रविचंद्रन अश्विन © AFP
भारतीय टीम के बेहतरीन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई में खेले गए चौथे टेस्ट मैच के पांचवें दिन दूसरी पारी में 6 विकेट मुकम्मल किए। इस तरह उन्होंने टेस्ट मैच में कुल 12 विकेट पूरे कर लिए। अश्विन ने अपनी करियर में पांचवीं बार मैच में 12 विकेट लेने का कारनामा किया है। अब वह सबसे ज्यादा बार 12 विकेट लेने के मामले में श्रीलंका के रंगना हेराथ के साथ दूसरे नंबर पर संयुक्त रूप से आ गए हैं। पहले नंबर पर मुथैया मुरलीधरन हैं जिनके नाम कुल 6 बार मैच में 12 विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है। इसके अलावा अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई के मैदान पर किसी भी भारतीय गेंदबाज के द्वारा सबसे बेहतरीन गेंदबाजी का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। अश्विन ने 167 रन देकर 12 विकेट निकाले। इसके पहले ये रिकॉर्ड एल शिवरामाकृष्णन के नाम था जिन्होंने साल 1984 में 181 रन देकर 12 विकेट लिए थे।
इसके अलावा अश्विन ने साल 2016 में अपना आठवां 5- विकेट हॉल अपने नाम किया और साल 2015 में अपने सात विकेट हॉल के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। एक कैलेंडर ईयर में सर्वाधिक बार 5 विकेट हॉल लेने का रिकॉर्ड मुथैया मुरलीधन और मैलकम मैलकम मार्शल के नाम है। दोनों ने एक कैलेंडर ईयर में 9 बार पांच विकेट लेने का कारनामा किया था। चूंकि, 16 नवंबर से भारत को चेन्नई में अंतिम टेस्ट खेलना है। ऐसे में अश्विन के पास मौका रहेगा कि वह दोनों पारियों में पांच- पांच विकेट लेते हुए दोनों को पीछे छोड़ दें। इस मैच में अश्विन के निशाने पर एक और रिकॉर्ड होगा। गौरतलब है कि अश्विन के नाम 43 टेस्ट में 247 विकेट दर्ज हो चुके हैं। अगर वह तीन और विकेट लेने में कामयाब हो जाते हैं तो वह दुनिया के सबसे तेज 250 विकेट लेने वाले गेंदबाज बन जाएंगे। वर्तमान में सबसे तेज 250 विकेट लेने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के डेनिस लिली के नाम है। [ये भी पढ़ें: भारत बनाम इंग्लैंड, चौथा टेस्ट, फुल स्कोरकार्ड हिंदी में]
लिली ने अपने 48वें मैच में 250 विकेट लेने का कारनामा किया था। वहीं अश्विन ने अभी सिर्फ 43 मैच ही खेले हैं। विराट कोहली की कप्तानी में अश्विन का ये 20वां मैच था और उन्होंने अब तक उकी कप्तानी में कुल 133 विकेट लिए हैं। इस दौरान उनका विकेट लेने का औसत भी 19.40 का रहा है। जिस तरीके से विराट ने अश्विन को इस्तेमाल किया है वैसे शायद ही कोई और कर पाया है। यहां तक कि धोना भी इस मामले में उनसे पीछे हैं। धोनी की कप्तानी में अश्विन ने 22 मैचों में 109 विकेट लिए थे और इस दौरान उनका गेंदबाजी औसत 28.77 का रहा था। अश्विन ने इस दौरान गेंदबाजी में ही नहीं बल्कि बल्लेबाजी में भी कमाल दिखाया है। और यही कारण है कि कोहली लगातार 17 टेस्ट जीतने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं और वह संयु्क्तरूप से कपिल देव के साथ दूसरे नंबर पर हैं। पहले नंब पर अभी भी सुनिल गावस्कर हैं जिनके नाम 18 टेस्ट बतौर कप्तान जीतने का रिकॉर्ड दर्ज है। [ये भी पढ़ें: मुंबई टेस्ट में इन पांच खिलाड़ियों ने दिलाई टीम इंडिया को जीत]
अश्विन इस साल टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। वह इस साल अब तक 11 टेस्ट में 71 विकेट ले चुके हैं। भारत की ओर से एक कैलेंडर ईयर में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड कपिल देव के नाम है। कपिल देव ने 75 विकेट लिए थे। ऐसे में अश्विन चेन्नई टेस्ट में जरूर इस रिकॉर्ड को तोड़ना चाहेंगे।