लंदन| ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि इंग्लैंड की परिस्थितियां ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में हैं, इसलिए पैट कमिंस की अगुआई वाली टीम के पास बुधवार से ओवल में शुरू हो रहे विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल से पहले भारत पर थोड़ी बढ़त रहेगी. यदि आप इस स्थान को देखते हैं तो आपको लगता है कि यह भारतीय स्थल की तुलना में ऑस्ट्रेलियाई स्थल की तरह कुछ अधिक है. वास्तव में अच्छा, है ना?
ICC के ‘आफ्टरनून विद द टेस्ट लीजेंड्स’ इवेंट में पोंटिंग ने कहा, “आप केवल परिस्थितियों के आधार पर सोचेंगे तो ये थोड़ा ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में है, लेकिन ये दो टीमें हैं, जो पूरी तरह से वहां होने के लायक हैं.”
फाइनल की फेवरेट टीम के बारे में पूछे जाने पर पोंटिंग ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया के पास मामूली रूप से बढ़त है. दोनों टीमें पहले और दूसरे स्थान पर रहने की हकदार हैं. जहां तक तैयारी की बात है, तो दिलचस्प बात यह है कि कुछ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने पिछले कुछ महीनों में बिल्कुल भी क्रिकेट नहीं खेला ह जबकि भारतीय खिलाड़ी आईपीएल में बहुत प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेल रहे थे. इसलिए बिना किसी क्रिकेट के नए सिरे से आना, क्या यह बेहतर है या IPL के कारण थोड़ा थकान हैं, लेकिन क्रिकेट आगे बढ़ रहा है? इसलिए बहुत सारे कारक हैं जो इस सप्ताह दिखाई दे सकते हैं.”
पाकिस्तान के दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने भी ऑस्ट्रेलिया की टीम को भारत से थोड़ा आगे बताया. लेकिन वह यह भी मानते हैं कि टॉस और मौसम मुकाबले में महत्वपूर्ण कारक होंगे.उन्होंने कहा, “मैं रिकी से सहमत हूं.ऑस्ट्रेलिया थोड़ा फेवरेट है. यह मौसम पर भी निर्भर करता है और टॉस भी महत्वपूर्ण है. और पिच भी मायने रखती है.”
भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने महसूस किया कि ऑस्ट्रेलिया कागज पर मजबूत है, लेकिन फिटनेस एक निर्णायक कारक हो सकता है. इसलिये मुझे लगता है कि मैच फिटनेस खेल में आ सकता है. जैसा कि वाज ने कहा, रिकी ने कहा, आपको कुछ क्रिकेट खेलने की जरूरत होती है.”
रवि शस्त्री ने कहा कि ज्यादातर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी काफी दिनों से क्रिकेट से दूर थे जबकि भारतीय खिलाड़ी IPL में दो महीनों तक लगातार क्रिकेट खेल रहे थे. यही वजह है कि टीम इंडिया को फायदा मिल सकता है.
शास्त्री ने कहा, ‘भले ही भारतीय खिलाड़ियों ने दो महीने T20 क्रिकेट के साथ बिताए हैं लेकिन यही गेम टाइम दोनों टीमों में अंतर बनाता है.” शास्त्री ने कहा, “आपके पास बड़े मैच खेलने से पहले हाल ही कुछ क्रिकेट हो तो आप ऐसे मैचों के लिए तैयार दिखते हैं. जब आप 5 दिवसीय मुकाबलों से पहले मैदान में छह-छह घंटे होते हैं वह नेट्स में रोजाना 2-2 घंटे बॉलिंग करने से बिल्कुल अलग होता है.”
(इनपुट- IANS & PTI)