बांग्लादेश के स्टार सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल (Tamim Iqbal) ने आगामी टी20 विश्व कप 2021 से पहले टीम को बड़ा झटका दिया है. तमीम ने विश्व कप से अपना नाम वापस ले लिया है. इस मेगा टूर्नामेंट को शुरू होने में अब केवल डेढ़ महीने का ही वक्त बचा है. जल्द ही सभी देश अपनी टीमों का ऐलान भी कर देंगे. ऐसे में तमीम का नहीं होना बांग्लादेश की टीम काफी नुकसान पहुंचा सकता है.
तमीम इकबाल (Tamim Iqbal) लंबे समय से घुटने की चोट से जूझ रहे हैं. इसी श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान चोटिल हो गए थे. इसके बाद तमीम श्रीलंका और जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज का हिस्सा नहीं बन पाए थे. न्यूजीलैंड की टीम के मौजूदा बांग्लादेश दौरे पर भी तमीम नहीं खेल रहे हैं. हालांकि टी20 विश्व कप तक वो पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे.
फेसबुक के माध्यम से एक वीडियो संदेश में तमीम ने कहा कि वह उन सलामी बल्लेबाजों की जगह नहीं लेना चाहते जो पिछले 15-16 टी 20 में उनकी अनुपस्थिति में इस प्रारूप में खेल रहे हैं.
तमीम (Tamim Iqbal) ने कहा, “थोड़ी देर पहले, मैंने अपने बोर्ड अध्यक्ष पापोन भाई (नजमुल हसन) और मुख्य चयनकर्ता नन्नो भाई (मिनहाजुल आबेदीन) को फोन किया. मैं वही आपके साथ साझा करना चाहता हूं. मैंने उनसे कहा कि मुझे नहीं लगता कि मुझे विश्व कप टीम में होना चाहिए और इसके लिए मैं उपलब्ध नहीं रहूंगा. मेरे टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध नहीं होने के कुछ कारण हैं. खेल का समय सबसे बड़ा कारण है. मैं लंबे समय से यह प्रारूप नहीं खेल रहा हूं. मुझे नहीं लगता कि मेरे घुटने की चोट चिंता का विषय है क्योंकि मैं विश्व कप से पहले ठीक होने वाला था.”
उन्होंने कहा, “यह निर्णय लेते समय मेरे पास मुख्य कारण था. मुझे नहीं लगता कि यह उन खिलाड़ियों के लिए उचित होगा जिन्होंने पिछले 15-16 टी20 में खेला है जिसमें मैं नहीं था. मैं शायद विश्व कप टीम में शामिल होने वाला था, लेकिन मेरा मानना है कि यह उन खिलाड़ियों के साथ उचित नहीं होता. मैंने अपना संदेश बोर्ड अध्यक्ष और चयनकर्ता दोनों को दे दिया है.”
तमीम (Tamim Iqbal) ने स्पष्ट किया कि वह टी 20 प्रारूप से संन्यास नहीं ले रहे हैं, लेकिन उनका मानना है कि युवा इन-फॉर्म सलामी बल्लेबाज टीम के लिए उनसे बेहतर सेवा प्रदान करेंगे.
तमीम (Tamim Iqbal) ने कहा, “मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं संन्यास नहीं ले रहा हूं लेकिन मैं यह विश्व कप नहीं खेलूंगा. मुझे लगता है कि यह एक उचित निर्णय है. जो युवा राष्ट्रीय टीम में खेल रहे हैं, उन्हें मौका मिलना चाहिए. उनकी तैयारी मुझसे बेहतर होगी. वे शायद टीम को बेहतर सेवा दे पाएंगे.”