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India vs England: लॉर्ड्स टेस्ट जीतने के बावजूद भारत को Ravichandran Ashwin की वापसी पर देना चाहिए ध्यान
भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ बाकी 3 टेस्ट में टीम के संतुलन के लिए रविचंद्रन अश्विन को खिलाना ही चाहिए.
टीम इंडिया ने लॉर्ड्स टेस्ट में भले ही शानदार ढंग से जीत दर्ज कर ली हो. लेकिन उसे अपनी प्लेइंग XI में स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) की वापसी पर ध्यान देना ही चाहिए. भारत लॉर्ड्स में इंग्लैंड को 151 रन से हराकर 5 टेस्ट की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है. इस सीरीज में अभी 3 टेस्ट का खेल बाकी है. भारत ने पहले दो टेस्ट में अपने स्टार स्पिनर अश्विन को प्लेइंग XI से बाहर रखा है.
मोहम्मद सिराज (4/32 ) और जसप्रीत बुमराह (3/33) ने सोमवार को इंग्लैंड को दूसरी पारी में सिर्फ 120 रन पर ध्वस्त कर दिया. भारत यहां एक अतिरिक्त बल्लेबाज के विकल्प के तौर पर रवींद्र जडेजा को एकमात्र स्पिनर के रूप में शामिल कर रहा है. जडेजा एक अनमोल फील्डर और एक सक्षम बल्लेबाज हैं. लेकिन चार पारियों की दौड़ में वह बिना विकेट के रहे हैं, जिसमें इस मौके पर एक मैच की चौथी पारी भी शामिल है.
यह पांच गेंदबाजों को खेलने से रोकता है. यदि उनमें से एक अप्रभावी है और वह स्पिन शक्ति और विविधता प्रदान नहीं करता है. टेस्ट के 5वें और अंतिम दिन तेज गेंदबाजों के लिए बादल छाए, थोड़ी भारी स्थिति में मदद मिली. लेकिन पिच से मदद बहुत कम थी. उस पर नगण्य घास थी और यह पर्याप्त रूप से सूख नहीं पाई थी या स्पिन के साथ साजिश करने के लिए टूट-फूट विकसित नहीं हुई थी.
एक गुणवत्ता वाला स्पिनर, हालांकि बल्लेबाजों को हवा में और गेंद को फ्लाइट करा देता है. अगर शमी और बुमराह अपने जादुई खेल से मैच का रुख नहीं बदलते तो फिर भारत के लिए यहां मुश्किल में पड़ना तय था. उसके अश्विन जैसा चतुर स्पिन गेंदबाज नहीं था, जो इस पिच पर अपने हुनर से कोई कमाल दिखा पाता. भारतीय टीम इन दोनों की बल्लेबाजी से पहले मुश्किल में दिख रही थी.
(इनपुट: आईएएनएस)
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