बैंगलुरू में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडियाने चौथे दिन ऑस्ट्रेलिया को हर विभाग में पस्त कर दिया और अंततः मेहमान टीम को दूसरी पारी में 112 रनों पर समेटते हुए टेस्ट मैच में 75 रनों से जीत दर्ज की। इस तरह मेजबान टीम ने पहले टेस्ट में मिली 333 रनों की शिकस्त का बदला काफी हद तक लेते हुए सीरीज 1-1 से बराबर कर ली। लेकिन ये भी गौर करने वाली बात है कि इस मैच में भी टीम इंडिया के ओपनिंग और निचले मध्यक्रम का भरभराना जारी रहा। जो अब टीम इंडिया के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। ऐसे में जब अगले दो टेस्ट मैचों के लिए टीम इंडिया की घोषणा की जाएगी तो मेजबान टीम के स्क्वाड में कुछ अहम फेरबदल किए जा सकते हैं। ताकि मेजबानों को और मजबूत किया जा सके। अब ये फेरबदल क्या हो सकते हैं। आइए जानते हैं।
1. पार्थिव पटेल: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पार्थिव पटेल को टीम इंडिया में शामिल होने का मौका मिला था। उन्होंने इस दौरान बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया था और दो अर्धशतक भी जड़े थे। लेकिन जब ऑस्ट्रेलिया सीरीज की बात आई तो चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने ये कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि विकेटकीपर के लिए उनकी पहली पसंद रिद्धिमान साहाहैं। यही कारण रहा कि इन- फॉर्म पार्थिव को अंतिम 16 में जगह नहीं मिली। अब पार्थिव ने फिर से घरेलू क्रिकेट में जलवा बिखेरा हुआ है। हाल ही में उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में एक शतक और 88 रनों की पारी खेली है। इस तरह से उन्होंने एक बार फिर से टीम इंडिया में अपनी वापसी का दावा प्रस्तुत कर दिया है।
भले ही उन्हें बतौर विकेटकीपर न लिया जाए लेकन स्पेशलिस्ट ओपनर के तौर पर तो उन्हें जगह दी ही जा सकती है। बैंगलुरू टेस्ट में अभिनव मुकुंद को चोटिल मुरली विजय की जगह आजमाया गया था लेकिन वह नाकामयाब रहे। वहीं मुरली विजय और केएल राहुल अपने कंधे की चोट से जूझ रहे हैं। जाहिर है कि अगर ये ठीक नहीं होते तो टीम इंडिया की समस्या और विकराल रूप धारण कर लेगी। ऐसे में बैक- अप ओपनर के तौर पर पार्थिव पटेल का टीम इंडिया में शामिल होना लगभग तय है। वहीं 2011 के बाद टीम में वापसी करने वाले अभिनव मुकुंद को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। इनकी जगह ही पार्थिव टीम में वापसी करेंगे। [ये भी पढ़ें: बैंगलुरू टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों से दो कदम आगे नजर आए उमेश- ईशांत]
2. रोहित शर्मा: न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में चोटिल होने के बाद से रोहित शर्मा ने अब जाकर क्रिकेट के मैदान पर वापसी की है। विजय हजारे ट्रॉफी के साथ रोहित ने मैदान पर मैदान पर वापसी की है। हालांकि, वह पहले दो मैचों में 4 और 16 रन बनाकर आउट हुए हैं। लेकिन ये बात भी है कि चयन के पहले वह इक्का- दुक्का अच्छी पारी तो खेल ही देंगे। साथ ही ये बात भी किसी से नहीं छुपी है कि रोहित कोहली के चहेते हैं। खराब फॉर्म में चल रहे रोहित के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में जहां उन्होंने पुजारा जैसे अहम बल्लेबाज को अंतिम एकादश से बाहर बिठा दिया था वहीं कानपुर टेस्ट में उन्होंने रोहित को खिलाने के लिए पांच गेंदबाजों की जगह चार गेंदबाजों को मैदान पर उतारा था।
इस तरह रोहित जो न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अच्छी फॉर्म में नजर आए थे। उनका टीम में लौटना लगभग तय है। न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में रोहित ने तीन अर्धशतक जड़े थे और इस दौरान वह दो बार नाबाद रहे थे। रोहित ने एक बात भी कही है कि अगर उनसे ओपनिंग कराने के लिए कहा गया तो वह टेस्ट में भी ओपनिंग के लिए तैयार हैं। जाहिर है कि रोहित को चयनकर्ता ओपनिंग के बैक- अप के तौर पर टीम में शामिल करना चाहें। उल्लेखनीय है कि टीम इंडिया के दोनों ओपनर राहुल- विजय कंधे की चोट से परेशान हैं। रोहित को चोटिल हार्दिक पांड्या की जगह टीम में जगह दी जा सकती है।
3. मोहम्मद शमी: मोहम्मद शमी इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मोहाली टेस्ट के दौरान चोटिल हो गए थे। और तबसे ही वह अपनी वापसी के लिए लगे हुए थे। पिछले दिनों उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में बंगाल की टीम की ओर से खेलते हुए क्रिकेट मैदान पर वापसी की। हालांकि, शमी ने इस मैच में 8 ओवरों में 36 रन देकर कोई विकेट तो नहीं लिया। लेकिन इस दौरान वह अच्छे पेस के साथ गेंदबाजी करते नजर आए। जो अच्छी खबर है। शमी पिछले कुछ समय से टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी की अगुआ रहे हैं। ऐसे में उनके फिट होने की खबर विराट कोहली की टीम को और बल देगी। उनके अंतिम 16 में शामिल होने के पूरे चांसेज हैं।
जयंत यादव इस टेस्ट सीरीज के पहले मैच में खेले थे। और वह बैट- गेंद दोनों से नाकाम रहे। साफ है कि उनकी जगह मोहम्मद शमी को टीम में शामिल किया जाएगा।
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