भारत बनाम इंग्लैंड चौथा टेस्ट आज मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाने वाला है। © Getty Images
इंग्लैंड आज भारत दौरे पर अपना चौथा टेस्ट खेलने जा रहा है। पांच मैचों की इस सीरीज में भारत पहले ही 2-0 से आगे चल रहा है। राजकोट में खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ होने के बाद भारत ने शानदार वापसी करते हुए विशाखापत्तनम और मोहाली टेस्ट में धमाकेदार जीत हासिल की और इंग्लैंड को सीरीज में पीछे छोड़ दिया। टेस्ट सीरीज में जीतने का मौका गवां चुके कप्तान एलियेस्टर कुक के सामने अब बाकी के दोनों टेस्ट जीत कर सीरीज ड्रॉ करने का रास्ता बचा है लेकिन भारतीय टीम की इस शानदार फॉर्म और उत्साह को देखते हुए कुक की यह राह आसान नहीं होने वाली। ये भी पढ़ें: अंतिम दो टेस्ट के लिए कीटोन जेनिंग्स और लियाम डॉसन इंग्लैंड टीम में शामिल
पिछली बार जब वानखेड़े के एतिहासिक मैदान पर दोनों टीमों आमने सामने थी तब बाजी इंग्लैंड टीम के हक में गई थी। 2012 में खेले गए उस मैच में इंग्लैंड की तिकड़ी के आगे भारतीय टीम बेबस नज़र आई थी। केविन पीटरसन की शानदार बल्लेबाजी और ग्रीम स्वॉन–मोंटी पनेसर की स्पिन जोड़ी ने भारत को मैच में वापसी का कोई मौका नहीं दिया। पनेसर ने 11 और स्वॉन ने 8 विकेट लिए थे वहीं पीटरसन ने 186 रनों की मैचविनिंग पारी खेली थी। लेकिन इस बार हालात एकदम अलग है, इंग्लैंड टीम के पास न तो यह जादुई तिकड़ी है साथ ही लगातार मैच हारकर उनके हौसले पस्त भी हैं। फिर भी कप्तान कुक वानखेड़े में इंग्लैंड के इस रिकॉर्ड का कुछ तो फायदा ले पाएंगे। वहीं उनके सामने बड़ा सवाल है अंतिम एकादश चुनने का। ये भी पढ़ें: अनुष्का शर्मा के बचाव में किया गया विराट कोहली का ट्वीट बना ‘गोल्डन ट्वीट ऑफ द ईयर 2016’
इंग्लैंड मैनेजमेंट ने चोटिल ओपनर हसीब हमीद और स्पिनर जफर अंसारी की जगह ओपनर कीटोन जेनिंग्स और ऑलराउंडर लियाम डॉसन को टीम में बुलाया है। कीटोन जहां इस सीरीज में अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का डेब्यू करेंगे वहीं डॉसन भी अपना पहला टेस्ट मैच खेल सकते हैं। डॉसन इसी साल पाकिस्तान के साथ सीरीज पर वनडे और साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 डेब्यू कर चुके हैं। टेस्ट में दोनों ही बल्लेबाजों के पास कोई अनुभव नहीं है लेकिन हमीद ने इस सीरीज पर अपने डेब्यू से सभी को प्रभावित किया है इसलिए उम्मीद है कि कुक एक बार फिर युवा प्रतिभा पर भरोसा करेंगे। ये भी पढ़ें: अपनी बायोपिक में अक्षय कुमार को देखना चाहते हैं युवराज सिंह
शीर्ष क्रम: इंग्लैंड टीम की बल्लेबाजी का शीर्ष क्रम टीम का सबसे मजबूत हिस्सा है लेकिन हसीब हमीद के बाहर होने के बाद इस अजेय किले में सेंध जरूर लग गई है। मोहाली टेस्ट में जो रूट ने हमीद की जगह कुक के साथ सलामी बल्लेबाजी की जिम्मेदारी संभाली थी। मुंबई टेस्ट में इस कॉम्बिनेशन में एक बदलाव देखने को मिल सकता है अगर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में ओपनिंग करने वाले कीटोन को सलामी बल्लेबाजी का मौका दिया जा सकता है। जो रूट और मोइन अली अपने स्वाभाविक स्थान पर खेल सकते हैं।
मध्य क्रम: मध्य कर्म क्रम में पहले बल्लेबाज होंगे मोइन अली, जो चौथे नंबर पर खेलते हैं। वहीं पांचवें स्थान पर कीपर बल्लेबाज जॉनी बैयरस्टो खेलते और इस मैच में भी खेलेंगे क्योंकि वह बल्लेबाजी के साथ विकेट के पीछे भी टीम के लिए अहम भूमिका निभाते हैं। जॉनी ने मोहाली टेस्ट की पहली पारी में 89 रनों की पारी खेली थी हालांकि दूसरी पारी में वह केवल 15 रन पर आउट हो गए थे। मोहाली टेस्ट में छठे स्थान पर गैरेथ बैटी खेले थे इसलिए मुंबई टेस्ट में भी कुक उन्ही पर भरोसा करेंगे।
निचला क्रम: निचले क्रम के बल्लेबाजों ने कई बार अपनी टीम के लिए मैच बचाया है इसलिए पुछल्ले बल्लेबाजों की अहमियत काफी बढ़ गई है। इंग्लैंड टीम के लिए यह भूमिका बेन स्टोक्स और जॉश बटलर निभाते हैं और अगले टेस्ट मैच में भी यही कॉम्बिनेशन बरकरार रहेगा। वहीं जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड भी अच्छी बल्लेबाजी कर लेते हैं।
स्पिन गेंदबाजी: इंग्लैंड को 2012 के वानखेड़े टेस्ट में स्पिनर्स ग्रीम स्वॉन और मोंटी पनेसर ने ही जीत दिलाई थी इसलिए कुक को यह अच्छी तरह पता है कि स्पिनर्स इस मैच में कितने अहम है। इंग्लैंड टीम के पास इस समय मोइन अली और आदिल राशिद जैसे बेहतरीन स्पिनर मौजूद हैं। इसके अलावा डॉसन भी स्पिन ऑल राउंडर हैं। मुंबई टेस्ट में इंग्लैंड टीम के पास तीन स्पिनर गेंदबाज होंगे।
तेज गेंदबाजी: इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड को भी कंधे में चोट लगी थी जिसकी वजह से वह तीसरे टेस्ट में टीम का हिस्सा नहीं बन पाए थे, लेकिन उम्मीद है कि मुंबई टेस्ट मैच खेलेंगे। इसके अलावा ऑलराउंडर क्रिस वोक्स को भी अंगूठे में चोट लगी है इसलिए वह मुंबई टेस्ट से बाहर रहेंगे। ब्रॉड जेम्स एंडरसन के साथ मिलकर तेज गेंदबाजी का मोर्चा संभाल लेंगे।
इंग्लैंड टीम की अंतिम एकादश कुछ इस प्रकार हो सकती है:
एलियेस्टर कुक (कप्तान), कीटोन जेनिंग्स, जो रूट, मोइन अली, जॉनी बैयरस्टो (कीपर), बेन स्टोक्स, गैरेथ बैटी, जॉश बटलर, स्टुअर्ट ब्रॉड, आदिल राशिद, जेम्स एंडरसन।