अमिल मिश्रा भी अश्विन की जगह लेने को तैयार बैठे हैं। कोलकाता वनडे में जब टीम को उनकी जरूरत थी तब वह रन नहीं बना पाए।

मैच: 3। रन: 16। औसत: 16। सर्वाधिक स्कोर: 15। स्ट्राइक रेट: 123.1। विकेट: 3। औसत: 62.67। इकोनॉमी रेट: 6.96।

जसप्रीत बुमराह, 5.5/10: टीम इंडिया के यॉर्कर स्पेशलिस्ट मैजिक बुमराह ने इस सीरीज में जरूरत से ज्यादा रन लुटाए। उन्होंने पावरप्ले में बल्लेबाजों को बांध कर रखा लेकिन वह डेथ ओवरों में वह रन नहीं रोक सके। हालांकि उन्होंने कई बढ़िया कैच पकड़े और रन आउट भी किए।

मैच: 3। विकेट: 5। औसत: 45.60। इकोनॉमी रेट: 7.60। कैच: 2।

उमेश यादव, 2/10: यादव ने केवल पुणे वनडे खेला जहां वह बुरी तरह फ्लॉप रहे। उन्होंने बहुत रन लुटाए और इसलिए उन्हें बाकी दो मैचों से ड्रॉप कर दिया गया।

मैच: 1। विकेट: 1। औसत: 63। इकोनॉमी रेट: 9। कैच: 1।

केएल राहुल, 1/10: भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल का प्रदर्शन इस पूरी सीरीज पर निराशाजनक रहा है। तीनों मैचों में उन्होंने 8,5 और 11 रन बनाए हैं।

मैच: 3। रन: 24। औसत: 8। सर्वाधिक स्कोर: 11। स्ट्राइक रेट: 70.58। कैच: 1।

शिखर धवन, 1/10: एक और फ्लॉप सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को भी इस सीरीज में केवल एक अंक ही मिलेगा। धवन ने पहले दो वनडे खेले और उनके खराब प्रदर्शन की वजह से उन्हें तीसरे मैच से बाहर कर दिया गया।

मैच: 2। रन: 12। औसत: 6। सर्वाधिक स्कोर: 11। स्ट्राइक रेट: 48। कैच: 1।

अजिंक्य रहाणे, 1/10: शिखर धवन की जगह कोलकाता वनडे में सलामी बल्लेबाजी करने वाले अजि्क्य रहाणे ने धवन की कमी बिल्कुल ही महसूस नहीं होने दी। इसके साथ ही सीमित ओवरों में उनके प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में जब रिषभ पंत जैसे युवा खिलाड़ी टीम में जगह बनाने को तैयार है रहाणे इस तरह के प्रदर्शन के बल पर अपनी जगह बचा नहीं पाएंगे।

मैच: 1। रन: 1। औसत: 1। सर्वाधिक स्कोर: 1। स्ट्राइक रेट: 16.7। कैच: 1।

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