महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपरकिंग्स में 30 से अधिक उम्र के कई खिलाड़ी हैं जिनमें खुद कप्तान भी शामिल हैं। आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2020) की तैयारियों में जुटी चेन्नई टीम के कोच लक्ष्मीपति बालाजी का कहना है कि उनकी टीम में सीनियर खिलाड़ियों का होना नुकसानदेह नहीं बल्कि फायदेमंद ही साबित होगा।
कोरोना वायरस के कारण लंबे ब्रेक के बाद आईपीएल की टीमें 13वें चरण की तैयारी में जुटी हैं। 39 वर्षीय धोनी तीन बार की विजेता सीएसके की अगुआई करने को तैयार हैं जिसका आयोजन 19 सितंबर से 10 नवंबर तक संयुक्त अरब अमीरात में किया जाएगा।
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यह पूछने पर कि क्या सीनियर खिलाड़ियों को लय में आने में मुश्किल होगी तो बालाजी ने इससे इनकार करते हुए पीटीआई से कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह इतना मुश्किल होगा क्योंकि आपने पूरी जिंदगी यह खेल खेला है। इतने साल से इस खेल को समझते हो, जो सर्वश्रेष्ठ वापसी के लिए काम आएगा।’
उन्होंने कहा, ‘अनुभव निश्चित रूप से महत्वपूर्ण होगा। यह आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में साबित हो चुका है।’कप्तान के अलावा फ्रेंचाइजी में शेन वाटसन और ड्वेन ब्रावो जैसे अनुभवी खिलाड़ी मौजूद हैं।
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बालाजी ने कहा कि धोनी ऐसे खिलाड़ी हैं जो एक प्रक्रिया का पालन करते हैं जिसमें वह बदलाव और बाहर करने के बजाय मौका और ‘एक्सपोजर’ देने में भरोसा करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘धोनी हमेशा समर्थन करने वाले कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में कोई ‘शॉर्ट कट’नहीं हैं, लेकिन बदलाव और बाहर करने के बजाय मौका देने और ‘एक्सपोजर’ में भरोसा करते हैं।’
यूएई जाने से पहले फ्रेंचाइजी ने 16 अगस्त से एक संक्षिप्त शिविर की योजना बनाई है। उन्होंने कहा, ‘हां, अगर सबकुछ योजना के अनुरूप होता है तो हम 16 अगस्त से एक शिविर शुरू करेंगे। यह केवल भारतीय खिलाड़ियों के लिए होगा।’