रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और गुजरात लायंसके बीच आईपीएल का 31वां मैच 27 अप्रैल को बैंगलोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया। इस मैच को एंड्रयु टाय के शानदार प्रदर्शन 12/3 और बाद में बल्लेबाजी में एरन फिंच के धमाकेदार 34 गेंदों में 72 रनों की बदौलत गुजरात लायंस ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 7 विकेट से करारी शिकस्त दे दी। इस मैच में विराट कोहली की टीम कहीं भी नजर नहीं आई और हर विभाग में उनकी टीम को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। पहले बल्लेबाजी करते हुए जहां एक बार फिर से बल्लेबाजी का ढ़हना देखने को मिला वहीं आरसीबी के गेंदबाज गुजरात के बल्लेबाजों के आगे असहाय नजर आए। इस मैच में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बैंगलोर टीम ने 20 ओवरों में 134/10 का स्कोर बनाया जिसे गुजरात लायंस ने 13.5 ओवरों में 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस जीत के साथ गुजरात टीम 6 अंकों के साथ प्वाइंट टेबल में छठवें नंबर पर पहुंच गई है। वहीं बैंगलोर टीम सातवें नंबर पर है। लेकिन इस बीच सवाल उठता है कि मैच की खास बातें क्या रहीं? तो आइए प्रकाश डालते हैं।
1. एक बार फिर से भरभराई रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की बल्लेबाजी: चिन्नास्वामी के मैदान पर पहले से ही गेंदबाजों को मदद मिलने की बात की जा रही थी यही कारण था कि जैसे ही गुजरात लायंस ने टॉस जीता उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रण दे डाला। विराट कोहली ने शुरुआत सधी हुई की थी लेकिन इसी बीच कोहली(10) एक गेंद को उड़ाने के प्रयास में प्लेसमेंट गलत कर बैठे और उन्हें अपना विकेट गंवाना पड़ा। कोहली के आउट होने के वक्त टीम का स्कोर 22/1 था। अगला ओवर एंड्रयु टाय लेकर आए। उन्होंने अपनी पहली ही गेंद पर खतरनाक बल्लेबाज क्रिस गेल(8) को विकेटकीपर कार्तिक के हाथों झिलवा दिया।
दूसरी गेंद पर ही उन्होंने ट्रेविस हेड(0) को भी चलता किया और इस तरह लगातार दो गेंदों में टाय ने दो विकेट ले डाले और ऐसा लगा कि वे आज फिर से हैट्रिक लगा देंगे। हालांकि, ऐसा हो नहीं पाया। लेकिन विकटों के गिरने का सिलसिला थमा नहीं और तू चल मैं आता हूं कि तर्ज पर विकेट गिरते रहे। एबी डीविलियर्स जिनसे बड़ी अपेक्षाएं थीं वह भी 11 गेंदों में 5 रन बनाकर रन आउट हो गए। बैंगलोर की पारी में सिर्फ चार बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा छू पाए। वहीं सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छूने में कामयाब नहीं हुए।
2. केदार जाधव और पवन नेगी ने दिखाया दम: बैंगलोर टीम के दो बल्लेबाज केदार जाधव और पवन नेगी ही कुछ रंग में नजर आए और मैदान के चारों ओर स्ट्रोक लगाए। जब पांचवें ओवर के बाद विकटों की झड़ी लग गई। तब केदार जाधव ने ही मोर्चा संभाला था और मैदान के चारों ओर स्ट्रोक जड़े और स्कोर को 50 से ऊपर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने 18 गेंदों में 4 चौकों और 1 छक्के की मदद से 31 रन बनाए। इसके बाद मोर्चा पवन नेगी ने संभाला और 19 गेंदों में 3 चौके और दो छक्कों की मदद से 32 रन ठोंकते हुए स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। और इस तरह बैंगलोर टीम ने जैसे- तैसे 134/10 का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया।
3. नाथू सिंह और एंड्रयु टाय की शानदार गेंदबाजी: नाथू सिंह ने गुजरात की ओर से गेंदबाजी की शुरुआत की। उन्होंने क्रिस गेल और विराट कोहली को पहले ओवर से ही बांधे रखा और उन्हें स्ट्रोक लगाने के मौके ही नहीं दिए। नाथू ने अपने दो ओवरों में 8 रन दिए। चार ओवरों के बाद बैंगलोर का रन रेट कुछ खास नहीं था। ऐसे में जाहिर है कि वह अगले ओवरों में करारे स्ट्रोक लगाने वाले थे। इस बात को भांपते हुए कप्तान रैना ने तुरंत गेंदबाजी में परिवर्तन किया और एंड्रयु टाय को ले आए। टाय ने आते ही अपनी पहली गेंद पर जहां गेल को आउट किया तो दूसरी गेंद पर ट्रेविस हेड को आउट कर दिया और यहीं से बैंगलोर टीम दबाव में आ गई। टाय ने मैच में 12 रन देकर 3 विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच रहे।
4. एरन फिंच की शानदार बल्लेबाजी: जिस पिच पर बल्लेबाज लगातार जूझते नजर आ रहे थे और गुजरात लायंस 23 रन पर दो विकेट खोने के बाद दबाव में नजर आ रही थी। उसी पिच पर एरन फिंच ने अपनी तूफानी बल्लेबाजी के आगे सबको बौना साबित कर दिया। फिंच ने महज 22 गेंदों में अर्धशतक ठोंक दिया और वह गुजरात लायंस की ओर से आईपीएल में सबसे तेज अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए। उनके पहले यह रिकॉर्ड ड्वेन स्मिथ के नाम था। स्मिथ ने साल 2016 में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 26 गेंदों में अर्धशतक जमाया था। फिंच ने 34 गेंदों में 6 छक्कों और पांच चौकों की बदौलत 72 रन ठोंके और मैच को पूरी तरह से अपनी टीम की ओर मोड़ दिया।
5. सैमुअल बद्री पर भारी पड़ गई रैना- फिंच की साझेदारी: 135 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी गुजरात लायंस को स्पिनर सैमुअल बद्री ने लगातार दो ओवरों में दो झटके, ईशान किशन(16) और ब्रैंडन मैक्कलम(3) के रूप में दिए। इस तरह 23 रनों पर दो विकेट गंवाने के बाद गुजरात लायंस दुर्बल नजर आ रही थी। लेकिन इसके बाद रैना(34*) और फिंच(72) ने पारी को संभाल लिया और तीसरे विकेट के लिए 92 रनों की साझेदारी करते हुए मैच को पूरी तरह से अपने पक्ष में कर लिया। वैसे जीत के कुछ देर पहले फिंच आउट हो गए। लेकिन रैना मैच को जितवाकर ही लौटे।
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