भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और एजुकेशनल टेक्नॉलजी कंपनी बायजूस (BYJU’s) ने तय किया है वह अगले एक साल तक टीम इंडिया की जर्सी का स्पॉन्सर बना रहेगा. हाल ही में बीसीसीआई की अपेक्स काउंसिल की मीटिंग हुई थी, जिसमें बेंगलौर आधारित इस बहुराष्ट्रीय शैक्षिक टेक कंपनी को टीम की जर्सी का स्पॉन्सर बनाए रखने का फैसला लिया गया. भारतीय टीम के साथ बायजूस का हुआ करार श्रीलंका के खिलाफ जारी इस सीरीज के बाद समाप्त हो रहा था लेकिन अब कंपनी ने बोर्ड के साथ मिलकर इसे अगले साल मार्च 2023 तक बढ़ाने का फैसला कर लिया है.
बायजूस साल 2019 में पहली बार भारतीय टीम की जर्सी का प्रायोजक बना था, तब उसने चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी ओपो (Oppo) की जगह यह स्थान हासिल किया था. तब उसने सितंबर 2019 से बोर्ड के यह करार हासिल किए थे. तब यह डील 31 मार्च 2022 तक के लिए उसे मिली थी. तब भारतीय टीम का यह करार ओपो मोबाइल के ही साथ था लेकिन ओपो ने बायजूस को यह करार ट्रांस्फर कर दिए थे.
क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उसने इस डील के संदर्भ में बायजूस के अधिकारियों से पूछा था लेकिन फिलहाल उन्होंने इस पर कोई जानकारी नहीं दी है. हालांकि बीसीसीआई के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है. BCCI जल्दी इसकी अधिकारिक घोषणा करेगा.
बता दें भारतीय टीम 1993 से अपनी जर्सी पर किसी न किसी नामी ब्रांड का लोगो लेकर खेल रही है. पहली बार उसे विल्स (Wills) उसका किट स्पॉन्सर बना था. उसने पहला करार 1993 से लेकर 1996 तक रहा. इसके बाद उसने 1999 से 2001 के लिए दूसरी बार यह करार हासिल किए. साल 2001-02 के लिए ITC होटल स्पॉन्सर बना.
साल 2002 से सहारा इंडिया परिवार बीसीसीआई से जुड़ा और वह अभी तक सबसे लंबे समय तक किट स्पॉन्सर रहा. वह 2002 से 2013 तक यानी 11 सालों तक भारतीय टीम की जर्सी का प्रायोजक बना रहा. इसके बाद अगले 4 सालों के लिए स्टार इंडिया ने यह अधिकार हासिल किए और फिर ओपो के साल 2022 तक के लिए ये अधिकार मिले, जिसे उसने पूरा नहीं किया और अपने ये अधिकार बायजूस को सौंप दिए थे.