विशाखापत्तनम में खेले गए आईपीएल 2019 के एलिमिनेटर मुकाबले में दिल्ली ने हैदराबाद पर दो विकेट से रोमांचक जीत दर्ज कर क्वालीफायर-2 में अपनी जगह पक्की कर ली है। श्रेयस अय्यर की टीम के पास अब 10 मई को चेन्नई को हराकर फाइनल में जगह बनाने का अच्छा मौका है। दिल्ली ने हैदराबाद पर जीत दर्ज तो कर ली, लेकिन मैच में कई ऐसे मोड़ आए जिसने फैन्स के साथ-साथ मैदान में मौजूद सभी खिलाड़ियों की सांसे थाम दी। आईये जानते हैं मैच के कुछ ऐसे ही रोमांचक पलाें के बारे में।
शानदार शुरूआत के बावजूद लड़खड़ाई दिल्ली की पारी
163 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के दौरान पृथ्वी शॉ 56(38) और शिखर धवन 17(16) ने दिल्ली को शानदार शुरुआत दिलाई। पहले विकेट के लिए दोनों सलामी बल्लेबाजों ने 66 रन जोड़े। पृथ्वी शुरू से ही आक्रामक दिखे। यहां से ऐसा लग रहा था कि मानो दिल्ली पांच ओवर पहले ही मैच अपने नाम कर लेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। 87 रन के स्कोर तक पहुंचते-पहुंचते दिल्ली ने अपने शुरुआती तीन बल्लेबाजों के विकेट खो दिए। जिससे रनों की रफ्तार काफी हद तक थम गई। कड़ी टक्कर के बाद दिल्ली ने महज एक गेंद पहले मैच में जीत दर्ज की।
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राशिद खान ने पलटा मैच का रुख
14 ओवरों के बाद दिल्ली का स्कोर 111/3 था। आखिरी छह ओवर में दिल्ली को जीत के लिए 52 रन की दरकार थी। मैदान पर रिषभ पंत 12 तो कॉलिन मुनरो 14 रन बनाकर खेल रहे थे। पिछले ही ओवर में मुनरो ने बासिल थंपी की गेंदाें पर एक छक्का और एक चौका लगाया था। दिल्ली की जीत आसान नजर आ रही थी। तभी, कप्तान केन विलियमसन ने राशिद खान को अपना चौथा ओवर डालने के लिए बुलाया। राशिद के इस ओवर ने मैच का रुख पलट दिया। उन्होंने पहली ही गेंद पर मुनरो को एलबीडब्ल्यू आउट किया। उन्होंने DRS लिया, लेकिन उनका पैर विकेट के सामने पाया गया। मुनरो के आउट होने के साथ-साथ दिल्ली ने अपना रिव्यू भी गंवा दिया।
रिव्यू गंवाने का खामियाजा दिल्ली को तीन गेंद बाद ही भुगतना पड़ा। नए बल्लेबाज अक्षर पटेल अगली दो गेंद पर बाल-बाल बचे। तीसरी गेंद पटेल के थाई पैड को लगते हुए विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के दस्तानों में गई और अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया। पटेल इस निर्णय से जरा भी खुश नहीं थे, लेकिन रिव्यू नहीं होने के कारण उन्हें लौटना पड़ा। अगली गेंद पर नए बल्लेबाज शेरफेन रदरफोर्ड भी आउट होने से बाल-बाल बचे। गेंद बल्ले का भारी किनारा लेते हुए स्क्वेयर लेग पर खड़े गेंदबाज के हाथों में जाने से मामूली अंतर से बची। राशिद का ये ओवर डबल विकेट मेडन रहा।
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पंत ने संभाली दिल्ली की लड़खड़ाती पारी
आखिरी चार ओवरों में दिल्ली को जीत के लिए 42 रन की दरकार थी। मैदान पर पंत और रदरफोर्ड डटे हुए थे। दिल्ली के लिए अच्छी बात ये थी कि हैदराबाद के स्पिनर राशिद अपने चार ओवरों का स्पेल डाल चुके थे। हालांकि मोहम्मद नबी ने भी दिल्ली के बल्लेबाजों को काफी परेशान करके रखा था। पहली तीन गेंद पर महज दो रन देने के बाद पांचवीं गेंद पर छक्का लगाकर पंत ने लगातार बढ़ रहे रनों के अंतर को कुछ कम किया। अगला ओवर भुवनेश्वर कुमार का था जिसमें आठ रन आए, लेकिन बासिल थंपी के ओवर में दो छक्के और दो चौके लगाकर पंत ने एक बार फिर मैच को एकतरफा कर दिया। इस ओवर में कुल 22 रन आए।
भुवनेश्वर ने कराई मैच में वापसी
थंपी के ओवर की अच्छे से कुटाई करने के बाद दिल्ली को जीत के लिए 12 गेंदों पर महज 12 रन चाहिए थे। जीत मुट्ठी में थी, लेकिन भुवी ने पहली गेंद पर रदरफोर्ड और पांचवी गेंद पर पंत को चलता कर दिया। जिसके कारण हैदराबाद के लिए मैच में एक बार फिर जान आ गई। रिषभ अपनी पारी में पांच छक्कों और दो चौकों की मदद से 21 गेंद पर 49 रन बनाकर आउट हुए।
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मैच में दिखा आखिरी ओवर का रोमांच
आखिरी ओवर में दिल्ली को जीत के लिए पांच रन चाहिए थे, लेकिन इस छोटे से स्कोर को बनाने के लिए मैदान में कोई स्पेशलिस्ट बल्लेबाज मौजूदा नहीं था। दिल्ली को जीत के लिए अमित मिश्रा और कीमो पॉल से ही सारी उम्मीदें बची थी। पहली गेंद खलील ने वाइड फेंकी। दोबारा फेंकी गई इस गेंद पर एक रन आया। अब जीत के लिए दिल्ली को पांच गेंद पर तीन रन चाहिए थे। अगली दो गेंद पर एक रन आया। मैच का रोमांच तब और बढ़ गया जब चौथी गेंद पर मिश्रा आउट हो गए। गेंद मिश्रा के बल्ले को नहीं छू पाई, लेकिन फिर भी दोनों बल्लेबाज रन लेने के लिए भाग पड़े। विकेटकीपर ने गेंद को स्टंप पर मारा, गेंद विकेट पर तो नहीं लगी, लेकिन खलील ने तुरंत गेंद को पकड़कर अपने छोर की ओर फेंका।
मिश्रा ने विकेट के सामने आकर गेंद को नॉनस्ट्राइकर एंड पर विकेट पर लगने से रोकने का प्रयास किया। खलील ने बिना देरी किए इसपर DRS की मांग की। जानबूझ कर विकेट के सामने आने के कारण तीसरे अंपायर ने मिश्रा को आउट करार दिया। आखिरी दो गेंद पर दिल्ली को जीत के लिए दो रन चाहिए थे। पांचवीं गेंद पर कीमो पॉल ने पुल शॉट लगाकर स्क्वेयर लेग की दिशा में चौका लगाया और इस तरह दिल्ली ने मैच पर कब्जा किया।