अश्विन-विहारी की साझेदारी ने तोड़ी ऑस्ट्रेलिया की जीत की उम्मीद; सिडनी टेस्ट ड्रॉ
भारतीय क्रिकेट टीम ने सिडनी टेस्ट के आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 विकेट पर 334 रनों का स्कोर बनाया।
सिडनी टेस्ट मैच के आखिरी दिन रिषभ पंत (97), चेतेश्वर पुजारा (77), हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन की संघर्षपूर्ण बल्लेबाजी के दम पर टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के जीत से सपने पर पानी फेरकर मैच ड्रॉ कराया।
ऑस्ट्रेलिया के दिए 407 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया ने पांच विकेट पर 334 रन का स्कोर खड़ा कर मैच ड्रॉ पर खत्म किया। पांचवें दिन ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए आठ विकेट लेने थे लेकिन मेजबान टीम ऐसा करने में नाकाम रही।
दिन के खेल की शुरुआत में भारतीय टीम को पहला झटका दूसरे ही ओवर में लगा जब नाथन लॉयन ने कप्तान अजिंक्य रहाणे (4) को मैथ्यू वेड के हाथों कैच करा दिया। भारत के लिए यह बड़ा विकेट था जिसके खोने से ऑस्ट्रेलिया की जीत की उम्मीदें और मजबूत हो गई थी। पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए चोटिल हुए पंत ने कप्तान के बाद मैदान पर कदम रखा और यहां से ऑस्ट्रेलियाई जीत के सपने की इमारत ढहनी शुरू हो गई। एक छोर पर पंत ने तेजी से रन बनाने शुरू किए और दूसरे छोर पर पुजारा पैर जमाकर खड़े रहे।
दिन के पहले सेशन में ये जोड़ी नहीं टूटी और दोनों अपने-अपने अंदाज में बल्लेबाजी करते रहे। पहले सेशन की समाप्ति तक पुजारा 41 और पंत 73 रन बनाकर नाबाद थे और भारत का स्कोर तीन विकेट तक 206 रन था। पुजारा ने दूसरे सेशन में टेस्ट में अपने छह हजार रन पूरे किए। पुजारा ने अपना अर्धशतक भी पूरा कर लिया। दूसरे छोर पर खड़े पंत शतक की ओर बढ़ रहे थे। उनकी पारी पर लॉयन ने ब्रेक लगा दिया।
पंत ने लॉयन की गेंद पर बड़ा शॉट मारना चाहा लेकिन गेंद उनके बल्ले का ऊपरी किनारा ले कर पैट कमिंस के हाथों में गई। पंत तीन रनों से शतक से चूक गए। उन्होंने 97 रनों की पारी के दौरान 118 गेंदों का सामना कर 12 चौके और तीन छक्के लगाए। पंत का विकेट 250 के कुल स्कोर पर गिरा। पुजारा और पंत ने 148 रनों बड़ी साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया के लिए मुश्किलात पैदा कर दिए थे। कुछ देर बाद पुजारा भी 272 के कुल स्कोर पर जोश हेजलवुड की गेंद पर बोल्ड हो गए। उन्होंने 205 गेंदें खेली और 12 चौके मारे।
पुजारा और पंत के जाने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने मैच में वापसी कर ली थी। दूसरे सेशन का खेल खत्म होने तक भारत ने पांच विकेट खोकर 280 रन बना लिए थे। लेकिन विहारी ने अश्विन के साथ मिलकर मैच का रुख बदला और दोनों खिलाड़ी मैच ड्रॉ कराकर नाबाद लौटे।
विहारी ने 161 गेंदों का सामना कर सिर्फ 23 रन बनाए। उन्होंने 14.29 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। अश्विन ने 128 गेंदों का सामना करते हुए 39 रनों की पारी खेली। अश्विन का स्ट्राइक रेट 30.47 का रहा। विहारी ने चार चौके लगाए और अश्विन ने सात चौके मारे। इन दोनों बल्लेबाजों ने छठे विकेट के लिए 62 रनों की साझेदारी की।
भारत ने चौथी पारी में कुल 131 ओवरों का खेल खेला। 1980 के बाद से भारत ने चौथी पारी में पहली बार इतने ओवर खेले हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए हेजलवुड, लॉयन ने दो-दो विकेट लिए। पैट कमिंस को एक विकेट मिला।
आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 338 रन बनाए थे। उसने भारत को पहली पारी में 244 रनों पर ढेर कर दिया था। वह दूसरी पारी में 94 रनों की बढ़त के साथ उतरी थी। मेजबान टीम ने अपनी दूसरी पारी छह विकेट के नुकसान पर 312 रनों पर घोषित कर भारत को 407 रनों का मजबूत लक्ष्य दिया था।
आस्ट्रेलिया के लिए पहली पारी में 131 और दूसरी पारी में 81 रन बनाने वाले स्टीव स्मिथ को मैन ऑफ द मैच चुना गया। इस मैच के बाद चार मैचों की सीरीज 1-1 की बराबरी पर है। चौथा टेस्ट मैच ब्रिस्बेन में खेला जाएगा।
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