IND vs NZ: 'अब मैं वही कर रहा हूं जो माही भाई किया करते थे', हार्दिक पंड्या का बड़ा बयान
IND vs NZ: हार्दिक पंड्या ने कहा कि अब मेरी भूमिका थोड़ी सी बदली है. उन्होंने कहा कि अब कहीं न कहीं वह वही कर रहे हैं जो अपने करियर की आखिरी वक्त में महेंद्र सिंह धोनी किया करते थे.
अहमदाबाद: भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को टी20 इंटरनैशनल (India vs New Zealand) सीरीज के तीसरे और निर्णायक मुकाबले में 168 रन के बड़े अंतर से हराया. बुधवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी इंटरनैशनल स्टेडियम (Narendra Modi International Stadium) में भारतीय टीम ने टी20 इंटरनैशनल में अपनी सबसे बड़ी जीत हासिल की. भारतीय जीत के नायक रहे युवा बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill Century). गिल ने टी20 इंटरनैशनल में किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा बनाए गए व्यक्तिगत स्कोर के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. गिल ने 126 रन की पारी खेली और विराट कोहली (Virat Kohli) के 122 के पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया. उनकी इस पारी के दम पर भारत ने 20 ओवरों में चार विकेट पर 234 रन का स्कोर बनाया. इसके जवाब में न्यूजीलैंड की पारी सिर्फ 66 के स्कोर पर सिमट गई.
भारतीय कप्तान हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने कमाल की गेंदबाजी की. उन्होंने चार ओवरों में सिर्फ 16 रन देकर चार महत्वपूर्ण विकेट लिए. इसके साथ ही बल्ले से भी उपयोगी प्रदर्शन करते हुए उन्होंने 17 गेंद पर 30 रन बनाए. सीरीज में अपने उपयोगी प्रदर्शन के चलते उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया.
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बीते साल चोट से वापस आने के बाद से हार्दिक की बल्लेबाजी में एक बात साफ नजर आ रही है. वह है जिम्मेदारी के साथ खेलना. उन्होंने इसमें आक्रमकता का तड़का भी लगाया है. पंड्या गेंद के नैचुरल हिटर हैं लेकिन उन्होंने माना कि उन्हें अपने खेल में थोड़ा सा बदलाव करना पड़ा है.
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंड्या ने कहा, 'मुझे हमेशा से छक्के मारने में मजा आता है. लेकिन यह जीवन है, मुझे लगातार बेहतर होता रहना पड़ेगा. मुझे पार्टनरशिप बनाना पसंद है और मैं अपने बैटिंग पार्टनर को हमेशा यह आश्वसन और धीरज देना चाहता हूं कि मैं हूं ना. मैंने इन सभी खिलाड़ियों से ज्यादा मैच खेले हैं. चीजों को कैसे स्वीकार करना है और दबाव का सामना कैसे करना है यह मैं सीख चुका हूं. मैं कोशिश करता हूं कि सब चीजें शांत रहें.
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उन्होंने आगे कहा, 'हो सकता है कि इसके लिए मुझे स्ट्राइक रेट कम करनी पड़ी. मैं हमेशा नई भूमिकाएं अपनाने को तैयार रहता हूं. मैं नई गेंद से गेंदबाजी करने की भूमिका भी निभाना चाहता हूं क्योंकि मैं नहीं चाहता कि कोई दूसरा आए और इस चुनौती का सामना करे. अगर टीम दबाव में है तो हम हमेशा पीछे रहेंगे. मैं आगे बढ़कर अपनी भूमिका निभाना चाहता हूं. मैं नई गेंद से गेंदबाजी का हुनर सीख रहा हूं.'
पंड्या ने कहा कि वह अब टीम में वही भूमिका निभा रहे हैं जो अपने करियर के आखिरी कुछ साल में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) निभाया करते थे. धोनी ज्यादातर मौकों पर स्ट्राइक बदलने में विश्वास रखते थे. उनकी कोशिश होती थी कि उनका साथी बल्लेबाज अगर खुलकर खेलना चाहता है तो उसे हिटिंग करने का मौका मिलना चाहिए.
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पंड्या ने कहा, 'मुझे भी उस तरह की भूमिका निभाने में कोई ऐतराज नहीं है जो माही भाई निभाया करते थे. उस समय मैं युवा हुआ करता था और मैदान के हर ओर गेंद को हिट करता था. लेकिन जब वह गए हैं, तो अचानक अब जिम्मेदारी मुझ पर आ गई है. मुझे इससे कोई ऐतराज नहीं है. हमें नतीजे मिल रहे हैं. अगर मुझे थोड़ा धीमी बल्लेबाजी करनी पड़े, तो भी ठीक है.'

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