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IPL फाइनल हारने से कम नहीं हो जाता संजू सैमसन की कप्तानी का कमाल: Virender Sehwag
वीरेंदर सहवाग ने कहा कि पिछले दो सीजन के मुकाबले संजू सैमसन की कप्तानी इस सीजन काफी परिपक्व नजर आई. वह एक मंझे हुए कप्तान की तरह अपने गेंदबाजों को बदलते नजर आए.
राजस्थान रॉयल्स (RR) की टीम इस सीजन भले खिताब जीतने से चूक गई हो लेकिन उसके कप्तान संजू सैमसन (Sanju Samson) की खूब तारीफ हो रही है. संजू सैमसन ने इस सीजन बल्ले से भी कमाल दिखाया और वह कप्तानी में भी कमाल दिखाते रहे. उन्होंने अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाया. उनकी कप्तानी की तारीफ वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) और पार्थिव पटेल जैसे पूर्व भारतीय खिलाड़ियों ने भी की है. सहवाग ने कहा कि वह संजू बिल्कुल वैसे ही निर्णय लेते दिखे, जिन्हें अगर मैं कप्तान होता तो मैं भी करता दिखाई देता.
पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज के एक खास शो में पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल के साथ आईपीएल में संजू सैमसन की परफॉर्मेंस पर चर्चा कर रहे थे. सहवाग ने कहा कि संजू भले फाइनल मैच हार गए लेकिन इसका यह मतलब कतई नहीं है कि उनकी कप्तानी को कम कर के आंका जाए. फाइनल में उनके पास एक अतिरिक्त गेंदबाज की कमी रह गई.
उन्होंने कहा कि अगर शायद वह अपनी प्लेइंग XI में न्यूजीलैंड के जिम्मी नीशम को खिलाते तो वह इस पिच पर अतिरिक्त पेस जेनरेट कर कुछ कमाल कर सकते थे. लेकिन उनके पास बॉलिंग में जो भी संसाधन थे उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में उनका सही से इस्तेमाल किया. उन्होंने पिछले दो सीजन के मुकाबले इस सीजन जो कप्तानी की वह शानदार थी.
सहवाग ने कहा, 'सहवाग ने कहा कि उन्होंने अपनी कप्तानी से मुझे बहुत चौंकाया है. मैं खुद को संजू सैमसन की जगह रखकर सोचता हूं कि अगर मैं कप्तान होता तो मैं क्या करता, कौन से बॉलिंग चेंज लेकर आता. कब किससे कराता और कैसे मैच को अपनी ओर लाता. तो संजू सैमसन 90 फीसदी वही काम कर रहे थे, जो मैं करता.'
इस मौके पर पार्थिव पटेल ने कहा, 'फाइनल में संजू ने युजवेंद्र चहल का जो इस्तेमाल किया, वह भी कमाल था क्योंकि उनके पास आज बचाने के लिए ज्यादा स्कोर नहीं था तो उन्होंने उनका इस्तेमाल 17 और 18 ओवरों तक करने की बजाए 14वें ओवर तक किया क्योंकि वह विकेट लेने की कोशिश कर रहे थे.'
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