इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम टेस्ट जीतने के बाद बीसीसीआई ने आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए भारतीय स्क्वाड का ऐलान किया था। 18 सदस्यीय स्क्वाड में युवा पृथ्वी शॉ को मौका दिया गया है। वहीं टीम के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को बाहर का रास्ता दिखाय गया है। पहले दो टेस्ट मैचों में विजय का प्रदर्शन खराब रहा था, हालांकि पूर्व क्रिकेटर अजीत अगरकर का मानना है उनको टेस्ट टीम से बाहर करना कड़ा फैसला था।
ईएसपीएनक्रिकइंफो को दिए बयान में अगरकर ने कहा, “ये अच्छा है कि शिखर धवन और केएल राहुल ने मुरली विजय से ज्यादा रन बनाए हैं लेकिन ये फिर भी काफी सख्त फैसला है। लग रहा है कि ये उसका अंत है… ऐसा कभी किसी के लिए कहना नहीं चाहिए लेकिन मुरली विजय के लिए वापसी करना बेहद मुश्किल जरूर हो गया है क्योंकि उसकी जगह एक युवा खिलाड़ी को लाया गया है, इसका मतलब है कि वो आगे की सोच रहे हैं।”
अगरकर ने आगे कहा, “दो टेस्ट मैचों में उसने जेम्स एंडरसन की बेहतरीन गेंदो का सामना किया और फिर उसे टीम से बाहर कर दिया गया। इसलिए आपको उसके लिए बुरा लगना जायज है। उसका चौथे और पांचवें टेस्ट में खेलना मुश्किल ही था लेकिन फिर भी टीम से बाहर किया जाना कड़ा फैसला था।” टीम इंडिया 30 अगस्त को साउथहैम्पटन के रोस बाउल स्टेडियम में चौथा टेस्ट मैच खेलेगी।