IND vs NZ, World Test Championship Final 2021: टेस्ट टीम में होगा बदलाव, Virat Kohli बोले- कुछ खिलाड़ी रन बनाने का जज्बा ही नहीं दिखा रहे
न्यूजीलैंड ने भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में हराने के साथ ही अपना दूसरा आईसीसी टूर्नामेंट जीता है.
ICC World Test Championship Final 2021, India vs New Zealand: भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) मुकाबले में न्यूजीलैंड के हाथों 8 विकेट से मात मिली. इस शिकस्त के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने टेस्ट टीम में बदलाव के संकेत दिए हैं. कोहली ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ खिलाड़ी रन बनाने का जज्बा ही नहीं दिखा रहे हैं. कप्तान के मुताबिक प्रदर्शन की समीक्षा के बाद सही लोगों को लाया जाएगा, जो अच्छे प्रदर्शन के लिए सही मानसिकता के साथ उतरें. सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने 54 गेंद में आठ रन बनाए और अपने पहले रन के लिए 35 गेंद खेली. उसके बाद दूसरी पारी में 80 गेंद में 15 रन बनाए. न्यूजीलैंड ने 139 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया.
कोहली ने मैच के बाद आनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘हम आत्ममंथन करते रहेंगे और इस पर बात होती रहेगी कि टीम को मजबूत बनाने के लिए क्या करना चाहिये. एक ही ढर्रे पर नहीं चलेंगे. हम एक साल तक इंतजार नहीं करेंगे. आप हमारी सीमित ओवरों की टीम देखें तो हमारे पास गहराई है और खिलाड़ी आत्मविश्वास से भरे हैं.टेस्ट क्रिकेट में भी इसकी जरूरत है.’’
कोहली ने कहा, ‘‘हमें नए सिरे से समीक्षा करके योजना बनानी होगी और यह समझना होगा कि टीम के लिये क्या असरदार है और हम कैसे बेखौफ खेल सकते हैं. सही लोगों को लाना होगा जो अच्छे प्रदर्शन की सही मानसिकता के साथ उतरें.’’ उन्होंने न्यूजीलैंड जैसे शानदार गेंदबाजी आक्रमण के सामने रन बनाने के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस पर काम करना होगा कि रन कैसे बनाए जाएं. हमें मैच को अपने हाथ से निकलने नहीं देना है. मुझे नहीं लगता कि कोई तकनीकी परेशानी है.’’
कोहली ने कहा, ‘‘यह जागरूकता की और गेंदबाजों का निडर होकर सामना करने की बात है. गेंदबाजों को लंबे समय तक एक ही जगह गेंदबाजी के मौके नहीं देने हैं बशर्ते गेंद जबर्दस्त स्विंग नहीं ले रही हो जैसा पहले दिन हुआ था.’’ उन्होंने बल्लेबाजों से सुनियोजित जोखिम लेने और क्रीज पर डटे रहने के बीच संतुलन बनाने के लिए कहा. उन्होंने कहा, ‘‘फोकस रन बनाने पर होना चाहिए, विकेट गंवाने की चिंता पर नहीं. इसी तरह से विरोधी टीम पर दबाव बना सकते हैं वरना आप आउट होने के डर से खेलेंगे. आपको सुनियोजित जोखिम लेना ही होगा.’’
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