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गोभी के खेत से, एशेज की शुरुआत तक- जानिए दी ओवल के बारे में 15 रोचक फैक्ट्स

द ओवल मैदान का इतिहास रोचक है. इस मैदान पर कई इतिहास रचे गए. एशेज की शुरुआत से लेकर सुनील गावस्कर की यादगार 221 रन की पारी तक.

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दी ओवल मैदान पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. Photo- किआ ओवल फेसबुक

नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का मैच 7 जून से लंदन के दी ओवल मैदान पर खेला जाएगा. इस मैदान के साथ एक लंबा इतिहास जुड़ा है. इंग्लैंड में पहला टेस्ट मैच इसी मैदान पर खेला गया. यहीं पर एशेज का जन्म हुआ. यहीं पर सुनील गावस्कर ने 221 रन की पारी खेली. और यहीं पर साल 2005 में इंग्लैंड ने केविन पीटरसन की 158 रन की पारी से इंग्लैंड को एशेज जितवाई. यह मैदान फुटबॉल ग्राउंड भी रहा और रग्बी के लिए भी इस्तेमाल हुआ. और आज इस मैदान के बारे में ये अनोखे फैक्ट जानकर आप हैरान रह जाएंगे.

  1. द ओवल का नाम सन 1700 के आखिरी दशक के आसपास पड़ा. तब केनिंग्टन में पत्ता गोभी के खेत के करीब एक ओवल (अंडाकार) सड़क बनाई गई.
  2. पहले 50 साल में यहां पत्ता गोभी का खेत रहा और फिर मार्केट गार्डन बना.
  3. 1845 में यह क्रिकेट ग्राउंड बना. तब घास के 10 हजार टर्फ टूटिंग कॉमन से खरीदे गए. इसके लिए 300 पाउंड का भुगतान किया गया.
  4. इस मैदान को सरे काउंटी के हेडक्वॉर्टर के तौर पर पहचान मिली. लेकिन कई लोगों का मानना था कि यह काउंटी की सीमा से बाहर स्थित है.
  5. इस मैदान पर पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 1868 में खेला गया. तब इंग्लैंड ने 20 हजार दर्शकों के सामने ऑस्ट्रेलिया से आए मूल निवासियों से मैच खेला.
  6. 1870 में इस मैदान पर पहला अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच खेला गया. इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के बीच मुकाबला 1-1 से बराबर रहा.
  7. 1872 में The Oval पर पहला FA Cup final मैच खेला गया. इसमें Wanderers ने Royal Engineers को 1-0 से हराया. 1892 तक यहां लगातार यह मुकाबला खेला गया. 1872 से 1879 तक रग्बी इंटरनैशनल मैच भी इस मैदान पर हुए.
  8. 1880 में क्रिकेट आगे निकल गया. पहला टेस्ट मैच जो इंग्लैंड ने खेला उसमें डब्ल्यूजी ग्रेस ने डेब्यू पर नाबाद 152 रन बनाए.
  9. दो साल बाद इसी मैदान पर एशेज की नींव रखी गई. फ्रेज स्पोफर्थ ने इंग्लैंड की दोनों पारियों में सात विकेट लिए. ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 63 पर आउट हुआ. इंग्लैंड ने 101 रन बनाए.
  10. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 122 रन बनाए. इंग्लैंड को 85 रन बनाए. उसका स्कोर 2 विकेट पर 51 रन था और इसके बाद वह 77 रन पर ऑल आउट हो गई. यहीं से एशेज सीरीज की शुरुआत हुई.
  11. इसी मैदान पर गैस लैंप लगाकर 1889 में पहली बार फ्लडलाइट्स इस्तेमाल की गईं.
  12. दूसरे विश्वयुद्ध के बाद इंग्लैंड ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए सिर्फ 52 रन पर ऑल आउट हो गई. यह डॉन ब्रैडमैन का आखिरी मैच था और इसी में वह मशहूर पारी थी जिसमें वह जीरो पर आउट हुए थे.
  13. दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान इस मैदान को युद्धवंदियों के कैंप के तौर पर इस्तेमाल किया गया था.
  14. बांग्लादेश युद्ध में मदद के लिए 1971 में यहां रॉक कन्सर्ट भी किया गया.
  15. इस मैदान को व्यवसायिक कारणों से अब ‘किआ ओवल’ कहा जाता है. इसमें दर्शकों की क्षमता 22500 है.

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