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VIVO के पीछे हटने से BCCI हुआ मालामाल, हर तरफ से होगी धनवर्षा, जानें कैसे ?
VIVO के पीछे हटने के बाद TATA समूह अब आईपीएल का टाइटल स्पांसर बन गया है. पहले हुए करार के तहत बीसीसीआई को एक आईपीएल के लिए वीवो से 440 करोड़ रुपये की रकम मिलती है.
चाइनीज मोबाइल निर्माता कंपनी वीवो (Vivo IPL) ने मंगलवार को यह ऐलान किया कि वो आगे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2022) में टाइटल स्पांसर के रूप में काम नहीं कर पाएंगे. भारत के बड़े उद्योग घराने टाटा समूह (TATA IPL) अगले दो साल तक आईपीएल के टाइटल स्पांसर के रूप में काम करेगा. वीवी के करार से पीछे हटने से बीसीसीआई की लॉटरी लग गई है. मुख्य स्पांसर के बदलाव की इस प्रक्रिया के दौरान बीसीसीआई को करीब 130 करोड़ रुपये का फायदा होने वाला है.
वीवी आईपीएल 2020 से पहले भी टाइटल स्पांसरशिप के अपने करार से पीछे हट गया था. जिसके बाद बीसीसीआई ने ड्रीम इलेवन को उक्त साल के लिए मुख्य स्पांसर बनाया था. 2021 में फिर वीवो की टाइटाल स्पांसर के रूप में वापसी हुई लेकिन आगामी आईपीएल से पहले वेा फिर पीछे हट गया है. इस चाइनीज कंपनी के पास बीसीसीआई के साथ साल 2024 तक का करार है. इस करार के तहत वीवो को प्रत्येक आईपीएल के लिए बीसीसीआई को 440 करोड़ रुपये की रकम अदा करनी है.
दो साल में मिलने थे 996 करोड़
आगामी सीजन से दो नई फ्रेंचाइजी आईपीएल में जुड़ने वाली है. मैचों की संख्या में बढ़ोतरी होना तय है. ऐसे में वीवो को बीसीसीआई को अगामी दो सीजन में कुल 996 करोड़ की राशि देनी थी. वीवो ने ऑफर किया कि वो पहले साल 484 करोड़ और दूसरे साल 512 करोड़ देगा.
बीसीसीआई को अब प्राप्त होंगे 1124 करोड़
टाटा अब बाकी बचे दो साल के लिए प्रत्येक साल 335 करोड़ रुपये टाइटल स्पांसर के रूप में बीसीसीआई को देगा. उधर, वीवो को अपने अनुबंध से पीछे हटाने के लिए बीसीसीआई को 450 करोड़ रुपये की रकम देनी होगी. ऐसे में बीसीसीआई इन दो सीजनों में 1124 करोड़ रुपये कमाएगी. ऐसे में बीसीसीआई को करीब 130 करोड़ का अतिरिक्त फायदा होना तय है.
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