एक वक्त ऐसा था जब मैच चेन्नई की गिरफ्त से निकल रहा था. लेकिन टी20 क्रिकेट बहुत जल्दी बदलता है. और यह वाकई पांच गेंदों के अंतराल में इतना बदल गया कि जो गुजरात लगातार दूसरी बार खिताब जीतता दिख रहा था उसे उपविजेता से ही संतोष करना पड़ा. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर महेंद्र सिंह धोनी ने ट्रॉफी अपने नाम की.
चेन्नई सुपर किंग्स ने गुजरात टाइटंस को हराकर पांचवीं बार इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब अपने नाम कर लिया है. सोमवार देर रात (मंगलवार सुबह) को खत्म हुए आईपीएल 2023 के फाइनल मैच में उसने पांच विकेट से जीत हासिल की. आखिरी दो गेंदों पर छक्का व चौका लगाकर रविंद्र जडेजा ने चेन्नई की झोली में खिताब डाला. यह मैच 28 मई को खेला जाना था लेकिन बारिश के चलते उस दिन टॉस भी नहीं हो सका इसके बाद इस मैच को 29 मई को टाला गया. यहां भी चेन्नई की पारी शुरू होते ही बारिश आ गई और गुजरात के 214 रन के स्कोर के जवाब में चेन्नई को 15 ओवरों में171 रन का टारगेट मिला.
5 गेंद पर 28 रन, वक्त बदल गया- हालात बदल गए
चार ओवरों में चेन्नई को जीतने के लिए 54 रन चाहिए थे. गुजरात के कप्तान हार्दिक पंड्या ने गेंद राशिद खान को थमाई. राशिद के लिए दिन अच्छा नहीं था. पहले दो ओवरों में वह 29 रन दे चुके थे. हालांकि उन्होंने इस ओवर की शुरुआत अच्छी की और पहली चार गेंदों पर सिर्फ तीन रन दिए. अब 20 गेंद पर 50 रन चाहिए थे. और यहीं से मैच पलटना शुरू हुआ. शिवम दुबे ने ओवर की आखिरी दो गेंदों पर लगातार दो छक्के लगाए. अब चेन्नई को 18 गेंद पर 39 रन चाहिए थे. राशिद ने तीन ओवरों में कुल 44 रन दिए.
अगला ओवर करने मोहित शर्मा आए. मोहित के ओवर की पहली ही गेंद पर अंबाती रायुडू ने लॉन्ग ऑफ के ऊपर से छक्का मारा. जरा सी छोटी गेंद और रायुडू ने इसका पूरा फायदा उठाया.
इससे अगली गेंद फुल थी. ऑफ स्टंप के बाहर फुल टॉस. रायुडू ने मौके का फायदा उठाया और एक्स्ट्रा कवर के फील्डर को छकाते हुए चौका लगा दिया.
तीसरी गेंद पर फिर छक्का. इस बार बैक ऑफ लेंथ गेंद ऑफ स्टंप के बाहर थी. रायुडू बैकफुट पर गए और क्रीज का पूरा इस्तेमाल किया. उन्होंने सीधे बल्ले से लॉन्ग ऑफ पर छक्के के लिए भेजा.
हालांकि अगली गेंद पर शर्मा ने रायुडू को अपनी ही गेंद पर कैच कर लिया. लेकिन तब तक वह अपना काम कर चुके थे. 8 गेंद पर 19 रन बनाकर वह पविलियन लौटे.
रायुडू के आउट होने से पहले कुल पांच गेंदों पर चेन्नई की टीम ने 28 रन बटोरे. और यहीं से मैच पर गुजरात की पकड़ ढीली हो गई.