वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने 469 रनों का स्कोर खड़ा किया जिसका पीछा करने उतरी भारतीय टीम का आगाज बेहद खराब रहा. रोहित शर्मा और शुभमन गिल की सलामी जोड़ी 30 रन के भीतर पवेलियन लौट गई. इसके बाद शानदार फॉर्म में चल रहे चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली से फैंस को काफी उम्मीदें थी लेकिन सारी की सारी उम्मीदें धरी रह गई. पुजारा और कोहली 14-14 रन बनाकर पवेलियन लौट गए.
पुजरा का 14वें ओवर में कैमरन ग्रीन ने शिकार किया जबकि विराट कोहली को मिचेल स्टार्क ने 19वें ओवर में पवेलियन का रास्ता दिखाया. भारत के 4 टॉप-आर्डर बल्लेबाज 71 रन के टीम स्कोर पर आउट हो चुके थे और अब सारा का सारा दारोमदार 18 महीने बाद टीम इंडिया में वापसी कर रहे अजिंक्य रहाणे के कंधों पर था.
रहाणे बखूबी अपनी जिम्मेदारी संभाल ही रहे थे लेकिन 22वें ओवर में पैट कमिंस की एक गेंद ने टीम इंडिया को बड़ा झटका दे दिया. हालांकि फिर कुछ ऐसा हुआ जिसने रहाणे को बड़ा जीवनदान दे दिया.
दरअसल, ओवर की आखिरी गेंद पैट कमिंस ने स्टंप की लाइन में गुड लेंथ फेंकी जो, पड़कर हल्का सा बाहर निकली. इस गेंद को रहाणे डिफेंड के करने के लिए गए लेकिन गेंद ऑफ स्टंप के बिल्कुल सामने पैड पर जा लगी और अंपायर ने अपील सुनने के बाद आउट का सिग्नल दे दिया. इसके बाद जमकर ड्रामा देखने को मिला.
अंपायर के आउट दिए जाने के तुंरत बाद रहाणे ने रिव्यू लिया. थर्ड अंपायर ने रिप्ले देखा जिसमें साफ नजर आया कि गेंदबाज का पैर लाइन से थोड़ा आगे था. ये गेंद नो बॉल करार दी गई और इस तरह रहाणे बाल-बाल बच गए. अगर नो नहीं बॉल होता तो रहाणे को पवेलियन वापस जाना पड़ता.
रहाणे ने जीवनदान मिलने के बाद जडेजा के साथ मिलकर 25 ओवर में भारत का स्कोर 100/4 रन तक पहुंचा दिया. रहाणे के लिए IPL 2023 का सीजन काफी शानदार बीता था. घरेलू क्रिकेट में भी उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था. यही वजह है कि उन्हें WTC फाइनल की टीम में मौका दिया गया है.