अफगानिस्तान अपने टेस्ट डेब्यू मैच में भारत के खिलाफ उतरा तो उसने अपने स्पिन गेंदबाजी अटैक पर ही ज्यादा भरोसा दिखाया। हालांकि पहले सेशन में स्पिन गेंदबजों से ज्यादा किफायती तेज गेंदबाज ही रहे। शिखर धवन ने पहले ही सेशन से अफगानी स्पिन गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। राशिद खान के एक ओवर में तो धवन ने लगातार तीन गें पर तीन बाउंड्री मारी।
धवन ने इस मैच को वनडे बना दिया और 87 गेंद पर ही अपना शतक पूरा कर मैच के पहले ही सेशन में शतक बनाने वाले पहले भारतीय बन गए। शिखर धवन ने अपनी पहली पारी में 96 गेंदों पर 107 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने तीन छक्के और 19 चौके भी लगाए। हालांकि तेज गेंदबाज यमीन अहमदजई ने मैच के 29वें ओवर में उन्हें मोहम्मद नबी के हाथों कैच करवा आउट किया।
कंफ्यूजन में नहीं लिया डीआरएस
धवन जरूर इस मैच में शतक मारने में कामयाब रहे हों लेकिन अगर अफगानिस्तानी टीम के कप्तान असगर स्टैनिकजई का दिमाग सही समय पर चला होता तो धवन महज 23 रन के स्कोर पर ही आउट हो जाते। दरअसल, मैच का 10वां ओवर चल रहा था। गेंदबाजी की कमान वफादार के हाथ में थी। पांचवी गेंद पर धवन बल्लेबाजी पर थे। तभी गेंद बल्ले का हल्का सा किनार लगते हुए विकेटकीपर के पास चली गई। वफादार को हल्का एज लगने की आहट सुनाई थी, लेकिन अंपायर ने इसे आउट नहीं दिया। उन्होंने कप्तान असगर स्टैनिगजई के साथ इसपर चर्चा की। जिसके बाद उन्होंने रिव्यू नहीं लेने का निर्णय किया। कुछ समय बाद अल्ट्रा एज से पता चला कि गेंद बल्ले को हल्का सा छूते हुए गई थी। उस समय धवन 27 गेंद पर 23 रन बना कर खेल रहे थे।