जुनैद खान @ICCTwitterभारत और पाकिस्तान (IND vs PAK) की टीमें जब भी मैदान पर आमने-सामने होती हैं तो फॉर्मेट कोई भी हो, रोमांच 7वें आसमान पर होता है. दोनों टीमों के खिलाड़ी मैच जीतने के लिए जी-जान लगा देते हैं और दबाव भरी स्थिति से बाहर निकलने की पूरी कोशिश करते हैं. पाकिस्तान के तेज गेंदबाज जुनैद खान भी ऐसा ही मानते हैं. उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तानी क्रिकेटर दबाव हैंडल करना सीखना चाहते हैं तो उन्हें भारत के खिलाफ खेलना चाहिए.
इस लेफ्टआर्म तेज गेंदबाज ने भारत के खिलाफ अपने अनुभव को याद करते हुए 2012-12 की सीरीज को याद किया. तब पाकिस्तानी टीम भारत दौरे पर वनडे और टी20 सीरीज खेलने के लिए आई थी. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच इंटरनेशनल क्रिकेट में सर्वाधिक उच्च दबाव वाले मैच होते हैं.
जुनैद क्रिकेट पाकिस्तान से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने बताया कि भारत के खिलाफ वह सीरीज खेलने से उन्होंने दबाव हैंडल करना कैसे सीखा. इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘अगर कोई खिलाड़ी यह सीखना चाहता है कि दबाव को कैसे मैनेज किया जाता है, तो उसे भारत के खिलाफ खेलना चाहिए. यहां भारत-पाकिस्तान के मैचौं के दौरान दोनों टीमों पर काफी दबाव होता है.’
उन्होंने कहा, ‘साल 2012 में भारत के खिलाफ भारत में आयोजित सीरीज के दौरान ही मैंने भी दबाव का सामना करना बखूबी करना सीखा.’
31 वर्षीय इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘अगर भविष्य फिर से दोनों देश एक दूसरे के खिलाफ खेलते हैं तो फैन्स इसे जरूर एन्जॉय करेंगे. हालांकि यह प्रशासकों पर निर्भर करता है कि दोनों देश कब खेलेंगे.’
बता दें दोनों देशों के बीच आखिरी बार कोई द्विपक्षीय सीरीज हुई थी तो वह 2012-13 में ही हुई थी. पाकिस्तान ने यहां वनडे सीरीज में जीत दर्ज की थी, जिसमें जुनैद खान संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा 8 विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे. जबकि टी20 सीरीज 1-1 से बराबर रही थी. दोनों देशों के बीच टेस्ट सीरीज की अगर बात करें तो यह 2007 में हुई थी, जब पाकिस्तानी टीम ने भारत का दौरा किया था.