अजिंक्य रहाणे © AFP (File Photo)अगस्त 2017 के बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ एंटीगा टेस्ट में पहली बार 100 का आंकड़ा पार करने वाले भारतीय उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने इस शतक को खास बताया है।
रहाणे ने एंटीगा टेस्ट की पहली पारी में भी रहाणे ने 81 रन बनाए थे लेकिन शतक से चूक गए थे। दूसरी पारी में उन्होंने तिहाई का आंकड़ा पार किया और 102 रन जड़े। इस शतक के बारे रहाणे ने कहा, “मुझे पता चला कि दो साल बाद शतक बनाकर कैसा लगता है। मैं थोड़ा भावुक था।”
उपकप्तान ने आगे कहा, “मुझे 10वां शतक बनाने में दो साल लग गए। मेरे लिए प्रक्रिया हमेशा मायने रखती है। हर सीरीज के पहले तैयारी बहुत जरूरी है। मैंने दो साल से यही कर रहा था और हां, 10वां शतक मेरे लिए बेहद खास था।”
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भारतीय टीम जब इंग्लैंड में विश्व कप में हिस्सा ले रही थी, तब सीमित ओवर फॉर्मेट से बाहर चल रहे रहाणे ने काउंटी क्रिकेट का रुख किया। हालांकि रहाणे ने वेस्टइंडीज में अपने प्रदर्शन का पूरा श्रेय काउंटी क्रिकेट में नहीं दिया लेकिन उन्होंने हमेशा की तरह प्रक्रिया को अहम बताया।
रहाणे ने कहा, “ये कहना जल्दबाजी होगी कि काउंटी क्रिकेट से मुझे फायदा हुआ है। लेकिन मैं ये जरूर कहूंगा कि मैंने इन दो महीनों में अपने समय का अच्छा इस्तेमाल किया। मैंने बल्लेबाजी और ड्यूक गेंद को खेलना सीखा।”
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रहाणे की शतकीय पारी की मदद से भारत ने पहला टेस्ट मैच जीता और दो मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। इस जीत के साथ टीम इंडिया आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप टेबल में शीर्ष पर आ पहुंची है। इसके बावजूद रहाणे चाहते हैं कि जमैका में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में भारत विंडीज को कमजोर समझने की गलती ना करे।
उन्होंने कहा, “पिछले मैच में हमने जो किया, उस पर हमें आत्मविश्वास है, लेकिन हमें वर्तमान में जीना होगा। गेंदबाजी यूनिट और बल्लेबाजी यूनिट, बतौर टीम में हम अच्छी मानसिकता में हैं।”