भारत ने रविवार को दूसरे टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका को पारी और 137 से करारी शिकस्त दी। इससे दक्षिण अफ्रीकी टीम पहला टेस्ट 203 रन से हारी थी।
गांधी-मंडेला ट्रॉफी गंवाने के बाद डु प्लेसिस ने कहा, ‘‘मुझे लगता है ये पूरी तरह से अनुभवहीनता का मामला है। मैंने टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले कहा था कि टेस्ट में वो टीम सबसे मजबूत होती है जिसके पास सबसे ज्यादा अनुभव होता है। जब भारतीय टीम की बात आती है तो वे काफी अनुभवी है। उनकी टीम के खिलाड़ियों ने काफी मैच खेले है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम इस स्तर पर हैं जहां कई अनुभवी खिलाड़ियों मौजूद नहीं है। डेल स्टेन, एबी डिविलियर्स, मोर्ने मॉर्केल, हाशिम अमला सभी शानदार खिलाड़ी थे। आप रातों-रात ऐसे खिलाड़ियों का विकल्प नहीं तलाश सकते। टीम में अब जो खिलाड़ी हैं, उन्हें पांच, छह, 10, 11, 12, 15 टेस्ट मैचों का अनुभव है। अगर आप किसी भी टीम के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर देंगे तो वो टीम संघर्ष करेगी।’’
डुप्लेसिस ने कहा कि कप्तान के तौर पर उन्हें तथा क्विंटन डि काक और डीन एल्गर को खिलाड़ियों को प्रेरित करना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे लिए, ये जरूरी है कि सीनियर खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करें। मुझे डिकॉक और एल्गर को रन बनाने होंगे। हम दूसरों से ज्यादा रन की उम्मीद नहीं कर सकते।’’
कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने माना कि मौजूदा टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीका और भारत टीम के बीच बड़ा अंतर है क्योंकि उनकी टीम में ‘अनुभवहीन’ खिलाड़ी है और इन खिलाड़ियों के लिए हाशिम अमला और एबी डिविलियर्स जैसे दिग्गजों की जगह लेना मुश्किल है।