31 मई 1984 को वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स ने वनडे इतिहास की सबसे शानदार पारी खेली थी। सर विव रिचर्ड्स ने आज के दिन इंग्लैंड के खिलाफ ओल्ड ट्रैफर्ड में नाबाद 189 रनों की पारी खेली थी, जो कि नाम केवल उनके करियर बल्कि वनडे क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक है।
1984 में वेस्टइंडीज के इंग्लैंड दौरे पर हुई वनडे सीरीज का पहला मैच मैनचेस्टर में खेला गया था। क्लाइव लॉयड की कप्तानी में मैदान पर उतरी वेस्टइंडीज टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। लेकिन इंग्लैंड के इयान बॉथम और बॉब विलिस की घातक गेंदबाजी के सामने विंडीज टीम ने 43 रन पर अपने तीनों शीर्ष क्रम बल्लेबाज खो दिए।
चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए रिचर्ड्स का सामना हुआ जॉफ मिलर से, जिन्होंने तीन विकेट लेकर कैरेबियाई टीम के मध्यक्रम को भी बिखेर दिया। डेविड गॉवर की कप्तानी वाली इंग्लैंड टीम पूरी तरह खेल पर हावी थी और विंडीज खिलाड़ियों को हार साफ नजर आ रही थी।
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ऐसे में वेस्टइंडीज के लिए आखिरी उम्मीद बने- विव रिचर्ड्स। उन्होंने एकतरफा पारी खेलते हुए वेस्टइंडीज को 272 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। सर रिचर्डस ने 111.18 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 170 गेंदो पर 21 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 189 रनों की नाबाद पारी खेली।
मौजूदा क्रिकेट फैंस को लग रहा होगा कि 189 कोई बड़ा स्कोर नहीं है लेकिन 80 के दशक में ये किसी खिलाड़ी के एक मैच में 250 रन बनाने के बराबर था।
वेस्टइंडीज के दिए 273 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड टीम को माइकल होल्डिंग, जोएल गार्नर की घातक गेंदबाजी का सामना करना पड़ा और मेजबान टीम 168 के स्कोर पर ढेर होकर 104 रन से मैच हार गई। मैन ऑफ द मैच का खिताब रिचर्ड्स को मिला, जिन्होंने नाबाद शतक जड़ने के साथ दो विकेट भी हासिल किए थे।
पहले वनडे में मिली इस जीत ने वेस्टइंडीज के लिए सीरीज जीत की नींव रखी और मेहमान टीम ने तीन मैचों की सीरीज 2-1 से जीती।