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MS Dhoni की पारी CSK ड्रेसिंग रूम के लिए भावनात्मक रूप से शानदार थी: कोच स्टीफन फ्लेमिंग
चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफेन फ्लेमिंग ने इशारा किया है कि महेंद्र सिंह धोनी फाइनल मैच में भी पांच नंबर पर खेल सकते हैं।
चेन्नई सुपर किंग्स (MS Dhoni) प्रमुख कोच स्टीफेन फ्लेमिंग (Stephen Fleming) ने खुलासा किया कि रविवार को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2021) के 14वें सीजन के पहले क्वालिफायर मुकाबले में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की शानदार बल्लेबाजी के दम पर दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के खिलाफ मिली जीत के बाद ड्रेसिंग रूम का माहौल काफी भावुक हो गया है।
अबु धाबी में खेले गए 14वें सीजन के पहले क्वालिफायर मुकाबले में धोनी ने 6 गेंदो पर 18 रनों की पारी खेलकर सीएसके को फाइनल का टिकट दिलाया।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान फ्लेमिंग ने धोनी की पारी के बारे में कहा, "ये हमारे लिए भावनात्मक रूप से बहुत अच्छा था। हमें पता था कि उन पर कितना दबाव था और उनसे लोगों को कितनी उम्मीदें थी और उन्होंने एक बार फिर में जीत दिलाई। इसलिए ड्रेसिंग रूम में माहौल काफी भावुक था।"
क्वालिफायर मैच में धोनी के रवींद्र जडेजा से पहले बल्लेबाजी करने के फैसले पर कोच ने कहा, "वो विश्व स्तरीय खिलाड़ी है और वो फाइनल मैच में भी नंबर पांच पर खेल सकते हैं, हमें पता है कि वो कितना अच्छा है लेकिन हम बाकी खिलाड़ियों का भी सही इस्तेमाल करना चाहते हैं।"
फ्लेमिंग ने कहा, "ये (बल्लेबाजी क्रम बदलने का फैसला) हमेशा सही नहीं होता, हमेशा गलत नहीं होगा। ये इस बात का अंदाजा लगाने की कोशिश करना है कि खिलाड़ी कहां अधिकतम प्रभाव डाल सकते हैं।"
कोच ने शार्दुल ठाकुर को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजने के फैसले पर भी बात की। उन्होंने कहा, "ये एक सकारात्मक कदम था, हम खेल में एक कदम आगे रहना चाहते थे। रॉबी थोड़ा संघर्ष कर रहा था और उसकी भूमिका आक्रामक था और हमे उसी तरह से आगे बढ़ना चाहते थे। रुतुराज के ऊपर से दबाव हटाकर, तेजी से 15-20 रन बनाना चाहते थे जिससे हमें मैच में वापसी करने में मदद मिले। हालांकि ये सफल नहीं हुआ लेकिन इसके पीछे की सोच सकारात्मक थी और हमारे खेलने के तरीके पर आधारित थी।"
फ्लेमिंग ने बताया कि बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करने का फैसला उन्होंने कप्तान धोनी के साथ चर्चा के बाद लिया था। उन्होंने कहा, "हमने काफी चर्चाकी, मुझे लगता है कि हमने इन 20 ओवरों के दौरान पिछले काफी समय के मुकाबले काफी बातचीत की। काफी तकनीकि चर्चा भी हुई और हम केवल ये तय करने की कोशिश कर रहे थे कि चीजें कैसे की जाएंगी, कौन सबसे ज्यादा प्रभाव डालेगा। लेकिन मैं आपको बता हूं जब कप्तान आपकी आंखों में आंखे डालकर बोले कि 'मैं जाउंगा'...कई ऐसे मौकें आए हैं जब उन्होंने ऐसा किया है और आज भी वही दिन था। और इसी वजह से मैंने उन्हें नहीं रोका और उसका नतीजा सभी ने देखा।"
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