साल 2013 आईपीएल में जब क्रिस गेल ने 31 गेंदों में शतक जड़ा तो ऐसा लगा अब ये रिकॉर्ड कई दशकों तक नहीं टूटेगा। लेकिन आईपीएल के अगले सीजन में ये रिकॉर्ड बाल- बाल टूटने से बच गया। इस रिकॉर्ड के बहुत करीब पहुंचने वाले सुरेश रैना थे जो एक समय 25 गेंदों में 87 रन बनाकर खेल रहे थे और इसी बीच वह रन आउट हो गए। गौर करने वाली बात है कि जब वह आउट हुए चेन्नई सुपरकिंग्स की पारी के महज 6.1 ओवर फेंके गए थे। लेकिन उन्होंने अपनी इस धुआंधार पारी को अंजाम तक कैसे पहुंचाया। आइए जानते हैं।
यह बात साल 2014 की है। पेप्सी इंडियन प्रीमियर लीग के दूसरे क्वालिफाइंग फाइनल में किंग्स इलेवन पंजाब और चेन्नई सुपरकिंग्स की टीमें आमने- सामने थीं। चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान एमएस धोनी ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी किंग्स इलेवन पंजाब को वीरेंद्र सहवाग और मनन वोरा ने शानदार शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 10.4 ओवरों में 110 रन जोड़े। इस दौरान सहवाग ने लॉग ऑफ और लॉन्ग ऑन पर चौकों- छक्कों की झड़ी लगा दी और सहवाग ने 21 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया। लेकिन इसी बीच मनन वोरा को ईश्वर पांडे ने आउट कर दिया। वोरा 34 रन बनाकर आउट हुए। लेकिन इसके बावजूद सहवाग का बल्ला नहीं रुका और वह हर गेंद पर प्रहार करते ही नजर आए। उन्होंने अगले ओवर में ही नेहरा के ओवर में दो छक्के और एक चौका जड़ा और 18 रन बटोरे। [ये भी पढ़ें: बेहतरीन फॉर्म में है सुरेश रैना, वापसी के लिए भर रहे हैं दम]
सहवाग यहीं नहीं रुके और अश्विन के अगले ओवर में भी एक छक्का जड़ा। इस तरह सहवाग एमएस धोनी के लिए नाइटमेयर साबित हो रहे थे लेकिन धोनी उन्हें रोकने का कोई तरीका नहीं ढूंढ पा रहे थे। अश्विन के इसी ओवर में मैक्सवेल ने छक्का जड़ा। लेकिन अंतिम गेंद पर मैक्सवेल को उन्होंने आउट कर दिया। इसके बाद सहवाग को डेढ़ ओवर तक स्ट्राइक नहीं मिली और अब पंजाब का स्कोर 15 ओवरों में 167/2 हो चला था। वहीं सहवाग 46 गेंदों में 98 रन बनाकर खेल रहे थे। सहवाग ने एक रन लेकर 50 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। शतक पूरा करने के बाद तो सहवाग और जोश में आ गए और स्ट्राइक मिलते ही चौका जड़ दिया। हालांकि, अगले ओवर में उन्हें स्ट्राइक नहीं मिली और मिलर का जादू देखने को मिला और उन्होंने मोहित शर्मा के ओवर में दो चौके और एक छक्का जड़ते हुए 17 रन बटोरे।
अगला ओवर जडेजा लेकर आए और सहवाग को दूसरी गेंद पर ही स्ट्राइक मिल गई फिर क्या था। सहवाग ने लगातार छक्का- चौका, छक्का जड़ दिए। इस तरह जडेजा के हाल बेहाल हो गए। इस ओवर की समाप्ति पर सहवाग 57 गेंदों में 122 रन बनाकर खेल रहे थे। अगले ओवर की पहली गेंद पर सहवाग को नेहरा ने आउट कर दिया और सहवाग 58 गेंदों में 122 रन बनाकर आउट हो गए। सहवाग ने अपनी इस पारी में 12 चौके और 8 छक्के जड़े। अंततः पंजाब ने 20 ओवरों में 226/6 का स्कोर बनाया।
जवाब में जब चेन्नई सुपरकिंग्स बल्लेबाजी के लिए उतरी तो उसके सामने ये पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा था जिससे पार पाना कतई मुमकिन नहीं था। चेन्नई की ओर से ओपनिंग करने ड्वेन स्मिथ और डू प्लेसी आए। मिचेल जॉनसन जो पहला ओवर लेकर आए थे। उन्होंने अपने पहले ओवर की दूसरी गेंद पर ही डूप्लेसी को जॉर्ज बैली के हाथों झिलवा दिया और वह शून्य रन बनाकर चलते बने। उनके बाद बल्लेबाजी करने के लिए रैना आए। तीसरी गेंद पर एक रन लेकर स्मिथ रैना को स्ट्राइक पर लेकर आए। रैना जैसे कुछ ठानकर आए थे। रैना ने आते ही चौका जड़ दिया।
इस ओवर में कुल 9 रन बने। लेकिन रैना के हौंसले अब बुलंद हो चले थे। अगले ओवर में उन्होंने संदीप शर्मा के खिलाफ अपना मोर्चा खोल दिया और तीन चौके व एक छक्का समेत 18 रन बटोरे। रैना के तेवर देखने लायक थे। इसलिए दूसरे छोर से गेंदबाजी में परिवर्तन किया गया और अवाना को लाया गया। लेकिन अवाना भी रैना को नहीं रोक पाए और दो चौकों समेत 9 रन खा गए। चौथा ओवर मिचेल जॉनसन लेकर आए। रैना ने ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज जॉनसन की बखिया उधेड़ दी और दो छक्कों व एक चौके के साथ कुल मिलाकर 20 रन बटोरे।
इस तरह पंजाब का स्कोर 4 ओवरों में 56/1 हो चला था और रैना 15 गेंदों में 47 रन बनाकर खेल रहे थे। अगले ओवर में संदीप शर्मा की गेंद पर छक्का जड़कर रैना ने आईपाएल में अपना सबसे तेज 16 गेंदों में अर्धशतक जड़ा। संदीप ने इस ओवर में ही स्मिथ को 7 रनों के निजी योग पर आउट कर दिया और इस तरह चेन्नई का स्कोर 67/2 हो गया। लेकिन रैना का बल्ला नहीं रुका। अवाना जो अगला ओवर लेकर आए उनके ओवर में रैना ने पहली दो गेंदों पर दो छक्के और फिर अगली तीन गेंदों पर 3 चौके जड़े।
इस बीच एक गेंद उन्होंने नो बॉल डाल दी इसलिए रैना को एक और अतिरिक्त गेंद मिल गई और उन्होंने एक और चौका जड़ दिया इस तरह रैना ने एक ओवर में 33 रन बटोरे। इस तरह चेन्नई का स्कोर 6 ओवरों में 100/2 हो गया और चेन्नई अब जीत की ओर अग्रसर हो चली थी। लेकिन अगले ओवर में ही ब्रेंडन मैकलम और रैना के बीच रनों भागने के दौरान गलतफहमी हुई और रैना रन आउट हो गए। रैना ने 25 गेंदों में 87 रन बनाए जिसमें 12 चौके और 6 छक्के शामिल थे। रैना के आउट होने के बाद से चेन्नई की पारी ताश के पत्तों की तरह ढह गई। सिर्फ एमएस धोनी ही 42 रनों तक एक बल्लेबाज के रूप में नाबाद रह पाए। अंततः चेन्नई ने 20 ओवरों में 202/7 रन का ही स्कोर बनाया और चेन्नई मैच को 24 रनों से हार गई।
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