भारत बनाम इंग्लैंड पहले वनडे में मिली जीत के बाद टीम के हौसले बढ़ें हुए हैं। तीन वनडे की सीरीज में भारत इस समय 1-0 से बढ़त पर है। इस सीरीज का दूसरा वनडे कटक के बाराबाटी स्टेडियम में खेला जाना है। बतौर सीमित ओवर के स्थाई कप्तान विराट कोहली दूसरा वनडे खेलने जा रहे हैं लेकिन कम लोग जानते हैं कि इस मैदान पर कोहली एक बार पहले भी टीम इंडिया का नेतृत्व कर चुके हैं। श्रीलंका के भारत दौरे पर खेली गई वनडे सीरीज पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को आराम दिया गया था और कप्तानी का जिम्मा संभाला था विराट कोहली ने। इस सीरीज का पहला वनडे कटक में ही खेला गया था। ये भी पढ़ें:घरेलू मैदान पर शतक लगाना बेहतरीन अनुभव: केदार जाधव
धोनी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे और 2015 विश्वकप के पहले ब्रेक लेने के लिए इस सीरीज से बाहर रहने का फैसला किया। वहीं उनकी जगह विकेटकीपिंग का जिम्मा संभाला रिद्धिमान साहा ने। इसी सीरीज से रविचंद्रन अश्विन ने भी वनडे में वापसी की थी। वहीं भुवनेश्वर कुमार को टीम से बाहर किया गया था। वहीं सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। इंग्लैंड दौरे पर चोट लगने के बाद रोहित का पहले वनडे में खेलना अनिश्चित था। उनकी जगह शिखर धवन का साथ दिया अजिंक्य रहाणे ने।
कटक में खेले गए पहले वनडे में भारत टॉस हार गया और मेहमान टीम ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया। 2 नवंबर 2014 को हुए इस मैच में भारत की ओर से सलामी बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरे अजिंक्य रहाणे और शिखर धवन। मैच से पहले भारतीय सलामी जोड़ी को लेकर कई शंकाए थी लेकिन धवन-रहाणे ने अपने प्रदर्शन से सभी को जवाब दे दिया। दोनों में भारत को एक ठोस शुरुआत दिलाई। विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए दोनों बल्लेबाजों मे शतक जड़ा। रहाणे ने जहां 108 गेदों पर 111 रन बनाए वहीं धवन ने भी 107 गेंदो में 113 रन जड़ दिए। इस पारी में दोनो का स्ट्राइक रेट 100 से ऊपर था। शिखर-अजिंक्य ने 211 गेदों पर 231 रनों की साझेदारी बनाई। श्रीलंका गेंदबाजों को पहली सफलता मिली 231 के स्कोर पर जब स्वीप शॉट खेलने के चक्कर में शिखर धवन बोल्ड हो गए। गेंद धवन के पैर से लगकर लेग स्टंप को गिराकर निकल गई। धवन के आउट होने के थोड़ी देर बात उनके जोड़ीदार रहाणे भी पवेलियन लौट गए। 247 के स्कोर पर भारत को दो अहम विकेट गिर चुके थे। इसके बाद पारी को संभाला सुरेश रैना ने, उन्होंने अर्धशतकीय पारी खेली और भारत के स्कोर को 300 के करीब ले गए। हालांकि रैना 52 के स्कोर पर आउट हो गए और 299 पर भारत ने तीसरा विकेट खो दिया। रैना के बाद कोई भी भारतीय खिलाड़ी बड़ी पारी नहीं खेल सका और भारतीय टीम 363 पर ऑल आउट हो गई। टीम इंडिया का यह स्कोर इस मैदान पर बना अब तक का सर्वाधिक स्कोर है। वहीं निजी स्कोर की बात करें तो शिखर धवन के 113 रन इस मैदान पर बने चौथे सबसे अधिक रन हैं। इस सूची में पहले स्थान पर भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन का जिम्मबांबे के खिलाफ बनाया 153 रन का स्कोर है। दूसरे स्थान पर केन्या के खिलाफ सचिन तेंदुलकर के 127 रन हैं तो तीसरे नंबर पर अजय जडेजा की 116 रनों की पारी है। ये भी पढ़ें:क्रिकेट के क्रिस्टियानो रोनाल्डो है विराट कोहली: नासिर हुसैन
भारत ने धवन और रहाणे की मदद से एक विशाल लक्ष्य मेहमान टीम के सामने रखा था। अब बारी थी भारतीय गेंदबाजों के कमाल दिखाने की। इस मैच में ईशांत शर्मा ने घातक गेंदबाजी करते हुए चार विकेट लिए। वहीं उमेश यादव और अक्षर पटेल ने भी दो-दो विकेट चटकाए। तेज गेंदबाजों की मददगार पिच पर अश्विन और रैना ने भी एक-एक विकेट लिया। इस तरह श्रीलंकाई पारी 364 के जवाब में 194 पर ही सिमट गई। विपक्षी टीम का कोई भी बल्लेबाज 50 का आंकड़ा पार नहीं कर सका। सबसे अधिक 43 रन महेला जयवर्धने ने बनाए।
भारत ने पहला वनडे 169 जैसे बड़े अंतर से जीत कर सीरीज में बढ़त बना ली। भारत के लिए यह सीरीज काफी सफल रही क्योंकि भारत ने पांच मैचों की सीरीज 5-0 से जीत श्रीलंका को क्लीन स्वीप किया। अब एक बार फिर विराट की कप्तानी में भारतीय टीम कटक के मैदान पर उतरेगी। वहीं अगर खिलाड़ियों की बात करें तो शिखर धवन पहले वनडे में खेले थे वहीं अजिंक्य रहाणे भी टीम में हैं लेकिन पहले वनडे के लिए उन्हें अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया गया था। देखना होगा कि तीन साल बाद जब कोहली एक बार फिर कटक में मैदान पर बतौर कप्तान उतरते हैं तो क्या वह अपना जीत का रिकॉर्ड बरकरार रख पाते हैं या नहीं। इस मैदान पर खेले गए 17 वनडे मैचों में से भारत ने दस मैचों में जीत हासिल की है। वहीं दो मैच रद्द हो गए और पांच में भारत को हार का सामना करना पड़ा।
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