टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने एक बार फिर विराट कोहली (Virat Kohli) की टेस्ट क्रिकेट में रवैये को लेकर तारीफ की है. हाल ही में टीम इंडिया के साथ अपना सफल कोचिंग कार्यकाल खत्म करने वाले दिग्गज कोच रवि शास्त्री ने कहा कि यह भारतीय खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट को देवता की तरह पूजता है और इसलिए ही उनकी टीम इस फॉर्मेट की सबसे सफल टीम है.
टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2021) के बाद रवि शास्त्री का कोचिंग कार्यकाल समाप्त हो गया है. इसके बाद भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने घर में टी20 और टेस्ट सीरीज खेली है. भारत ने कीवी टीम को 1-0 से 2 टेस्ट की सीरीज में माद देकर लगातार अपने घर पर लगातार 14वीं सीरीज में जीत दर्ज की.
कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) और कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) की जोड़ी टेस्ट क्रिकेट में सुपरहिट साबित हुई. इस जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया में जाकर उसे बैक टू बैक दो-दो टेस्ट सीरीज में मात दी, जबकि भारत के अलावा कोई भी एशियाई टीम ऑस्ट्रेलिया में आज तक कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई है.
इसके अलावा वह इंग्लैंड में भी 5 टेस्ट की सीरीज के आखिरी टेस्ट मैच के स्थगित होने से पहले भारत को 2-1 की बढ़त दिला चुके हैं. शास्त्री की कोचिंग में भारतीय फास्ट बॉलिंग की धाक दुनिया भर में गूंज रही है. कोच पद छोड़ने के बाद शास्त्री ने एक पोडकास्ट कार्यक्रम में बताया कि आखिर क्यों लाल गेंद चुनौतीपूर्ण फॉर्मेट में आखिर भारतीय टीम की तूती दुनिया भर में क्यों बोल रही है.
शास्त्री दुनिया के मशहूर लेखक जेफरी आर्चर के पोडकास्ट कार्यक्रम में इंटरव्यू दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि बीते 5 सालों में कोई टीम अगर टेस्ट क्रिकेट की असली राजदूत है तो वह भारत ही है. विराट टेस्ट मैच क्रिकेट की पूजा करते हैं, और ठीक ऐसे ही टीम के बाकी खिलाड़ी भी करते हैं, यह बात दुनिया के लिए हैरानी भरी हो सकती है क्योंकि जितनी संख्या में भारतीय टीम वनडे क्रिकेट और उसके बाद आईपीएल मैच खेलती है.’
उन्होंने कहा, ‘अगर आप टीम के खिलाड़ियों से पूछें तो उनमें से 99 फीसदी खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट को अपनी पहली पसंद करार देंगे. इसी कारण भारत ने बीते 5 साल में यह मुकाम हासिल किया है. इसी कारण बीते 5 साल से भारत हर साल के अंत में नंबर 1 टेस्ट टीम बना हुआ है.’
59 वर्षीय शास्त्री ने आगे कहा, ‘भले ही हम न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल हारे हों- लेकिन इसके अलावा बीते 5 साल में इस फॉर्मेट में हमारा वर्चस्व रहा है. हम ऑस्ट्रेलिया में जीतकर आए हैं. इंग्लैंड में जारी टेस्ट सीरीज में हम आगे थे. हम सफेद और लाल बॉल से दुनिया भर में जीत दर्ज कर रहे हैं और लाल गेंद फॉर्मेट में हम उदाहरण स्थापित कर रहे हैं. हमारे पास अब गुच्छों में तेज गेंदबाज आ रहे हैं भारतीय क्रिकेट में यह पहले अनसुना हुआ करता था. यह बेहतरीन है.’