बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और विराट कोहली (Virat Kohli) के बीच विवाद के बाद साउथ अफ्रीका (IND vs SA) में बुरी तरह शिकस्त. वनडे कप्तानी से हटाया जाना और फिर विराट का टेस्ट कप्तानी छोड़ना. क्या इन सभी गतिविधियों ने भारतीय क्रिकेट को पीछे धकेला है ? पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ (Rashid Latif) को ऐसा नहीं लगता. उनका मानना है कि भारत में क्रिकेट का ढांचा इतना मजबूत है कि टीम जल्द ही इससे उबर कर आगे बढ़ जाएगी.
आईपीएल से भारतीय क्रिकेट हुआ मजबूत
राशिद लतीफ (Rashid Latif) ने ‘क्रिकेट बाज’ यूट्यूब चैनल से बातचीत के दौरान कहा,‘‘आईपीएल में उनका मजबूत आधार है और अब भारतीय क्रिकेट वित्तीय रूप से काफी मजबूती से स्थापित हो चुका है इसलिए मुझे नहीं लगता कि हाल में जो हुआ उसका ब्रांड के रूप में भारतीय क्रिकेट पर कोई असर पड़ना चाहिए.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अब काफी कुछ इस पर निर्भर करेगा कि रोहित शर्मा टीम को कैसे चलाते हैं लेकिन उनका टीम की अगुआई करने का अपना तरीका है और आईपीएल में मुंबई इंडियन्स के साथ उन्होंने पहले ही काफी कुछ हासिल किया है. यह देखना होगा कि वह टेस्ट में कप्तानी को लेकर कितने प्रेरित होंगे. कोहली अपनी कप्तानी और टीम में ऊर्जा लेकर आते हैं. ’’
‘विराट को वनडे कप्तानी से हटाकर गलती की’
लतीफ को हालांकि लगता है कि बीसीसीआई ने कोहली को एकदिवसीय टीम के कप्तान के रूप में हटाकर गलती की. ‘‘मुझे लगता है कि यह चीजों से गलत तरीके से निपटने का मामला है और अब पुरानी चीजों पर लौटने का भी कोई मतलब नहीं. इन चीजों से गुजरने के कारण अपने निजी अनुभव से मुझे लगता है कि ऐसी स्थिति में जब लंबे समय से कप्तानी कर रहा खिलाड़ी हटने का फैसला करता है या उसे हटाया जाता है तो यह कभी संभव नहीं है कि उसकी बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों के साथ चर्चा नहीं हुई हो.’’
इस पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, ‘‘जब मैंने 2004 में कप्तानी छोड़ी थी तो बोर्ड अध्यक्ष के साथ बातचीत के बाद ही ऐसा किया था. यही कारण है कि मैं कह रहा हूं कि बीसीसीआई ने इस मुद्दे से निपटने के तरीके में गलती की. यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं है.’’
लतीफ ने कहा कि इतने वर्षों तक नेतृत्वकर्ता के रूप में मौजूदा कप्तान को हटाना कभी आसान नहीं होता. लतीफ ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में भारत की हार टीम में अनिश्चित माहौल का नतीजा है. टीम ने टेस्ट और एकदिवसीय दोनों श्रृंखलाएं गंवाई. ‘‘मैं यह नहीं कह रहा कि कोई जानबूझकर प्रदर्शन नहीं करना चाहता, प्रत्येक पेशेवर खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है लेकिन अगर टीम का माहौल बदलता है तो इससे खिलाड़ियों पर कई तरह से असर पड़ता है.’’