मार्क टेलर ने टेस्ट क्रिकेट के भविष्य पर जताई चिंता, 'Virat-Shastri जैसे लोगों की वजह से है जिंदा'
मार्क टेलर का मानना है कि बहुत से प्रमुख देशों की अब टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी नहीं बची है.
Mark Taylor believes Virat Kohli-Ravi Shastri are big Ambassador of Test Cricket: टी20-वनडे के इस युग में भारत में टेस्ट क्रिकेट आज भी अच्छे से फल-फुल रहा है. भारत में ना तो टेस्ट क्रिकेट देखने वाले फैन्स की कमी है और ना ही स्पॉन्सर की. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने इसके लिए भारतीय कप्तान विराट कोहली और मुख्य कोच रवि शास्त्री को श्रेय दिया. भारत ने बीते तीन सालों में ऑस्ट्रेलिया के दो बार उनके घर पर टेस्ट सीरीज में मात दी है. हाल ही में इंग्लैंड पर भी टेस्ट सीरीज में 2-1 से बढ़त प्राप्त की है.
मार्क टेलर को डर है कि आने वाले वर्षों में टेस्ट क्रिकेट पर खतरा मंडरा रहा है क्योंकि बहुत से देशों में खेल के सबसे लंबे प्रारूप के मैच देखने वालों की खासी कमी नजर आती है. मार्क टेलर ने कहा, "विराअ कोहली और रवि शास्त्री हाल के दिनों में टेस्ट क्रिकेट के महान समर्थक और प्रमोटर हैं. मुझे लगता है कि कोहली इस संबंध में उत्कृष्ट रहे हैं और खेल को प्राथमिकता देते हुए वास्तव में टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं."
उन्होंने कहा, "चिंता यह है कि यह कब तक जारी रहेगा. इसमें कोई संदेह नहीं है कि जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं और नई पीढ़ी आती है, मेरे जैसे लोगों को जिस तरह टेस्ट क्रिकेट से प्यार है यह कम हो सकता है और यह हमारी पुरानी पीढ़ी के लिए चिंता का विषय है."
56 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी ने उम्मीद जताई कि मैनचेस्टर में इंग्लैंड और भारत के बीच पांचवें और अंतिम टेस्ट को रद्द करने का निर्णय इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 संस्करण के दूसरे चरण को प्राथमिकता देने के लिए नहीं किया गया था.
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि कोई भी खिलाड़ियों के खिलाफ किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं करेगा, जो खेल नहीं खेलना चाहते हैं, जब उन्हें कोरोना संक्रमण के बारे में वास्तविक चिंता हो. मुझे लगता है कि अब हम कुछ निरंतरता देखना चाहते हैं. टेस्ट मैच से बाहर होना क्रिकेट के खेल के लिए बहुत बड़ी बात है."
टेलर ने कहा, "जब खिलाड़ी इसके खिलाफ रुख करते हैं तो हम सभी समझते हैं. हम समझते हैं कि स्वास्थ्य पहले आता है. लेकिन लोगों को खेल की सेहत का ध्यान रखना होता है. यह विशेष रूप से टेस्ट क्रिकेट के खेल पर दबाव डालता है और फिर आपके पास टी20 का खेल है, एक घरेलू सीरीज आ रही है जिसमें वे सभी खिलाड़ी खेलना चाहते हैं."
COMMENTS