एडीलेड: पूर्व क्रिकेटर शेन वाटसन, वसीम अकरम और नासिर हुसैन ने गुरुवार को टी20 विश्व कप से भारत के शर्मनाक तरीके से बाहर होने के बाद टीम के ‘डरपोक’ बल्लेबाजी रवैये की आलोचना की।
एलेक्स हेल्स और जोस बटलर के नाबाद अर्धशतक और दोनों के बीच पहले विकेट की अटूट शतकीय साझेदारी से इंग्लैंड ने दूसरे सेमीफाइनल में भारत को 10 विकेट से शिकस्त दी।
भारत ने सेमीफाइनल में भी काफी धीमी बल्लेबाजी की और टीम शुरुआती छह ओवर में केवल 38 रन की बना सकी। इंग्लैंड की बारी में यह बिल्कुल अलग था क्योंकि उन्होंने छह ओवर में 63 रन बना लिए थे।
टी20 विश्व कप से पहले भारत ने अधिक आक्रामक बल्लेबाजी रवैया अपनाया था लेकिन रोहित शर्मा और राहुल जैसे खिलाड़ी बड़े मैचों में उम्मीद के मुताबिक नहीं खेल पाए।
भारतीय टीम इंग्लैंड को कोई टक्कर नहीं दे सकी। एक साल पूर्व पिछले टूर्नामेंट में तो भारतीय टीम नॉकआउट में जगह भी नहीं बना पाई थी।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर वाटसन ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘‘भारत ने बल्ले से काफी डरपोक रवैया अपनाया। दुर्भाग्य से रोहित और राहुल शुरुआती छह ओवर में गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रुख नहीं अपना पाए। उनके पास बड़े शॉट खेलने की क्षमता है लेकिन आपको टी20 क्रिकेट में आक्रामक रुख अपनाना होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हार्दिक आक्रामक रुख अपनाने में सफल रहे लेकिन भारत को छह से आठ ओवर पहले आक्रामक होना चाहिए था।’’
जैसे ही इंग्लैंड के कप्तान बटलर ने आखिरी छक्का लगाया, नासिर हुसैन ने कमेंटरी करते हुए टिप्पणी की, ‘‘भारत शुरुआत से ही डरा हुए था और इंग्लैंड ने उन्हें रौंद दिया।’’
दूसरी ओर, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान अकरम ने कहा कि भारत को धीमी शुरुआत का खामियाजा भुगतना पड़ा।
अकरम ने ‘ए स्पोर्ट्स’पर बातचीत करते हुए कहा, ‘‘भारत की शुरुआत धीमी रही और वे इससे उबर नहीं पाए। इस विकेट पर 190 रन का अच्छा स्कोर होता। उन्होंने अंतिम ओवरों में तेजी से रन बनाए लेकिन अगर हार्दिक पंड्या नहीं होता तो भारत सम्मानजनक स्कोर तक भी नहीं पहुंच पाता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उनके कप्तान (रोहित शर्मा) लय में नहीं थे। विराट कोहली ने अर्धशतक जड़ा लेकिन इसके लिए उन्होंने 40 गेंद खेली। इसी ने अंतर पैदा किया।’’
इसके अलावा भारत के पूर्व चयनकर्ता सरणदीप सिंह ने भी मुकाबले का ईमानदारी से मूल्यांकन किया।
कोहली और सूर्या के शानदार प्रदर्शन का जिक्र करते हुए सरणदीप ने पीटीआई से कहा, ‘‘दुर्भाग्य से भारत के लिए राहुल और रोहित बड़े मैचों में फॉर्म नहीं पा सके जिससे विराट और सूर्यकुमार पर दबाव बन गया। ये दोनों हालांकि हर मैच में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘टीम की सबसे बड़ी गलतियों में से एक थी युजवेंद्र चहल को पूरे टूर्नामेंट में न खिलाना, खासकर इस सेमीफाइनल में । आपने देखा कि इंग्लैंड के स्पिनर कितने प्रभावी थे।’’
सरणदीप ने कहा कि अमेरिका महाद्वीप में 2024 टी20 विश्व कप के लिए भारत की योजना के तहत कुछ कड़े फैसले करने होंगे।
इस पूर्व भारतीय स्पिनर ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि रोहित, विराट, अश्विन, शमी और भुवी सहित टीम के कम से कम आधे सदस्य अगले टी20 विश्व कप में खेल रहे हैं। चयनकर्ताओं को इस पर फैसला लेने की जरूरत है।’’
वाटसन भी भारत के चहल को नहीं खिलाने के फैसले से हैरान थे जबकि आदिल राशिद और लियाम लिविंगस्टोन को एडीलेड की पिच से काफी मदद मिली।
वाटसन ने कहा, ‘‘भारत के पास कलाई का स्पिनर नहीं था और इंग्लैंड के दो स्पिनर थे। वे निश्चित रूप से चहल को लेकर चूक कर गए। वह अपनी गति को नियंत्रित कर सकता है जैसे राशिद ने किया। उसके पास अविश्वसनीय टेलेंट है और अगर वह होता तो यह टीम के लिए शानदार होता।’’