इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ज्योफ्री बॉयकॉट (Geoffrey Boycott) ने भी लॉर्ड्स टेस्ट में मेजबान टीम की हार की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि इंग्लिश टीम अपनी रणनीति में ‘बेवकूफ’ दिखी और उसने भावनाओं पर अपने ऊपर हावी होने दिया. लॉर्ड्स टेस्ट (India vs England Lord’s Test) के 5वें दिन की शुरुआत के कुछ समय बाद तक इंग्लैंड जीत का प्रबल दावेदार था, जबकि टीम इंडिया किसी तरह इस टेस्ट को ड्रॉ तक ले जाना चाहती थी.
लेकिन 9वें विकेट के लिए जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शामी ने 89 रन की जो अविजित साझेदारी निभाई उसने इंग्लैंड को चारों खाने चित कर दिया और मैच में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. अंतिम सत्र में करीब 8 ओवर का खेल बाकी था, इससे पहले ही इंग्लैंड 120 के साधारण स्कोर पर ऑल आउट हो गई और इस मैच में उसे 151 रनों की करारी हार का सामना करना पड़ा. अब वह 5 टेस्ट की सीरीज में 0-1 से पिछड़ चुकी है.
मैच के दौरान दोनों टीमें के खिलाड़ियों के बीच गहमागहमी भी हुई और भारत ने अपने खेल के स्तर को ऊपर उठाकर इन परिस्थितियों का फायदा उठाया, जबकि इंग्लैंड की टीम ऐसा करने में नाकाम रही.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान बॉयकॉट ने ‘द टेलीग्राफ’ के अपने कॉलम में लिखा, ‘इस टेस्ट मैच ने दो बातें साबित की हैं. सबसे पहले, अगर आप बेवकूफ हैं तो आप टेस्ट मैच जीतने के लायक नहीं हैं. हम जो रूट को उनकी शानदार बल्लेबाजी के लिए जितना प्यार करते हैं, उन्होंने अपनी रणनीति से उतना ही निराशा किया.’
उन्होंने कहा, ‘दूसरा, इंग्लैंड अपने सभी रनों के लिए सिर्फ जो (रूट) पर निर्भर नहीं रह सकता है. स्थिति अब मजाक से परे होते जा रही है और शीर्ष तीन बल्लेबाजों को बहुत जल्द सुधार करना होगा.’
भारतीय पारी के दौरान जब जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी बल्लेबाजी कर रहे थे तो इंग्लैंड ने क्षेत्ररक्षण फैला दिया. इन दोनों तेज गेंदबाजों ने बल्ले से कमाल करते हुए 89 रन की अटूट साझेदारी की, जिससे इंग्लैंड को चौथी पारी में जीत के 272 रन का लक्ष्य मिला.
भारत ने जब पारी घोषित की तब इंग्लैंड को लगभग 60 ओवर के लिए बल्लेबाजी करना था. मोहम्मद सिराज , बुमराह, इशांत शर्मा और शमी की धारदार गेंदबाजी के सामने उसकी टीम 120 रन पर आउट हो गई.
बॉयकॉट ने कहा, ‘जो (रूट) अपनी फील्डिंग सजावट और कप्तानी के साथ अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन जसप्रीत बुमराह को क्रीज पर देख कर वह ऐसी प्रतिक्रिया देने लगे जैसे सांड लाल कपड़े को देखकर करता है.’
उन्होंने कहा, ‘उन्होंने मार्क वुड को प्रोत्साहित किया कि वह बुमराह पर तेज शॉर्ट पिच गेंदों से प्रहार करें. जाहिर सी बात है कि इंग्लैंड के कप्तान और उनके कुछ खिलाड़ी बुमराह के द्वारा पहली पारी में जेम्स एंडरसन के खिलाफ की गई ऐसी गेंदबाजी का बदला लेना चाहते थे.’
उन्होंने कहा, ‘उस समय गहमागहमी वाले शब्दों का आदान-प्रदान भी हुआ क्योंकि इंग्लैंड बुमराह और शमी को आउट करने के बजाय गेंद को उनके शरीर पर मारने के लिए अधिक प्रयासरत था.’ बॉयकॉट ने भारत को इस यादगार जीत हासिल करने का श्रेय भी दिया.
उन्होंने कहा, ‘खेल शुरू होते समय इंग्लैंड की टीम जीत की दावेदार थी. मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि इंग्लैंड का प्रदर्शन इतना बुरा रहा लेकिन भारत को बधाई. आप बिल्कुल शानदार थे.’
(इनपुट: भाषा)