IND vs AUS: जीत के बाद टीम इंडिया के लिए आई बुरी खबर, जडेजा पर लगा भारी जुर्माना
नागपुर टेस्ट मैच में पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें जडेजा को अपनी बाईं तर्जनी पर क्रीम रगड़ते हुए देखा गया था।
भारत ने नागपुर टेस्ट में तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया को पारी और 132 रनों से हराकर बड़ा कारनामा कर दिया। इस जीत के साथ ही भारत ने 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की लीड हासिल कर ली। भारत की इस जीत के हीरो रहे रवींद्र जडेजा जिन्होंने पहली पारी में 5 विकेट लेने के अलावा शानदार अर्धशतक भी जड़ा। हालांकि भारत की इस शानदार जीत के बाद अब भारतीय फैंस को निराश करने वाली एक खबर सामने आई है। दरअसल, रवींद्र जडेजा पर मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। ये जुर्माना नागपुर टेस्ट मैच के पहले दिन मैदानी अंपायरों की अनुमति के बिना अपने गेंदबाजी हाथ की सूजी हुई उंगली पर क्रीम लगाने के लिए लगाया गया है।
नागपुर टेस्ट मैच में पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें जडेजा को तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के हाथ से क्रीम लेकर अपनी बाईं तर्जनी पर रगड़ते हुए देखा गया था। इस वीडियो के सामने के आने के बाद ऑस्ट्रेलियन मीडिया ने भारतीय टीम पर सवाल खड़े किए थे।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया और एक पूर्व खिलाड़ी ने यह जानने में काफी दिलचस्पी दिखाई कि वह क्या लगा रहे थे लेकिन आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) ने कहा कि यह मलहम ऊंगली पर लगाया गया था जो पूरी तरह से चिकित्सा के उद्देश्य से लगाया गया था और इससे गेंद की स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ था। जडेजा का अंपायर के बिना अनुमति के मलहम लगाने को आईसीसी की खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के लिये आचार संहिता के अनुच्छेद 2.20 का उल्लंघन माना गया जो खेल भावना के विपरीत व्यवहार करने से संबंधित है।
आईसीसी ने एक बयान में कहा, ‘‘भारत के स्पिन गेंदबाज रविंद्र जडेजा पर नागपुर में आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट के दौरान आईसीसी की आचार संहिता के लेवल एक का उल्लंघन करने के लिये गुरूवार को उनकी मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया।’’ इसमें कहा गया, ‘‘इसके अलावा जडेजा के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक ‘डिमैरिट’ अंक भी जोड़ दिया गया है जिनका 24 महीने में यह पहला उल्लघंन था।’’
जडेजा ने आईसीसी के मैच रैफरियों के एलीट पैनल के एंडी पाइक्रोफ्ट द्वारा प्रस्तावित इस उल्लंघन और जुर्माने को स्वीकार लिया है इसलिये आधिकारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी। आईसीसी ने बयान में कहा, ‘‘मैच रैफरी इस बात से संतुष्ट थे कि ऊंगली पर यह मलहम पूरी तरह से चिकित्सा के उद्देश्य से लगाया गया था। ’’
इसके अनुसार, ‘‘यह मलहम बतौर कृत्रिम पदार्थ गेंद पर नहीं लगाया गया था और इससे गेंद की स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ जो आईसीसी के खेलने की शर्तों के अनुच्छेद 41.3 का उल्लघंन नहीं हुआ। ’’ मैदानी अंपायर नितिन मेनन और रिचर्ड इलिंगवर्थ, तीसरे अंपायर माइकल गॉ और चौथे अंपायर केएन अनंतपद्मनाभन ने आरोप तय किये। लेवल एक में न्यूनतम जुर्माना आधिकारिक फटकार है और अधिकतम एक खिलाड़ी की 50 प्रतिशत मैच फीस काटने और एक या दो डिमैरिट अंक का जुर्माना है।
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