भारत और इंग्लैंड के बीच कटक के बाराबती स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे मैच में युवराज सिंह और धोनी ने उस वक्त पारी को संभाला जब टीम इंडिया ने 25 रनों के स्कोर पर 3 विकेट गंवा दिए थे। वनडे क्रिकेट इतिहास में ये तीसरा मौका था जब टीम इंडिया ने 5 ओवरों के भीतर अपने तीन विकेट गंवा दिए। ऐसी परिस्थिति में दोनों अनुभवी बल्लेबाजों युवराज सिंह और धोनी ने बेहतरीन बल्लेबाजी की और मैदान के चारों ओर स्ट्रोक खेले। दोनों ने अपने- अपने शतक जमाए और टीम इंडिया को बड़े स्कोर की अग्रसर किया। युवराज का वनडे में ये 14वां शतक है। वहीं उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ये शतक 2011 के बाद से लगाया है। युवी-धोनी की जोड़ी ने इस शतकीय साझेदारी के साथ ही कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। कौन से हैं वह रिकॉर्ड आइए जानते हैं। ये भी पढ़ें:भारत बनाम इंग्लैंड, दूसरा वनडे, कटक(लाइव ब्लॉग)
1. युवराज सिंह ने पूरे किए वनडे में 150 छक्के: युवराज सिंह ने अपनी 150 रनों की पारी के दौरान कुल 21 चौके और 3 छक्के जड़े। उन्होंने मैच का पहला छक्का जड़ते ही वनडे में अपने छक्कों की संख्या 150 कर ली। अब उनके वनडे में कुल 152 छक्के हो गए हैं। भारत के लिए वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के जमाने का रिकॉर्ड महेन्द्र सिंह धोनी के नाम है। धोनी अब तक 203 छक्के जमा चुके हैं। छक्के लगाने के मामले में दूसरे नंबर पर सचि न तेंदुलकर हैं। सचिन ने वनडे करियर में कुल 195 छक्के जड़े। तीसरा नंबर भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का है। गांगुली ने वनडे क्रिकेट में 190 छक्के जड़े हैं। ये भी पढ़ें:धोनी, युवराज के शतको की बदौलत भारत ने इंग्लैंड को दिया 382 रनों का लक्ष्य
2. इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में सर्वोच्च स्कोर बनाने वाले पहले भारतीय बने युवराज सिंह: युवराज सिंह ने अपने वनडे करियर में पहली बार 150 का आंकड़ा इस मैच में छुआ और अपना सर्वोच्च स्कोर 139 का रिकॉर्ड तोड़ दिया। साथ ही वह इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में सर्वोच्च स्कोर बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए। युवी ने 150 रनों की पारी खेली। विश्वस्तर पर वह यह कारनामा करने वाले वह छठवें बल्लेबाज बन गए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ सर्वोच्च स्कोर बनाने का रिकॉर्ड विवियन रिचर्डस के नाम है। उन्होंने साल 1984 में एक वनडे मैच में, मैनचेस्टर में 189* रनों का पारी खेली थी। ये भी पढ़ें:यह मेरे करियर की सबसे अच्छी पारियों में से एक : युवराज सिंह
3. वनडे में चौथे विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी, युवी और धोनी की: युवराज सिंह और एमएस धोनी जब बल्लेबाजी के लिए आए थे। उस वक्त टीम इंडिया का स्कोर 25 पर 3 था। उसके बाद दोनों ने बेहतरीन बल्लेबाजी की और मैदान के चारों ओर स्ट्रोक खेले। एक ओर जहां युवी ने वनडे का 14वां शतक जड़ा वहीं धोनी ने 10वां शतक जड़ दिया। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 256 रनों की भागेदारी की। वनडे क्रिकेट इतिहास में ये दूसरा मौका है जब 250 से ज्यादा की साझादारी चौथे विकेट के लिए हुई है। चौथे विकेट के लिए सर्वोच्च साझेदारी का रिकॉर्ड भारत की ही अजहरुद्दीन- अजय जडेजा की जोड़ी के नाम है। दोनों ने जिम्बाब्वे के खिलाफ चौथे विकेट के लिए 275* रन जोड़े थे। चौथे विकेट के लिए भारत की ओर से तीन बार 200 से ज्यादा की साझेदारी हो चुकी है। साल 2004 में युवी- लक्ष्मण की जोड़ी ने चौथे विकेट के लिए 213 रन जोड़े थे। ये भी पढ़ें:महेंद्र सिंह धोनी वनडे में 200 छक्के लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने
4. 10 से ज्यादा शतकीय साझेदारी करने वाली पांचवें जोड़ीदार बने धोनी-युवी: धोनी और युवराज ने जैसे ही इस मैच में शतकीय साझेदारी की उन्होंने वनडे क्रिकेट में आपस में 10 बार शतकीय साझेदारी निभा डाली। अब वह भारत की ओर से सर्वाधिक शतकीय साझेदारी निभाने के मामले में 5वें नंबर पर पहुंच गए हैं। इन दोनों ने अब तक आपस में 64 मैचों में 53.52 की औसत से 3.051 रन बनाए हैं। भारत की ओर से सबसे ज्यादा शतकीय साझेदारी का रिकॉर्ड सचिन गांगुली के नाम है। दोनों ने कुल 26 शतकीय साझेदारियां निभाई हैं। वहीं दूसरे नंबर पर सचिन- सहवाग हैं। दोनों ने 13 शतकीय साझेदारियां निभाई हैं। तीसरे नंबर पर द्रविड़- गांगुली हैं, दोनों ने 11शतकीय साझेदारियां निभाई हैं। चौथे नंबर पर द्रविड़- सचिन हैं, दोनों ने 11 शतकीय साझेदारियां निभाई हैं।
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