5 मैचों में चार जीत के साथ कोलकाता नाइटराइडर्सप्वाइंट टेबल में दूसरे स्थान पर बरकरार है। आज उसका मुकाबला प्वाइंट टेबल में आखिरी नंबर की टीम गुजरात लायंस से होगा। गुजरात लायंसने अपने पांच में से महज एक मैच जीता है। केकेआर की मौजूदा सीजन में गुजरात लायंस के खिलाफ ये दूसरी टक्कर है। पहले मैच में केकेआर ने गुजरात लायंस को हराया था। हालांकि, साल 2016 में गुजरात लायंस ने उसे दोनों मैच हराए थे। ऐसे में केकेआर यह मैच जीतते हुए गुजरात के खिलाफ अपना रिकॉर्ड 2-2 से बराबर करना चाहेगा।
कोलकाता नाइटराइडर्स: कोलकाता की बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में गहराई है। यही कारण है कि उसने अबतक लगातार मैच जीते हैं। गौतम गंभीर ने शीर्ष क्रम को संभाल रखा है और वह अक्सर बेहतरीन शुरुआत देते हैं। इसका प्रमाण उनके द्वारा अब तक लगाए गए दो नाबाद अर्धशतक हैं। वहीं, मनीष पांडे अपने कप्तान की ही तरह दो अर्धशतक लगाने के दौरान नाबाद रहे हैं और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई है।
पिछले मैच में पांडे ने 49 गेंदों में नाबाद 69 रन बनाए थे और अंतिम ओवर में दिल्ली डेयरडेविल्स को हराने में जमीन- आसमान एक कर दिया था। उथप्पा अभी एक ही मैच में चमक बिखेर पाए हैं। वहीं युसुफ पठान का फॉर्म में लौटना भी केकेआर के लिए अच्छी खबर है। नाथन कूल्टर नाइल ने अपने पहले ही मैच में आकर कहर बरपा दिया, जिससे केकेआर के तेज गेंदबाजी आक्रमण को खासा बल मिला है। वहीं, सुनील नरेन रनों का बहाव रोकने में खासे सफल रहे हैं जिससे अक्सर वह विपक्षी टीम पर दबाव बना देते हैं। वहीं उनके साथ कुलदीप यादव और पीयूष चावला भी खूब चमक रहे हैं।
हालांकि, केकेआर की समस्या उनके विदेशी तेज गेंदबाजी आक्रमण खासकर क्रिस वोक्स और ट्रेंट बोल्ट पर आकर रुक जाती है। दोनों ही गेंदबाज अबतक खासे महंगे साबित हुए हैं और अपनी छाप छोड़ने में नाकामयाब रहे हैं। उमेश यादव ने एक मैच में जरूर अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन वह महंगे भी साबित हुए हैं।
वहीं केकेआर की समस्या ओपनिंग जोड़ी के साथ लगातार बनी हुई है पिछले मैच में उन्होंने सुनील नरेन की जगह कॉलिन डे ग्रांडहोम को ओपनिंग में आजमाया था। लेकिन वह असफल रहे। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि इस बार गंभीर के साथ कौन ओपनिंग करने को आता है। केकेआर अपनी वहीं प्लेइंग इलेवन के साथ उतरना चाहेगी।[ये भी पढ़ें: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का पूरा शेड्यूल देखने के लिए क्लिक करें…]
कोलकाता नाइटराइडर्स की संभावित प्लेइंग इलेवन: गौतम गंभीर, कॉलिन डे ग्रैंडहोम, रॉबिन उथप्पा, मनीष पांडे, यूसुफ पठान, सूर्यकुमार यादव, क्रिस वोक्स, सुनील नारायण, कुलदीप यादव/पीयूष चावला, नाथन कूल्टर-नाइल, उमेश यादव।
गुजरात लायंस: वहीं बात करें गुजरात लायंस की तो वे ब्रैंडन मैक्कलम और सुरेश रैना पर ज्यादा ही निर्भर नजर आए हैं। उनके अलावा दिनेश
कार्तिक ने भी कुछ अच्छी पारियां खेली हैं लेकिन दूसरे छोर से अच्छा सहयोग न मिलने के कारण इनकी अच्छी पारियां काम नहीं आ सकीं। ड्वेन स्मिथ और एरन फिंच रन स्कोर करने में कामयाब नहीं हो रहे हैं जिसकी वजह से उनकी बल्लेबाजी खासी कमजोर नजर आने लगी है। गुजरात टीम की चिंता यहीं खत्म नहीं होती। उनके सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा अबतक अपना असर नहीं डाल पाए हैं और इसके इतर उन्होंने खूब रन लुटाए हैं। जाहिर है कि गुजरात लायंस चाहेगी कि जडेजा जल्दी से अपनी फॉर्म में वापस आ जाएं।
केकेआर के लिए सबसे बड़ा खतरा एंड्रयू टाय और बासिल थांपी हैं। पिछले मैचों में थांपी ने अपनी यॉर्कर से बल्लेबाजों को खासा परेशान किया था। वहीं, टाय की नकल गेंद ने भी कहर मचा रखा है। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि वह इस मैच में क्या खास करते हैं। इस मैच में लायंस कई तब्दीलियां कर सकती है। वे बैटिंग ऑर्डर में रविंद्र जडेजा से ऊपर ईशान किशन को भेज सकते हैं। ताकि वह पिछले मैच की ही तरह गदर मचा सकें। वहीं इस मैच में बासिल थांपी अंतिम एकादश में जगह बना सकते हैं। इसके अलावा दूसरा इंडियन तेज गेंदबाज कौन होगा इसको लेकर सवाल जरूर खड़ा है। अनुभव को देखते हुए प्रवीण कुमार को एक बार फिर से आजमाया जा सकता है। स्पिनरों को देखते हुए लायंस जकाती को अंतिम एकादश में शामिल कर सकती है और शिविल कौशिक को बाहर का रास्ता देखना पड़ सकता है।
क्या कहते हैं आंकड़े: गुजरात ने अपने 9 में से 8 मैच पहले बैटिंग करके गंवाए हैं। केकेआर ने ईडेन गार्डन में खेले अंतिम 11 मैच लक्ष्य का पीछा करते हुए जीते हैं। गौतम गंभीर और रॉबिन उथप्पा की जोड़ी को टी20 क्रिकेट में 2,000 रन की साझेदारी पूरी करने के लिए 8 रनों की दरकार है।
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