ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं (Australia vs England, Test) पर इंग्लैंड की टीम को टेस्ट सीरीज में मिली करारी शिकस्त के बाद कप्तान जो रूट काफी दबाव में हैं. एशेज सीरीज (The Ashes 2021-22) के बाद उनपर कप्तानी छोड़ने का दबाव (AUS vs ENG Test) बनाया जा रहा है. बेन स्टोक्स (Ben Stokes) ने जो रूट का समर्थन करते हुए साफ किया कि जबतक वो अपनी मर्जी से कप्तानी नहीं छोड़ना चाहें, उनपर दबाव नहीं बनाया जाना चाहिए. स्टोक्स का कहना है कि उनकी कप्तान बनने की कोई इच्छा नहीं है. एशेज सीरीज में इंग्लैंड को शुरुआती तीनों मैचों में शिकस्त झेलनी पड़ी. किसी भी मुकाबले में मेहमान टीम ने सीरीज में स्पर्धा नहीं दिखाई.
अब सिडनी में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज का चौथा मुकाबला खेला जाना है. बने स्टोक्स (Ben Stokes) ने सेन डॉट कॉम डॉट एयू के हवाले से कहा, “कप्तान बनने की मेरी कभी कोई महत्वाकांक्षा नहीं रही है. कप्तानी छोड़ने का फैसला जो रूट का है और उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए. जाहिर है कि यह सीरीज उनके लिए अच्छी नहीं रही, लेकिन मैच को जीतना सिर्फ उनके हाथ में नहीं हैं, बल्कि और भी टीम में दस खिलाड़ी है. सभी को एक साथ मिलकर सीरीज जीतने के लिए योजना पर काम करना चाहिए था.”
रूट ने 2021 में खेले गए मैचों में सर्वाधिक 1,708 टेस्ट रन बनाए. 31 साल के रूट इंग्लैंड के सबसे लंबे समय तक टेस्ट खेलने वाले कप्तान बन जाएंगे. वे पांच जनवरी को चौथा टेस्ट शुरू होने पर एलिस्टेयर कुक के 59 मैचों के रिकॉर्ड को तोड़ेंगे. इंग्लैंड के पूर्व महान खिलाड़ी जेफ्री बॉयकॉट और माइकल एथरटन ने हाल ही में इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को कप्तान के रूप में रूट को हटाने का दबाव डाला है.
स्टोक्स (Ben Stokes) ने कहा, “कप्तानी का मतलब फील्ड सेट करना और टीम चुनने का निर्णय लेना होता है. एक कप्तान वह होता है जिसके लिए आप बाहर जाकर खेलना चाहते हैं और इसके लिए मैं रूट के साथ हमेशा खेलना चाहूंगा.”