भारतीय टीम © AFP
साल 1933 से जबसे भारत ने टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया तब से लेकर वानखेड़े में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट तक एक बार भी ऐसा नहीं हुआ था। दरअसल, 1933 से जब भी भारत मुंबई में कोई मैच खेला है तो इस दौरान टीम में मुंबई का कोई ना कोई खिलाड़ी जरूर रहा है। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में भारतीय टीम में कोई भी खिलाड़ी मुंबई से नहीं है और ये रिकॉर्ड टूट गया। मुंबई के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे अभ्यास सत्र के दौरान चोटिल होकर पूरी सीरीज से बाहर हो गए तो मोहम्मद शमी की जगह श्रदल ठाकुर को टीम में तो चुना गया लेकिन अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं किया गया इसका साफ मतलब था कि वानखेड़े में चौथे टेस्ट के दौरान टीम में कोई भी खिलाड़ी मुंबई से नहीं होगा। साथ ही आपको बता दें कि 1988 के बाद यह पहला मौका है जब भारतीय टीम में कोई भी मुंबई का खिलाड़ी नहीं है।
अगर इतिहास के पन्नों को खंगाले तो कई ऐसे मौके भी देखने को मिले हैं जब भारतीय टीम की अंतिम एकादश में छह से सात खिलाड़ियों ने टीम में जगह बनाई हो। मुंबई के खिलाड़ियों का भारतीय टीम में बड़ा और कभी ना भुलाने वाला योगदान रहा है। मुंबई ने भारत को सचिन तेंदुलकर जैसा महान खिलाड़ी दिया है जिसने भारत के लिए कई मैच जिताए। और जिन्हें क्रिकेट के भगवान के नाम से भी जाना जाता है। भारत-इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट का स्कोरबोर्ड जानने के लिए क्लिक करें
सचिन ने क्रिकेट को नई ऊंचाईयों पर पहुंचा दिया और कई लोगों ने क्रिकेट सिर्फ सचिन की वजह से ही देखना शुरू किया। साथ ही वानखेड़े में खेला जाने वाला यह 25वां टेस्ट है। वानखेड़े में पहला टेस्ट साल 1974-75 में खेला गया था। आपको बता दें कि भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच मुंबई के ही वानखेड़े में खेला जा रहा है। मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है।