भारतीय टीम वेस्टइंडीज में आयोजित हो रहे अंडर 19 वर्ल्ड कप (ICC Under 19 World Cup 2022) में हिस्सा ले रही है. टीम शनिवार को यहां साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी. इसके बाद बुधवार और अगले शनिवार को उसे अपने ग्रुप B के बाकी 2 मैचों में आयरलैंड और युगांडा से भिड़ना है. इस टूर्नामेंट में भारत की नजरें अपना शानदार रिकॉर्ड बरकरार रखते हुए नई प्रतिभाओं को तलाशने पर लगी होंगी.
हरनूर सिंह, राजवर्धन हंगरगेकर, कप्तान यश धुल और रवि कुमार से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी, जो अभी तक पिछले टूर्नामेंटों में अपनी प्रतिभा की बानगी दे चुके हैं. भारतीय टीम एशिया कप जीतने के बाद यहां पहुंची है और अभ्यास मैचों में उसने वेस्टइंडीज तथा ऑस्ट्रेलिया को हराया. टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे सफल टीम रही भारतीय टीम पिछले तीन सत्रों में फाइनल में पहुंची.
दो साल पहले बांग्लादेश के खिलाफ फाइनल में हारी भारतीय टीम का कोई भी खिलाड़ी सीनियर टीम तक नहीं पहुंचा. अब देखना यह है कि क्या 2022 की अंडर 19 टीम में से कोई यह कमाल कर सकता है. मौजूदा टीम में पृथ्वी शॉ और शुबमन गिल (2018 बैच) जैसी प्रतिभाएं नहीं हैं लेकिन कुछ खिलाड़ियों ने ध्यान खींचा है.
जालंधर में जन्मे बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज हरनूर से काफी उम्मीदें है. पिछली बार यशस्वी जायसवाल ने इस टूर्नामेंट में काफी रन बनाए थे. हरनूर ने एशिया कप में पांच मैचों में 251 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 11 जनवरी को अभ्यास मैच में नाबाद 100 रन की पारी खेली.
दाहिने हाथ के तेज गेंदबाज हंगरगेकर महाराष्ट्र के लिए सीनियर क्रिकेट खेल चुके हैं. एशिया कप में उन्होंने अपनी गति से प्रभावित किया और आठ विकेट लिए. बाएं हाथ के तेज गेंदबाज रवि कुमार ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 विकेट चटकाए थे. कप्तान धुल दिल्ली क्रिकेट में काफी प्रतिभाशाली बल्लेबाजों में गिने जाते हैं. एशिया कप में वह कोई कमाल नहीं कर सके लेकिन यहां दोनों अभ्यास मैचों में अर्धशतक जमाए.
ऑलराउडर राज बावा दाहिने हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज और खब्बू बल्लेबाज हैं जो टीम के काफी उपयोगी सदस्य हैं. मुख्य कोच ऋषिकेश कानिटकर ने कहा, ‘भारत का इस टूर्नामेंट में गौरवशाली इतिहास रहा है लेकिन वह बीती बात है. हमें नए सिरे से नई टीम के साथ शुरुआत करनी है.’
भारत को ग्रुप बी में साउथ अफ्रीका, आयरलैंड और युगांडा के साथ रखा गया है. शीर्ष दो टीमें क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचेंगी.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच इस ग्रुप का सबसे कठिन मैच होगा. साउथ अफ्रीका ने 2014 में खिताब जीता लेकिन दो साल पहले क्वॉर्टर फाइनल में हार गई. उसके पास डेवाल्ड ब्रेविस जैसा हरफनमौला है, जिसने सीएसए प्रोविंशियल टी20 नॉकआउट टूर्नामेंट खेला. उसकी तुलना एबी डिविलियर्स से की जाती है.
टीम:-
भारत: यश धुल (कप्तान), हरनूर सिंह, अंगकृष रघुवंशी, एस के रशीद, निशांत सिंधू, सिद्धार्थ यादव, अनीश्वर गौतम, दिनेश बाना, आराध्य यादव, राज अंगद बावा, मानव पारख, कुशाल ताम्बे, राजवर्धन हंगरगेकर, वासु वत्स, विकी ओस्तवाल, रवि कुमार, गर्व सांगवान.
(इनपुट: भाषा)