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फाइनल मुकाबले में रन आउट होने पर मिताली राज का 'बड़ा खुलासा'
फाइनल में मिली हार के सदमें से अब तक नहीं उबर पाईं हैं कप्तान मिताली राज
रविवार 23 जुलाई को इंग्लैंड के हाथों आईसीसी महिला विश्व कप के फाइनल में हार झेलने के बाद भारत की कप्तान मिताली राज और टीम इंडिया के पहली बार विश्व कप जीतने के सपने पर पानी फिर गया। इस हार के बाद भारतीय टीम के कई खिलाड़ी काफी निराश हो गए थे। हाल ही में मिताली राज ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया है और बताया है कि फाइनल मुकाबले में उनके रन आउट होने की असल वजह क्या थी। ये भी पढ़ें: स्वदेश लौटने पर टीम इंडिया का होगा सम्मान, भव्य समारोह आयोजित कराने की तैयारी में बोर्ड
जब मिताली राज से उनके रन आउट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ''मैंने सोशल मीडिया पर देखा कि मेरे रन आउट पर कई तरह की बातें की जा रहीं हैं। मैं बताना चाहूंगी कि रन लेने के दौरान मेरे स्पाइक्स (जूते की कील) पिच पर अटक गए थे। दरअसल, पूनम ने मुझे रन लेने के लिए बुलाया और मैं भी रन के लिए दौड़ पड़ी लेकिन जैसे ही मैं आधी दूर तक पहुंची वैसे ही मेरा जूता पिच पर अटक गया और मुझे नहीं लगता कि टीवी कैमरे में ये दिखाया गया। इस वजह से मैं तेज नहीं दौड़ सकी और ना ही डाइव लगा सकी।''
मिताली ने आगे कहा कि उन्हें अभी इस हार से उबरने में समय लगेगा। जब मिताली से पूछा गया कि क्या आप फाइनल में मिली हार के सदमे से उबर गईं हैं। तो इसपर मिताली ने कहा, ''नहीं, अभी उस हार को 24 घंटे भी नहीं हुए हैं। विश्व कप हमारा था, हम आखिरी समय में सही कदम नहीं उठा पाए। हार को बर्दाश्त करने में मुझे अभी कुछ समय लगेगा। हो सकता है कि विश्व कप जीतना हमारी किस्मत में नहीं लिखा था।''
जब मिताली से पूछा गया कि जीते जिताए मैच को आप कैसे हार गईं। तो इसके जवाब में मिताली ने कहा, ''अगर मैं इस सवाल का जवाब जानती तो मैं आपसे बेहतर तरीके से बात कर पाती। 2 विकेट जल्दी गिरने के बाद पूनम राउत, हरमनप्रीत कौर और वेदा कृष्णमूर्ति ने शानदार बल्लेबाजी की लेकिन इसके बाद हम भटक गए। मुझे शिखा पांडे के रन आउट होने के बाद भी जीतने की उम्मीद थी। ये भी पढ़ते हैं: इन 4 बड़ी गलतियों की वजह से भारतीय टीम के सिर नहीं सज पाया विश्व कप का ‘ताज’
मिताली ने आगे कहा, ''मुझे लगता है कि इतने बड़े मौके पर टीम का अनुभवहीन होना टीम के लिए खतरनाक साबित हुआ। हमने गलती की लेकिन मैं किसी को दोषी नहीं मानती। क्रिकेट पंडित हमेशा कहते हैं कि ऐसे मौकों पर संयम से काम लेना चाहिए और चीजों का आसान बनाना चाहिए लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके।'' मिताली ने ये भी उम्मीद जताई कि हमारे शानदार प्रदर्शन करने के बाद भारत में महिला क्रिकेट के प्रति लोगों की दिलचस्पी बढ़ेगी।
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