1 जून 2002 को आज से ठीक 18 साल पहले AirQuarius की एक कार्गो फ्लाइट आउटेंकिया पर्वत श्रृंखला में क्रैडॉक पीक पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें पूर्व दक्षिण अफ्रीकी कप्तान हैंसी क्रोनिए को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस हादसे से दो साल पहले क्रोनिए ने सट्टेबाजों को जानकारी देने और मैच फिक्स करने के लिए पैसे लेने की बात कबूल की थी। जिसके बाद क्रोनिए क्रिकेट जगत से दूर चले गए थे।
जब क्रोनिए के खिलाफ पहली बार इस तरह के आरोप लगे थे तो दक्षिण अफ्रीका (यूसीबीएसए) के संयुक्त क्रिकेट बोर्ड के प्रबंध निदेशक अली बाचर ने अपने कप्तान की ईमानदारी की वकालत की थी और उनके समर्थन में खड़े हुए थे। चार दिन बाद क्रोनिए ने सुबह 3 बजे उन्हें फोन पर अपने अपराध को स्वीकार किया।
क्रोनिए ने माना कि उन्होंने पैसों के लिए फिक्सिंग की थी। क्रोनिए ने किंग्स कमीशन को बताया कि उन्होंने 1996 से 2000 के बीच अवैध सट्टेबाजों से कम से कम 13,00,00 डॉलर लिए, साथ ही महंगी लेदर जैकेट जो कि सट्टेबाज मार्लोन अरोनस्टम का तोहफा थी। बाद में उनके नाम केमैन द्वीप में कम से कम 72 बैंक खातों मिले।
जज एरविन किंग की अध्यक्षता वाली समिति के सामने क्रोनिए ने अपने सभी अपराध स्वीकार किए। दुखी मन और आंसू भरी आंखों के साथ इस पूर्व कप्तान ने अपनी गलतियों को माना। जिसके बाद उनपर आजीवन बैन लगा दिया गया।
क्रिकेट से दूर होने के बाद क्रोनिए ने बिजनेस जगत में हाथ आजमाया। अपनी स्वाभावित नेतृत्व क्षमता का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने बिजनेस लीडरशिप में मास्टर डिग्री हासिल की। ये पूर्व दक्षिण अफ्रीकी कप्तान जिंदगी की दूसरी पारी शुरू करने वाला था लेकिन 2002 में हुए उस प्लेन क्रैश ने उनकी जिंदगी छीन ली।
हादसे की हकीकत
बिजनेस जगत में आगे बढ़ रहे क्रोनिए को अक्सर कई कंपनियां मुफ्त सुविधाएं देती थी। ऐसा ही इंतजाम AirQuarius के साथ उन्होंने किया था। ये एयरलाइन उन्हें जोहान्सबर्ग में उनके ऑफिस से 1500 मील राउंड ट्रिप उनके घर फेनकोर्ट एस्टेट तक अपने कार्गो विमानों में एक अकेले यात्री के रूप में मुफ्त में यात्रा करवाने के लिए तैयार थी। बदले में AirQuarius के पायलट उनके घर के गेस्ट रूम में रुकते थे।
पत्नी बर्था हर शुक्रवार की शाम की तरह उनका इंतजार कर रही थी। उस शाम ट्रॉफिक की वजह से पहले से लेट चल रहे क्रोनिए ने अपने शेड्यूलड फ्लाइट मिस कर दी थी और फिर उन्होंने मदद के लिए AirQuarius को कॉल किया।
हॉकर सिडली 748 कार्गो विमान खराब मौसम में रास्ता खोने के बाद क्रैडॉक पीक में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान के दोनों पायलट भी इस दुर्घटना में अपनी जान गंवा बैठे। जब बचाव दल ने पहाड़ी के पार बिखरा हुए मलबे को पाया तो क्रैश के बाद भी क्रोनिए अपनी सीट पर बैठे हुए थे।