भारत ने इंग्लैंड को 4-0 से टेस्ट सीरीज में हराया। © Getty Images
भारत बनाम इंग्लैंड चेन्नई टेस्ट आखिरकार टीम इंडिया ने जीत लिया है। इस सीरीज के पांचवें और आखिरी टेस्ट में भारत ने 75 रनों से रोमांचक जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही भारत ने मेहमान टीम को इस सीरीज में 4-0 से मात दे दी है। राजकोट में खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ होने के बाद भारत ने भले ही क्लीन स्वीप को मौका खो दिया हो लेकिन 4-0 से मिली यह जीत भी यादगार है। इससे पहले मोहम्मद अजहरूद्दीन ने इंग्लैंड को तीन मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप किया था। 2012 में मिली करारी हार के बाद से भारत एक बड़ी जीत के लिए तरस रहा था। कोहली ने इस सीरीज में जीत के साथ ही अपनी टेस्ट कप्तानी में पांच बड़ी उपल्बधियां हासिल कर ली हैं। ये भी पढ़ें: रविचंद्रन अश्विन-रवींद्र जडेजा ने तोड़ा 107 साल पुराना रिकॉर्ड
1-अधिकतम स्कोर: मुंबई टेस्ट में दोहरा शतक लगाने के बाद कोहली टेस्ट में सर्वाधिक स्कोर बनाने वाले भारतीय कप्तान बनें। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में 224 रन बनाकर कप्तान धोनी ने इस खिताब पर कब्जा किया था। चेन्नई टेस्ट में भारत ने अब तक का अपना सर्वाधिक स्कोर बना लिया है। चेपॉक में बनाया 759 का विशाल स्कोर बनाया। इसमें केएल राहुल के 199 और करुण नायर के 303 रनों का अहम योगदान रहा। इससे पहले भारत का अधिकतम स्कोर 736 रन था जो भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में श्रीलंका के खिलॉफ मुंबई के ब्रेबॉन स्टेडियम में बनाया था। उस मैच में भारत की ओर से सहवाग ने 293 रन बनाए थे वहीं धोनी ने भी नाबाद शतक जमाया था। इसके अलावा दो और ऐसे मौके हैं जब भारत ने 700 का आंकड़ा पार किया था। साल 2011 में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबों में एक बार फिर भारतीय टीम ने 707 रन जड़े थे। साथ ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में साल 2004 में भारत ने 705 रन बनाकर पहली बार 700 का आंकड़ा पार किया था। ये भी पढ़ें: भारतीय टीम के तेज गेंदबाज इरफान पठान पिता बने
2- 4-0 से जीत: भारतीय टीम ने आज तक कभी भी इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 4-0 से नहीं जीती है। इस सीरीज से पहले 2012 और 2014 में हुई दोनों सीरीज में भारत को हार का मुंह देखना पड़ा था। 2012-13 में इंग्लैंड के भारत दौरे पर खेली गई चार मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड 2-1 से जीता था। साथ ही 2014 में इंग्लैंड की जमीन पर खेली गई पटौदी ट्रॉफी में भारत 3-1 से हारा था। कोहली ने इस जीत के साथ सारे पुराने स्कोर सैटल कर दिए हैं। भारत ने दोनों हारों का बराबर बदला लिया है। ये भी पढ़े: सनराइजर्स हैदराबाद ने इयॉन मॉर्गन और ट्रेंट बोल्ट को टीम से रिलीज किया
3- तीन दोहरे शतक: यह बात सच है कि विराट कोहली अपनी कप्तानी में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले बल्लेबाज हैं। कोहली ने अपनी कप्तानी में 2014 से लेकर अब तक तीन बार 200 का आंकड़ा छुआ है। कोहली ने सबसे पहले 21 जुलाई 2016 को वेस्टइंडीज दौरे पर दोहरा शतक लगाया था। नॉर्थ साउंड में खेली गई इस पारी में कोहली ने 200 रन बनाए थे। दूसरी बार कोहली के बल्ले से दोहरा शतक हाल ही में हुई न्यूजीलैंड सीरीज में निकला। 8 अक्टूबर 2016 को इंदौर में खेले गए इस मैच कोहली ने 211 रन जड़े थे। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में दोहरा शतक लगाते ही कोहली टेस्ट में तीन दोहरे शतक लगाने वाले अकेले भारतीय कप्तान बन गए। मुंबई में खेले गए चौथे टेस्ट में कोहली ने 235 रनों की विराट पारी खेली थी। इसी के साथ कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय बल्लेबाज द्वारा बनाया गए सर्वाधिक स्कोर का विनोद कांबली का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। हालांकि कोहली का रिकॉर्ड भी करुण नायर ने चेन्नई टेस्ट में 303 रनों की शानदार पारी की बदौलत अपने नाम कर लिया। ये भी पढ़े: रवींद्र जडेजा ने लिया अद्भुत कैच, ताजा हुईं 1983 विश्व कप के फाइनल की यादें
4- अजेय कप्तान: विराट ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया सीरीज के आखिरी टेस्ट में कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली थी। कोहली ने तब से आज तक कुल 22 टेस्ट मैच खेलें हैं। कोहली ने इनमें से 14 टेस्ट जीते हैं दो हारें हैं जबकि 6 मैच ड्रॉ रहे। इसके साथ ही कोहली लगातार 18 मैचों से अजेय बने हुए हैं। उन्होंने कपिल देव के लगातार 17 मैचों में न हारने के रिकॉर्ड को तोड़ सुनील गावस्कर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। कोहली की कप्तानी में अंतिम एकादश हालांकि कभी समान नहीं रही है लेकिन एक बात जो समान रही है वह यह है कि टीम ने कभी भी हार का मुंह नहीं देखा है। कोहली अपनी कप्तानी में हर मैच खेलने वाले अकेले खिलाड़ी है। ये भी पढ़ें: कर्नाटक रणजी टीम से बाहर हुए रॉबिन उथप्पा
5- लगातार पांच टेस्ट सीरीज में जीत: कोहली ने अपनी कप्तानी में अगस्त 2015 से दिसंबर 2016 में लगातार पांच टेस्ट सीरीज जीती हैं। कोहली ने अपने जीत के रथ की शुरूआत श्रीलंका को तीन मैचों की सीरीज में 2-1 से हराकर की है। उसके बाद भारत ने साउथ अफ्रीका के भारत दौरे पर चार मैचों की टेस्ट सीरीज 3-0 सीरीज से जीती थी और इसके बाद वेस्टइंडीज के दौरे पर भी भारत ने अपनी जीत का आंकड़ा बरकरार रखा और कैरेबियन टीम को 2-0 से टेस्ट सीरीज में हराया। इसके बाद न्यूजीलैंड और फिर इंग्लैंड के साथ हुई घरेलू सीरीज में जीत दर्ज कर कोहली ने लगातार पांच टेस्ट सीरीज जीतने का रिकॉर्ड बना लिया।